जयपुर: भीलवाड़ा (Bhilwara) जिले की हमीरगढ़ (Hamirgarah) थाना पुलिस ने सोशल मीडिया (Social Media) प्लेटफॉर्म इंस्टाग्राम (Instagram) पर गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई (Lawrence Bishnoi) एवं अंडरवर्ल्ड डॉन दाऊद इब्राहिम (Dawood Ibrahim) की फोटो पोस्ट कर टिप्पणी करने वाले आरोपी आकाश भाम्भी पुत्र राजू (20) निवासी कवि नगर थाना हमीरगढ़ को गिरफ्तार किया है। एसपी धर्मेंद्र सिंह ने बताया कि जिले के समस्त थाना अधिकारियों को सोशल मीडिया पर टिप्पणी कर आमजन में भय और दहशत व्याप्त करने वाले असामाजिक तत्वों के विरुद्ध प्रभावी कार्रवाई करने के निर्देश दिए गए हैं। आरोपी आकाश भाम्भी द्वारा इंस्टाग्राम पर गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई व अंडरवर्ल्ड डॉन दाऊद इब्राहिम की फोटो पोस्ट कर टिप्पणी की गई थी। सोशल मीडिया पर जिला पुलिस द्वारा लगातार निगरानी रखी जा रही है। इसी क्रम में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक पारसमल जैन व सीओ श्याम सुंदर के सुपरविजन में हमीरगढ़ थाना अधिकारी दिलीप सिंह मय टीम द्वारा आरोपी आकाश को शांति भंग में गिरफ्तार किया गया। इस कार्रवाई में एएसआई नरपत सिंह, हेड कांस्टेबल शिवराज सिंह, कांस्टेबल वासुदेव एवं इंद्रा राम टीम में शामिल थे। Report: Sandeep Agarwal
भीलवाड़ा जिले में थाना हमीरगढ़ पुलिस की कार्रवाई
सोशल मीडिया पर गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई एवं अंडरवर्ल्ड डॉन दाऊद इब्राहिम की फोटो पोस्ट कर टिप्पणी करने का आरोपी गिरफ्तार
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पेपर लीक माफियाओं पर चला पुलिस का चाबुक, 50 से ज्यादा ट्रेनी SI को किया गिरफ्तार
साल 2024 अलविदा कहने को है। राजस्थान में भर्ती परीक्षाओं में पेपर लीक का मुद्दा पूरे साल छाया रहा। पेपर लीक के मुद्दे में खूब चर्चाएं बटोरी। पेपर लीक के मुद्दे पर राज्य सरकार की ओर से की गई कार्रवाई ने भी खूब सुर्खियां बटोरी। पिछले साल यानी की 2023 के अंत में भजनलाल सरकार सत्ता में आई थी। सरकार ने सत्ता में आते ही भर्ती परीक्षा में धांधली रोकने के लिए ठोस कदम उठाने शुरू किए। सरकार की ओर से एसआईटी का गठन किया गया। जिसकी कमान एसओजी के अतिरिक्त महानिदेशक विके सिंह को सौंपी गई। एसआईटी ने इस साल उप निरीक्षक यानी की एसआई, जेईएन, शिक्षक, व्याख्याता और पीटीआई सहित कई अन्य भर्तियों में पेपर लीक, डमी अभ्यर्थी बिठाकर परीक्षा पास कराने और फर्जी डिग्री से नौकरी हासिल करने के कई मामलों का खुलासा किया।
पेपर लीक मामले में पुलिस प्रशासन ने कसा शिकंजा राजस्थान पुलिस अकादमी में एसओजी ने छापेमारी की। यह पहली बार था जब राजस्थान पुलिस अकादमी में ऐसी कार्रवाई हुई। एसओजी ने 50 से ज्यादा ट्रेनी एसआई को गिरफ्तार किया। इसके बाद में जांच आगे बढ़ती गई और यह जांच राजस्थान लोक सेवा आयोग तक पहुंची। एसओजी ने कार्रवाई करते हुए राजस्थान लोक सेवा आयोग के दो पूर्व सदस्यों को सलाखों के पीछे पहुंचाया।
