दौसा में उपचुनाव से पहले प्रिसिपलो के तबादले

उपचुनाव के ठीक पहले 40 प्रिंसिपल बदले - मंत्री किरोड़ीलाल मीणा की आपत्ति के बाद सरकार का यु -टर्न

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दौसा ;  राजस्थान मे चुनावी बिगुल बज चुका है। कल उपचुनावो की तारीखों का ऐलान हुआ, लेकिन इस ऐलान के चंद घंटो पहले ही राज्य के दौसा जिले मे 40 प्रिंसिपल बदल दिये गये। शिक्षा विभाग की तरफ से जारी सुचना के अनुसार  40 प्रिंसिपलों का ट्रांसफर  दौसा से बांसवाडा और बाडमेर जिले में कर दिया गया है।  आपको बता दे , राजस्थान में होने वाले उपचुनावों में दौसा 1 बड़ी व महत्वपूर्ण सीट है। जिले में आज से आचार संहिता लागू हो गई है  निर्वाचन विभाग के अनुसार चुनावो में दौसा संवेदनशील जिलो के अतंर्गत आता है। भारत निर्वाचन आयोग के मुताबिक, 13 नवंबर को दौसा विधानसभा सीट पर मतदान होना है,  ऐसे में उपचुनाव घोषणा के ठीक पहले, एक साथ 40 प्रिंसिपलो   का स्थानांतरण  होना वहाँ के स्थानीय  लोगो को असामान्य प्रतीत हुआ। 

इसमे गौर करने वाली बात यह भी है कि - तबाद‌ले किए गये प्रिंसिपलो में से 26 प्रिंसिपल एक ही जाति के थे। शिक्षा विभाग  द्वारा जारी सुची के अनुसार ट्रांसफर हुये 26 प्रिंसिपल मीणा जाति से है |   अब यह तबादला वहाँ चुनावी मुद्दे का रूप ले चुका है। काबिलेगौर यह भी है-  कि इन 40 प्रिंसिपलों में से 25 प्रिंसिपल दौसा के ही मुल निवासी है। मंगलवार को उपचुनाव की घोषणा से चंद घंटो पहले ही शिक्षा विभाग ने तबादला सूची जारी की जिसमे  प्रिंसिपल, वरिष्ठ अध्‌यापक और तृतीय श्रेणी के शिक्षकों  का तबादला  कर दिया गया।  जिसमें अधिकांश स्थानीय व एक ही जाति विशेष  [ मीणा ]  के थे।

मंत्री किरोड़ीलाल की आपत्ति के बाद  सूची निरस्त।                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                       

इस प्रकिया पर दौसा के स्थानीय निवासियों ने सवाल उठाये। जब डॉ. किरोडी लाल मीणा के पास शिकायते पहुंची तो उन्होंने भी इसे आपत्तिजनक स्वीकारा। कैबिनेट मंत्री किरोडीलाल ने कहा की मैंने इस  विषय मे शिक्षा मंत्री से बातचीत की है, इस तरह के तबादले से मतदाताओ मे गलत संदेश जाना स्वभाविक है व  जल्द ही सरकार इसमे संशोधन करेगी।   डॉ किरोडी लाल के इस बयान के ढाई घंटे बाद ही तबादला सूचि  निरस्त कर दी गई।

शिक्षा मंत्री मदन दिलावर ने कहा कि - शिक्षा विभाग की और से जारी तबादला सूचियों में जो कमियां रह गई थी उन्हें संसोधित किया गया है व सभी 40 प्रिसिपलों की तबादला सूची निरस्त कर दी गयी है जबकि व्याख्याता, वरिष्ठ अधिकारियो  व  अन्य शिक्षक श्रेणी की सुची जल्द ही  सशोधित की जायेगी।

 

[रिपोर्ट ; अनुश्री यादव ]