Edited by: Kritika
एसआई भर्ती 2021 में फर्जीवाड़ा से जुड़े एक के बाद एक कई खुलासे हो रहे हैं। एसओजी (विशेष अभियान समूह) इस मामले में लगातार जांच को आगे बढ़ा रही है और आरोपियों की गिरफ्तारी कर रही है। लगातार सामने आ रहे फर्जीवाड़ों के बाद एसआई भर्ती परीक्षा रद्द करने की मांग भी उठ रही है। कैबिनेट मंत्री पद से इस्तीफा दे चुके किरोड़ी लाल मीणा भी इस परीक्षा में फर्जीवाड़े के आरोपों के साथ इसे रद्द करने की मांग कर चुके हैं।
अब सरकार ने संसदीय कार्य मंत्री जोगाराम पटेल की अध्यक्षता में छह सदस्यीय मंत्रिमंडलीय समिति का गठन किया है। यह समिति परीक्षा रद्द करने को लेकर जांच एजेंसियों और अन्य फीडबैक के आधार पर निर्णय लेगी। मंत्रिमंडल सचिवालय के शासन सचिव डॉ. जोगाराम की ओर से जारी आदेश के अनुसार, इस समिति का उद्देश्य उप-निरीक्षक पुलिस और प्लाटून कमांडेंट भर्ती परीक्षा 2021 की जांच करना है और संबंधित एजेंसियों के साथ अधिकारियों से चर्चा कर प्रस्तावित कार्रवाई की अनुशंसा करना है। समिति में संसदीय कार्य मंत्री जोगाराम पटेल संयोजक होंगे, जबकि चिकित्सा स्वास्थ्य मंत्री गजेंद्र सिंह, खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति मंत्री सुमित गोदारा, जनजातीय क्षेत्र विकास मंत्री बाबूलाल खराड़ी, गृह राज्य मंत्री जवाहर सिंह बेढम और सार्वजनिक निर्माण विभाग राज्य मंत्री मंजू बाघमार इसके सदस्य होंगे। समिति का प्रशासनिक विभाग गृह विभाग होगा, और इसके साथ सदस्य सचिव के रूप में गृह विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव होंगे।
यह समिति विभिन्न जनप्रतिनिधियों की मांग और जांच एजेंसियों की कार्रवाई पर विचार कर एसआई भर्ती परीक्षा रद्द करने या न करने की अनुशंसा मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा को सौंपेगी। एसआई भर्ती परीक्षा 13-15 सितंबर 2021 को आयोजित की गई थी, जिसमें उस समय बाबूलाल कटारा और रामूराम राईका आरपीएससी के सदस्य थे। शिक्षक भर्ती परीक्षा के पेपर लीक मामले के खुलासे के बाद एसओजी ने बाबूलाल कटारा को गिरफ्तार कर जेल भेजा था। जांच में पता चला कि बाबूलाल कटारा ने शिक्षक भर्ती परीक्षा का पेपर माफिया अनिल उर्फ शेरसिंह मीणा को दिया था। अब उसके तार एसआई भर्ती परीक्षा से भी जुड़ते नजर आ रहे हैं।
इस साल मार्च में एसओजी ने एसआई भर्ती परीक्षा में पेपर लीक का खुलासा करते हुए सबसे पहले 14 ट्रेनी एसआई को गिरफ्तार किया था। तब से अब तक एसओजी ने 70 से अधिक आरोपियों को गिरफ्तार किया है, जिसमें 42 ट्रेनी एसआई शामिल हैं, जिन्होंने लीक पेपर पढ़कर या अपनी जगह डमी अभ्यर्थी बिठाकर परीक्षा पास की। पेपर लीक से जुड़े 28 अन्य व्यक्तियों को भी एसओजी ने गिरफ्तार किया है, जिनमें आरपीएससी के दो पूर्व सदस्य भी शामिल हैं।