आरपीएससी के 2 पूर्व सदस्य भी चढ़े पुलिस के हत्थे एसओजी ने मार्च में एसआई भर्ती परीक्षा में पेपर लीक और डमी अभ्यर्थी बिठाने के मामले का खुलासा किया। इसके बाद में ट्रेनी एसआई की गिरफ्तारिका सिलसिला शुरू हुआ और एक के बाद एक 50 से अधिक गिरफ्तारियां हुई। पेपर लीक और डमी अभ्यर्थी ग्रुप से जुड़े करीब 30 से ज्यादा लोग शिकंजे में फंसे। जब एक के बाद एक परते खुलने लगी तो सामने आया कि आरपीएससी के सदस्य रामू राम राइका ने अपने बेटे और बेटी को परीक्षा पास करने के लिए दूसरे सदस्य बाबूलाल कटरा से पेपर खरीदा था। इसके बाद दोनों को गिरफ्तार किया गया। इस मामले में जगदीश बिश्नोई, तुलसाराम कालेर और भूपेंद्र सारंग जैसे कई पेपर लीक माफिया एसओजी के हत्थे चढ़े। एसओजी की प्रारंभिक जांच में सामने आया कि जगदीश विश्नोई के गिरोह ने जयपुर के एक निजी स्कूल के परीक्षा केंद्र से एसआई भर्ती का पेपर लीक किया। इसके अलावा बीकानेर में तुलसाराम कालेर के गिरोह ने भी पेपर लीक करने और ब्लूटूथ से नकल कराने का खुलासा किया। रामूराम राईका ने अपने बेटे और बेटी के लिए बाबूलाल कटारा से पेपर लिया था और इस चैनल से पेपर कई लोगों तक पहुंचा।
पुलिस गिरफ्त में छात्रों का भविष्य बर्बाद करने वाले पेपर लीक माफिया कनिष्ठ अभियंता भर्ती के पेपर लीक मामले में मुख्य सरगना और खुख्यात अपराधी जगदीश बिश्नोई को भी गिरफ्तार किया गया। जब एक के बाद एक गिरफ्तारी हुई तो कनिष्ठ अभियंता सहित कई भर्ती परीक्षाओं के पेपर लीक से जुड़े राज सामने आने लगे। पटवारी भर्ती में भी बड़े स्तर पर धांधली की जानकारी एसओजी को मिली। इस मामले में भी एसओजी ने 30 से ज्यादा आरोपियों को गिरफ्तार किया।
राजस्थान सरकार ने पेपर लीक पर लगाम लगाने के लिए की एसआईटी गठित एसओजी ने फर्जी डिग्रीस इन नौकरी लेने वालों का खेल भी उजागर किया। इस मामले में चार दलालों को गिरफ्तार किया गया। एसओजी ने ओपीजेएस यूनिवर्सिटी के संस्थापक सहित तीन और आरोपियों को गिरफ्तार किया। जब जांच की तो सामने आया कि 9 साल में 1300 से भी ज्यादा फर्जी डिग्रियां बांटी गई और करोड़ों रुपए वसूल किए गए। इस ग्रहण के तार राजस्थान से कई अन्य राज्यों से भी जुड़े हुए थे। मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने कहा एसओजी पहले भी थी लेकिन हमारी सरकार ने सत्ता में आने के बाद पेपर लीक की जांच कराई और एसआईटी का गठन किया। मैं भरोसा दिलाता हूं कि जिसने भी युवाओं के साथ गलत किया है उसे बख्शा नहीं जाएगा। राजस्थान में प्रतियोगिता परीक्षाओं के पेपर लीक होना एक गंभीर मुद्दा है, जिसने न केवल परीक्षा प्रणाली की विश्वसनीयता को प्रभावित किया,बल्कि युवाओं के भविष्य से भी खिलवाड़ किया। यह मुद्दा न केवल राजस्थान में बल्कि पूरे देश में एक चुनौती बन गया है। भारतीय जनता पार्टी हो या फिर कांग्रेस हर सरकार में पेपर लिक होते रहे हैं। पेपर लीक होने के बाद सालों से मेहनत कर रहे लाखों की संख्या में बच्चों का भविष्य खराब हो जाता है।
नरेश मीणा को बचाने आएंगे हनुमान! इस बार होगी लड़ाई आर पार
राजस्थान में पिछले दिनों सात विधानसभा सीटों पर उपचुनाव हुए थे। लेकिन सबसे ज्यादा चर्चा में टोंक जिले की देवली उनियारा सीट रही थी। क्योंकि यहां के निर्दलीय प्रत्याशी नरेश मीणा के द्वारा मतदान के दौरान एसडीएम को थप्पड़ जड़ दिया गया था। जिसके बाद समर्थकों ने प्रदर्शन किया और नरेश मीणा को पुलिस के द्वारा गिरफ्तार किया गया और उसकी रिहाई करने की मांग को लेकर कई जगह पर प्रदर्शन भी किए गए लेकिन नरेश मीणा की रिहाई नहीं हो सकी।
