सांसद राजकुमार रौत और विधायक अभिमन्यु पूनिया उतरे SI भर्ती रद्द नहीं करने के समर्थन में, लिखा सीएम को पत्र

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जयपुर : राजस्थान पुलिस में एस आई भर्ती 2021 निरस्त होगी या नहीं इसको लेकर सियासत तेज हो गई है। इस मुद्दे पर लगातार बयान बाजी भी तेज हो गई है। एस आई भर्ती परीक्षा को लेकर दो पक्ष आमने-सामने हो गए हैं। जहां बेरोजगार युवा लगातार सड़कों पर उतरकर भर्ती परीक्षा को निरस्त करने की मांग कर रहे हैं वहीं दूसरी ओर  ट्रेनी एस आई और उनके परिजन सड़कों पर उतरकर लगातार भर्ती परीक्षा को निरस्त नहीं करने की मांग कर रहे हैं। सड़कों पर बैठे परिजन लगातार विरोध जाता रहे हैं और मामले में कार्यवाही कर फर्जी लोगों को गिरफ्तार करने की मांग कर रहे हैं। 
प्रदर्शनकारियों ने कहा कि सरकार को अनुचित तरीकों से परीक्षा पास करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करनी चाहिए लेकिन परीक्षा रद्द करना निर्दोष अभ्यर्थियों के साथ अन्याय होगा। परिजन लगातार हाथों में बैनर और तख्तियां लेकर परीक्षा रद्द नहीं करने को लेकर विरोध जता रहे हैं।
सरकार की ओर से इस भर्ती परीक्षा को लेकर 6 मंत्रियों की एक समिति बनाई है इस समिति के द्वारा ही निर्णय लिया जाएगा की परीक्षा को रद्द किया जाएगा या नहीं। परीक्षा में 800 से अधिक अभ्यर्थी चयनित हुए थे। और पुलिस अकादमियों में प्रशिक्षण ले रहे हैं। इनमें से 50 प्रशिक्षु उप निरीक्षक को राजस्थान पुलिस की विशेष शाखा यानी की एसओजी की ओर से गिरफ्तार कर लिया गया है।
युवा कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष व विधायक अभिमन्यु पूनिया ने कहा कि इस भर्ती को रद्द करना मेहनतकश युवाओं के हितों पर कुठाराघात होगा। उन्होंने मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा को पत्र लिखकर एसआई भर्ती-2021 को निरस्त नहीं करने की मांग की है। अभिमन्यु पूनिया ने इस पत्र में लिखा कि प्रदेश के मेहनतकश युवा, जिन्होंने अपने माता-पिता के खून पसीने की कमाई से पढ़-लिखकर नौकरी प्राप्त की है। उन युवाओं को कुछ चंद असामाजिक तत्वों की करतूतों की सजा नहीं मिलनी चाहिए। कुल भर्ती में से 5 प्रतिशत दोषी अभ्यर्थियों के कारण से इस संपूर्ण भर्ती को निरस्त किया जाता है तो यह उन मेहनतकश निर्दोष अभ्यर्थियों के साथ कुठाराघात एवं अन्याय होगा।


इस भर्ती में हनुमानगढ़, श्रीगंगानगर से चयनित एक भी सब इंस्पेक्टर एसओजी की जांच में दोषी नहीं पाया गया है. जो प्रमाणित करता है कि इस क्षेत्र में पेपर लीक की घटना नहीं हुई है।
आपको बता दें की सांसद राजकुमार रोत ने भी भर्ती को रद्द करने का विरोध जताया है। राजकुमार रोत ने कहा की सरकार वेरिफाई कर ले, जिन्होंने गलत किया है। उन्हें बाहर करे। राजकुमार रोत के बयान के बाद एसआई भर्ती परीक्षा रद्द न करने की मांग तेज हो गई। 
एसआई भर्ती में बड़े पैमाने पर धांधली के आरोप लगाकर भर्ती परीक्षा को रद्द करने के लिए भाजपा नेता डॉ. किरोड़ीलाल मीना लगातार भजनलाल सरकार पर दबाव बना रहे हैं। उन्होंने कई सार्वजनिक मंचों से इस भर्ती को रद्द करने की बात कही है। वे एसओजी मुख्यालय भी गए थे। जहां उन्होंने अधिकारियों को एसआई भर्ती में बड़े पैमाने पर धांधली के सबूत दिए थे। किरोड़ी लाल मीणा लगातार इस भर्ती परीक्षा को रद्द कराने की मांग करने हैं। हालांकि चयनित अभ्यार्थियों के परिजनों ने किरोड़ी लाल मीणा से मुलाकात कर इस भर्ती परीक्षा को निरस्त नहीं करने की मांग की थी। 
एसआई भर्ती निरस्त करने पर अब गृह विभाग अंतिम फैसला लेगा. जिसकी कमान खुद मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा के पास है. एसआई भर्ती को लेकर सरकार ने छह मंत्रियों की एक कमेटी बनाई थी. इस कमेटी ने अब अपनी रिपोर्ट गृह विभाग को सौंप दी है. ऐसे में माना जा रहा है कि गृह विभाग जल्द इस भर्ती को लेकर फैसला कर सकता है