बीते कुछ समय से भारत में हो रहे रेल हादसों को खत्म करने के लिए भारतीय रेलवे एक बड़ा कदम लेने वाला है। रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने देश के दो और रूटों को कवच सिस्टम से लैस करने की घोषणा करी है।
नई दिल्ली : पिछले कुछ समय से भारत में हो रहे रेल हादसों ने सभी को चिंता में डाल रखा है। भारत सरकार और रेलवे भी लगातार इस दिशा में काम कर रहा है। पिछले माह मेंमहीने बजट पेश होने के बाद ही रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने यात्रियों के सफर को सुरक्षित करने के लिए कवच प्रणाली के बारे में बात करी थी। अब आने वाले दिनों में रेलवे इसी दिशा में एक बहुत बड़ा कदम लेने जा रही है। रेलवे ने अगले चार सालों में देश के चार प्रमुख रूटों को कवच प्रणाली से लैस करने का लक्ष्य रखा है।
रेल हादसों को रोकने के लिए रेलवे दो नए रूटों पर कवच के अपग्रेडेड वर्ज़न कवच 4.0 लगाने जा रहा है। हाल ही में कवच के इस नए वर्ज़न को रिसर्च डिजाइन एण्ड स्टैन्डर्ड आर्गनाइजेशन (आरडीएसओ) से भी अप्रूवल प्राप्त हो गया है। दोनों ही रूटों को कवच लैस करने के लिए जल्द ही टेन्डर निकाला जाएगा। रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने बताया कि अब अक्टूबर माह तक दोनों ही रूटों पर काम शुरू हो जाएगा। वर्तमान में रेलवे देश के दो प्रमुख रूटों दिल्ली-मुंबई और दिल्ली-कोलकाता रूट पर कवच सिस्टम प्रणाली इंस्टॉल करने की दिशा में काम कर रहा है। अब मुंबई-चेन्नई और चेन्नई-कोलकाता रूटों पर भी कवच का अपग्रेडेड वर्ज़न 4.0 लगाया जाएगा। इन चारों रूटों की कुल लंबाई 9000 किलोमीटर है।
हर साल 4000 किलोमीटर ट्रैक कवच लैस करने का लक्ष्य
भारतीय रेलवे ने प्रतिवर्ष 4000 किलोमीटर लंबाई के ट्रैक को कवच लैस करने का लक्ष्य निर्धारित करा है। इस गति से देखा जाए तो रेलवे आने वाले तीन सालों में इन चारों रूटों को कवच लैस करने का अपना लक्ष्य प्राप्त कर लेगा। अभी तक रेलवे 1465 किलोमीटर ट्रैक कवच लैस कर चुका है। इसके अलावा भारत में लगभग 20,000 इंजन हैं। आने वाले पाँच सालों में रेलवे ने प्रतिवर्ष 5,000 इंजनों को कवच लैस करने का लक्ष्य रखा है। इसके अलावा ट्रैक और स्टेशन पॉइंट को भी कवच लैस किया जाएगा। ऐसा करने पर आने वाले समय में इन चारों रूटों पर आपस में रेल भिड़ने से होने वाले हादसे लगभग खत्म हो जाएंगे।
कवच 4.0 का सफल ट्रायल
इससे पहले रेलवे ने पहाड़ से लेकर समुद्र तक और बर्फबारी वाले क्षेत्रों के साथ-साथ घने जंगली क्षेत्रों में कवच के अपग्रेडेड वर्ज़न कवच 4.0 का सफल ट्रायल किया है। इसके बाद ही आरडीएसओ की ओर से कवच 4.0 को अप्रूवल दिया गया। अब जल्द ही रेलवे दो नए रूटों को कवच लैस करेगा।