हनुमान बेनीवाल ने थामा नरेश मीणा का हाथ देवली-उनियारा सीट पर हुए उपचुनाव के दौरान एसडीएम को थप्पड़ मारने के मामले में जेल में बंद नरेश मीणा की रिहाई के लिए 29 दिसंबर को महापंचायत होने वाली है। इस महापंचायत के जरिए एक बड़े आंदोलन की तैयारी भी है। नरेश मीणा के परिजन और समर्थक इस महापंचायत में सर्वसमाज के नेताओं को आमंत्रित कर रहे हैं। नरेश मीणा के बेटे और परिजनों ने नागौर सांसद हनुमान बेनीवाल से भी मुलाकात की है। उन्होंने हनुमान बेनीवाल को रैली में आने का निमंत्रण दिया।
नरेश मीणा के परिजनों ने की हनुमान बेनीवाल से मुलाकात इस मुलाकात के बाद हनुमान बेनीवाल ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट एक्स पर कुछ तस्वीरें साझा की ओर ट्वीट करते हुए लिखा की जयपुर आवास पर नरेश मीणा के पुत्र और परिजनों ने मुलाकात कर आगामी 29 दिसंबर को नगरफोर्ट ,टोंक में समरावता गांव को न्याय दिलवाने तथा निर्दोषों की रिहाई करवाने की मांग को लेकर आयोजित होने वाली रैली में आने का आमंत्रण दिया। समरावता गांव में जिन ग्रामीणों के साथ अन्याय हुआ उन्हें न्याय दिलवाने और जिन पुलिस वालों ने ग्रामीणों के साथ बदसलूकी करके जो तांडव मचाया उनके खिलाफ कार्रवाई करवाने का प्रयास किया जाएगा। एक संघर्ष समिति बनाई गई है जिसमें प्रहलाद गुंजल, आरडी मीणा, सरपंच संघ अध्यक्ष चौथमल मीणा सहित अन्य लोग जुड़े हुए हैं। उनके द्वारा एक निर्णय लिया गया है कि नगर फोर्ट में एक विशाल महापंचायत करेंगे जिसमें करीब 2 लाख युवा हर वर्ग हर समाज से महापंचायत में पहुंचेंगे। वहीं अन्य प्रदेशों से भी नरेश मीणा के समर्थक और लोग भी इस विशाल महापंचायत में पहुंचेंगे। यह विशाल महापंचायत एक आर पार की लड़ाई नरेश मीणा को रिहाई को लेकर होगी। जिसकी तैयारियां शुरू कर दी गई है।
नरेश मीणा की रिहाई के लिए लड़ाई होगी आर पार नरेश मीणा के समर्थकों का कहना है कि हमारे पास खोने के लिए कुछ भी नहीं है। यदि हमें टकराना भी पड़ा तो हम पीछे नहीं हटेंगे फिर अंजाम उसका कुछ भी हो। इससे पहले भी नरेश मीणा के समर्थक प्रशासन को अल्टीमेट दिया जा चुका हैं। नरेश मीणा के समर्थन में 8 दिसंबर को सवाई माधोपुर जिले के चौथ का बरवाड़ा में महापंचायत का आयोजन किया गया था जिसमें सरकार को चेतावनी दी गई थी। महापंचायत में युवाओं ने कहा था यदि नरेश मीणा को इंसाफ नहीं मिला तो राजस्थान में बड़ा आंदोलन किया जाएगा। जिसकी सारी जिम्मेदारी प्रशासन की होगी। इस महापंचायत में कांग्रेस नेता प्रहलाद गुंजन भी शामिल हुए थे। इस दौरान प्रहलाद गुंजल ने कहा था कि 15 दिसंबर तक नरेश मीणा को इंसाफ दिया जाए नहीं तो राजस्थान की सड़कों पर युवा वर्ग उतरने को मजबूर हो जाएगा।
महापंचायत में होगा शक्ति प्रदर्शन आपको बता दें की इस महापंचायत में कांग्रेस के कई बड़े नेता भी शामिल हो सकते हैं। कांग्रेस नेता प्रहलाद गुर्जर, पूर्व मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास, पूर्व मंत्री अशोक चांदना, सांसद हनुमान बेनीवाल, सांसद चंद्रशेखर और विधायक रविंद्र सिंह भाटी का नाम शामिल हैं। महापंचायत के बाद जिला कलेक्टर से वार्ता की जाएगी यदि वार्ता सफल नहीं होती है तो सीएम हाउस की तरफ कुच किया जाएगा। इस महापंचायत के लिए पीले चावल भी वितरित किए जा रहे हैं। पीले चावल वितरित कर बड़ी संख्या में विशाल महापंचायत में शामिल होने की अपील की जा रही है।
अजमेर दरगाह पर वर्शिप एक्ट नहीं होत लागू, ASI का सर्वे होगा या नहीं?
अजमेर ख्वाजा मोइनुद्दीन हसन चिश्ती की दरगाह में मंदिर होने को लेकर छिड़ी बहस ने नया मोड़ ले लिया है। दरगाह मामले में 5 और ने पक्षकार सामने आ गए हैं। अजमेर दरगाह में संकट मोचक महादेव मंदिर होने के दावे को लेकर अजमेर के सिविल कोर्ट में दूसरी बार सुनवाई हुई। मामले की सुनवाई करते हुए मजिस्ट्रेट मनमोहन चंदेल ने अगली तारीख 24 जनवरी 2025 सुनवाई के लिए तय की है। अदालत में पांच और नए पक्षकार सामने आए। सभी का पक्ष सुना गया।
दरगाह दीवान सहित 5 अन्य लोगों ने दायर किया आवेदन अजमेर दरगाह कमेटी और अंजुमन की ओर से पक्ष रखा गया। अदालत ने फिलहाल जो भी प्रार्थना पत्र प्रस्तुत किए गए है वह अपने पास रख लिए हैं। सभी पक्षकारों को 24 जनवरी 2025 को सुनवाई किए जाने की जानकारी दी गई है। दरगाह में मंदिर के दावे को लेकर हिंदू सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष विष्णु गुप्ता ने याचिका लगाई थी। कोर्ट ने इस मामले में याचिकाकर्ता की याचिका पर तीन पक्षों अजमेर दरगाह कमेटी, अल्पसंख्यक मंत्रालय और भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण विभाग को नोटिस देकर अपना पक्ष प्रस्तुत करने को कहा था। इस पर तीनों संस्थाओं के वकीलों ने अपने-अपने तर्क रखे। उसके बाद पांच अन्य संस्थाओं और वादियों की ओर से कोर्ट में अर्जियां पेश कर उनको भी पक्षकार बनाने की मांग की गई। कोर्ट में अंजुमन कमेटी, दरगाह दीवान, गुलाम दस्तगीर अजमेर, ए इमरान बैंगलोर और राज जैन होशियारपुर पंजाब ने अपने आप को पक्षकार बनाने की अर्जी लगाई। इसके साथ ही दरगाह कमेटी के वकील अशोक माथुर ने याचिका को खारिज करने की अर्जी लगाई।
अजमेर दरगाह को लेकर विष्णु गुप्ता का बड़ा दावा विष्णु गुप्ता की ओर से 38 पेज की याचिका दायर की गई थी। याचिका में रिटायर्ड जज हरबिलास सारदा की 1911 में लिखी किताब - अजमेर: हिस्टॉरिकल एंड डिस्क्रिप्टिव का हवाला दिया गया। किताब में दरगाह के निर्माण में मंदिर का मलबा होने का दावा किया गया है। साथ ही गर्भगृह और परिसर में एक जैन मंदिर होने की बात कही गई है। दरअसल किताब में लिखा गया है की दरगाह के बुलंद दरवाजे की उत्तरी और तीसरी मंजिल पर छतरी बनी हुई है। यह छतरी किसी हिंदू इमारत के हिस्से से बनी हुई है। इसके साथ ही किताब में आगे लिखा है की छतरी के अंदर एक लाल रंग का पत्थर लगा हुआ है यह किसी जैन मंदिर का है। उसके बाद किताब के अगले पन्ने पर बुलंद दरवाजे और अंदर के आंगन के नीचे पुराने हिंदू मंदिर के तहखाने होने का जिक्र किया गया है।
अजमेर दरगाह मामले में वर्शिप एक्ट को लेकर छिड़ी बहस अंजुमन कमेटी के सचिव सरवर चिश्ती ने कहा- फर्स्ट पार्टी स्टेट होल्डर खादिम कम्युनिटी है, क्योंकि 365 दिन हम काम करते हैं। जायरीन को जियारत हम कराते हैं। 800 सालों से उर्स भी हम करवा रहे हैं, इसलिए हम प्राइमरी पार्टी हैं। उन्होंने कहा- हमने अपने आप को पार्टी बनाने के लिए अर्जी लगाई है। इस केस को हम आगे लेकर चलेंगे। चिश्ती ने कहा- दरगाह वर्शिप एक्ट के दायरे में आती है या नहीं यह कोर्ट तय करेगा। कोई भी आकर कुछ कह देगा, वह मान्य नहीं है। याचिका कर्ता विष्णु गुप्ता ने अतिरिक्त साक्ष्य पृथ्वीराज विजयी की लिखी हुई किताब को साक्ष्य के रूप में पेश किया। यह पृथ्वीराज चौहान के समय में राजकवि थे। डॉ हरविलास शारदा की किताब को पेश किया। गुप्ता ने दावा किया है कि वो कोर्ट में 1250 ईस्वी की किताब पृथ्वीराज विजय के तथ्य पेश करेंगे। जिसमें दरगाह के ख्वाजा साहब के बारे में काफी कुछ लिखा गया है। साथ ही, गुप्ता ने दावा किया कि अजमेर दरगाह वर्शिप एक्ट के दायरे में नहीं आती हैं वर्शिप एक्ट मंदिर, मस्जिद और गिरजाघरों पर लागू होता है। गुप्ता को एसपी वंदिता राणा के निर्देश पर सुरक्षा भी मुहैया करवाई गई है।
राजस्थान की सुशीला मीणा के फैन हुए सचिन तेंदुलकर, कह दी इतनी बड़ी बात
सुशीला मीणा ने सचिन तेंदुलकर को बनाया अपना फैन
राजस्थान के प्रतापगढ़ जिले की धरियावद तहसील के एक छोटे से गांव, रामेर तालाब की रहने वाली पांचवी कक्षा की सुशीला मीणा की गेंदबाजी का वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है। सुशीला बाएं हाथ से तेज गेंदबाजी करती हैं, जो टीम इंडिया के पूर्व तेज गेंदबाज जहीर खान से काफी हद तक मिलता-जुलता लग रहा है। क्रिकेट के दिग्गज सचिन तेंदुलकर और जहीर खान जैसे नामी खिलाड़ी भी फैन हो गए। तेंदुलकर ने सुशीला मीणा की गेंदबाजी को जहीर खान जैसा बताया। सचिन तेंदुलकर ने सुशीला मीणा का वीडियो पोस्ट कर उसकी तारीफ की है।
जहीर खान भी हुए सुशीला मीणा के मुरीद सचिन तेंदुलकर ने तेज गेंदबाजी कर रही 12 साल की एक लड़की का वीडियो शेयर किया है। और पूर्व तेज गेंदबाज जहीर खान को टैग किया। सचिन तेंदुलकर ने जहीर खान से पूछा, 'सरल, सहज और देखने में बहुत प्यारा! सुशीला की गेंदबाजी एक्शन में आपकी झलक दिखती है जहीर खान। क्या आपने भी इसे देखा है। दरअसल तेंदुलकर के एक्स पर पोस्ट करने के बाद जहीर खान ने रिपोस्ट करते हुए सराहना की। उन्होंने लिखा-'आप बिल्कुल सही कह रहे हैं और मैं इससे पूरी तरह सहमत हूं। उसका एक्शन बहुत सहज और प्रभावशाली है - वह पहले से ही बहुत आशाजनक दिख रही है। वहीं बांसवाड़ा डूंगरपुर सांसद राजकुमार रोड में भी अपने सोशल मीडिया अकाउंट एक्स पर पोस्ट करते हुए लिखा ओलंपिक और वर्ल्ड कप जैसे खेलों में इंडिया का प्रदर्शन औसत या निराशाजनक रहता है, क्योंकि इस तरह की प्रतिभाओं को आगे नहीं लाया जाता, या द्रोणाचार्य द्वारा अंगूठा कटवा लिया जाता है। अगर सोशल मीडिया नहीं होता, तो आज प्रतापगढ़ की आदिवासी बिटिया की प्रतिभा सबके सामने नहीं आ पाती। ग्रामीण क्षेत्र में इस तरह की छुपी हुई प्रतिभाओं को आगे लाने का हमारा पूरा प्रयास रहेगा।
राजस्थान की बेटी मचा रही गेंदबाजी में धूम वहीं कृषि मंत्री किरोड़ी लाल मीणा ने भी अपने सोशल मीडिया अकाउंट एक्स पर पोस्ट करते हुए लिखा भारत रत्न सचिन तेंदुलकर और जहीर खान ने राजस्थान की बेटी सुशीला मीना की गेंदबाजी की सराहना की है। मेरा खेल मंत्री राज्यवर्धन सिंह राठौड़ से आग्रह है कि सुशीला की प्रतिभा को निखारने के लिए उचित सुविधाएं मुहैया करवाने के निर्देश प्रदान करें, जिससे क्रिकेट में उनका भविष्य उज्जवल हो। राजस्थान सरकार में संसदीय कार्य मंत्री जोगाराम पटेल ने पोस्ट को शेयर किया और लिखा की राजस्थान के प्रतापगढ़ की नन्हीं क्रिकेटर सुशीला मीणा, अपनी शानदार गेंदबाजी के कौशल से सबको प्रेरित कर रही हैं। भारत रत्न सचिन तेंदुलकर ने वीडियो साझा कर उनकी प्रतिभा की सराहना की है। सुशीला की क्रिकेट के प्रति लगन और प्रतिभा वाकई अद्भुत है। उन्हें हार्दिक बधाई और शुभकामनाएं! सचिन तेंदुलकर की पोस्ट को उद्योगपति समूह आदित्य बिरला ग्रुप ने भी साझा किया है। इसमें लिखा कि वाह, क्या शानदार खोज है। सचिन तेंदुलकर, सुशीला की प्रतिभा को नकारा नहीं जा सकता। हमें उनकी यात्रा में समर्थन करने के लिए हमारी FoursForGood पहल के तहत क्रिकेट प्रशिक्षण देने में खुशी होगी। आइए हम सभी सुशीला के पीछे एकजुट हों और उन्हें चमकने में मदद करें। हम मिलकर एक अच्छा भविष्य बना सकते हैं। सुशीला कक्षा पांचवीं की छात्रा है और वह तीन साल से क्रिकेट की प्रैक्टिस कर रही है। पहले वह खाली दीवार या किसी पत्थर को निशाना बनाकर गेंदबाजी करती थी, लेकिन अब वह इस खेल में इतनी माहिर हो गई है कि उसके गुरुजनों और शिक्षकों ने उसकी मदद करते हुए उसे खेल सामग्री उपलब्ध करवाई है। सुशीला के पिता रतनलाल और मां शांति बाई मीणा मजदूरी और खेती करके परिवार का पालन-पोषण करते हैं।
भीमराव अंबेडकर पर सियासी संग्राम, सीएम भजनलाल शर्मा क्यों हुए आग बबूला!
सदन में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के बयान को लेकर विपक्ष लगातार हमलावर है। बाबा साहेब भीमराव आंबेडकर को लेकर दिए गए बयान पर राजनीति गरमा गई है। कांग्रेस का आरोप है कि अमित शाह ने बाबा साहेब का अपमान किया। इसके जवाब में गृह मंत्री कह चुके हैं कि वह सपने में भी ऐसा नहीं कर सकते और कांग्रेस ने उनके बयान को तोड़-मरोड़कर सोशल मीडिया पर शेयर किया है। इस मामले को लेकर पक्ष और विपक्ष आमने-सामने हो गया है। विपक्ष लगातार सड़कों पर उतरकर विरोध जाता रहा है। विपक्ष के बढ़ते विरोध को देखते हुए मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने कांग्रेस पर निशाना साधा। मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने कहा कि गृहमंत्री ने सच्चाई सामने रखी तो कांग्रेस तिलमिला गई है।
भीमराव अंबेडकर पर संग्राम जारी आपको बता दें की केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह की ओर से बाबा साहब भीमराव अंबेडकर को लेकर दिए गए बयान के बाद देशभर में सियासी संग्राम मचा हुआ है। कांग्रेस बीजेपी को दलित विरोधी बताते हुए लगातार अमित शाह के बयान के जरिए घेरने में जुटी हुई है। वहीं, प्रधानमंत्री से लेकर तमाम भाजपा के नेता अमित शाह के समर्थन में उतर आए हैं। इसी कड़ी में मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने भी गृहमंत्री अमित शाह के बयान का समर्थन करते हुए कहा कि उन्होंने कांग्रेस की सच्चाई सामने रखी, जिससे वह पूरी तरह से तिलमिला गई है। यह वही कांग्रेस है, जिसने बाबा साहब अंबेडकर का कभी सम्मान नहीं किया।
सीएम भजनलाल शर्मा ने कहा सच्चाई सामने रखी तो कांग्रेस तिलमिला गई मुख्यमंत्री भजन लाल शर्मा ने कहा कि कांग्रेस ने बाबासाहेब भीमराव अंबेडकर का कभी भी सम्मान नहीं किया। बाबासाहेब को जितना अपमानित किया गया कांग्रेस की ओर से यह सब कांग्रेस के नेता भली भांति जानते हैं। जब गृहमंत्री अमित शाह ने यह सारी बातें सबके सामने रखी तो कांग्रेस बौखला गई है। मुख्यमंत्री भजन लाल शर्मा ने कहा मैं कांग्रेस के नेताओं से सवाल पूछना चाहता हूं की बाबा साहेब डॉ भीमराव अम्बेडकर ने कैबिनेट से इस्तीफा क्यों दिया। भीमराव अंबेडकर को कांग्रेस ने टिकट क्यों नहीं दिया। बाबासाहेब के चुनाव लड़ने पर कांग्रेस ने उनका विरोध क्यों किया। कांग्रेस की ओर से बाबासाहेब भीमराव अंबेडकर को भारत रत्न क्यों नहीं दिया गया। आखिर पंच तीर्थ का विकास किसने कराया। भजनलाल शर्मा ने कहा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बाबासाहेब भीमराव अंबेडकर के पंच तीर्थ का निर्माण करवाया और जनता के सामने बाबासाहेब के योगदान को रखा।
मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने साधा कांग्रेस पर निशाना सीएम भजनलाल शर्मा ने कहा भारतीय जनता पार्टी की सरकार हमेशा बाबा साहेब के अंत्योदय को लेकर चलती है। मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने कहा कि बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर ने कहा था की जब तक दलित, पिछड़े और अंतिम पंक्ति में खड़ा व्यक्ति आगे नहीं बढ़ेगा तब तक देश आगे नहीं बढ़ेगा। भाजपा इसी विचार को लेकर चल रही है। भारतीय जनता पार्टी ने ही आदिवासी दलित महिला को राष्ट्रपति बनाया। गृहमंत्री अमित शाह ने जो बात की है उसकी वजह से कांग्रेस तिलमिला गई है। भारतीय जनता पार्टी उसी रास्ते पर चल रही है जो रास्ता बाबा साहब ने दिखाया था। कांग्रेस के नेता हमेशा से ही दलितों के नाम पर राजनीतिक रोटियां सेकने की बात करते हैं। कांग्रेस ने देश पर इतने साल तक राज किया लेकिन कभी भी दलितों को आगे लाने का काम नहीं किया। लेकिन आज जब भारतीय जनता पार्टी दलित और पिछड़ों को आगे ला रही है तो कांग्रेस बौखला रही है।
पक्ष विपक्ष के बीच बयान बाजी का दौर जारी केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने भी विपक्ष पर जमकर हमला बोला। केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने कहा कि कांग्रेस राहुल गांधी को बार-बार लॉन्च करके और राहुल बार-बार हार कर अपना मानसिक संतुलन खो चुके हैं। शेखावत ने कहा संसद में गुंडागर्दी करना, सांसदों को धक्का देकर घायल कर देना, यहां तक कि महिला सांसद के करीब जाकर धमकाना, यही नहीं इसके पहले भी कई बार हिंसक बॉडी लैंग्वेज दिखाना कांग्रेस के युवराज की बिगड़ी दिमागी हालत के प्रत्यक्ष प्रमाण हैं। गजेंद्र सिंह शेखावत ने कहा कि राहुल गांधी को मेडिकल जांच की जरूरत है। शेखावत ने तो यहां तक कह दिया कि क्या राहुल गांधी संसद और सार्वजनिक स्थानों पर आने के लिए मानसिक रूप से स्वस्थ है। गजेंद्र सिंह शेखावत ने कहा कि राहुल गांधी की जैसी हरकत है उन्हें देखकर तो लगता है कि वह किसी के लिए भी खतरा बन सकते हैं।