प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने महाराष्ट्र में लखपति दीदी सम्मेलन में भाग लेते हुए देश की महिलाओं के हितों की रक्षा की बात की। इस दौरान उन्होंने देश की महिलाओं के लिए 2500 करोड़ के कोष का भी ऐलान किया।
जलगांव : रविवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी महाराष्ट्र के जलगांव पहुंचे जहां उन्होंने लखपति दीदी सम्मेलन में भाग लिया। सम्मेलन में पहुंचे प्रधानमंत्री का महिलाओं ने आरती उतारकर स्वागत किया। कार्यक्रम में प्रधानमंत्री ने 11 लाख महिलाओं को लखपति दीदी सर्टिफिकेशन भी सौंपा। मोदी सरकार ने अपने तीसरे कार्यकाल में यह आंकड़ा छुआ है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि विदेश में भी महाराष्ट्र वासियों का बहुत सम्मान है। पोलैंड में स्थित कोल्हापुर वॉर मेमोरियल का जिक्र करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि पोलैंड में महाराष्ट्र के लोगों के सेवाभाव के इस प्रतीक को देखकर उनका माथा गर्व से ऊंचा हो गया। उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र की नारी शक्ति पूरे देश की महिलाओं को प्रेरित करती है। उन्होंने कहा कि अपने सामने मौजूद हजारों महिलाओं में भी उन्हें राजमाता जीजाबाई और सावित्री बाई फूले की छाप नजर आती है। लखपति दीदी योजना की बात करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि लोकसभा चुनावों से पहले उन्होंने तीन करोड़ लखपति दीदियाँ बनाने की बात कही थी। उन्होंने बताया कि पिछले दस वर्षों में एक करोड़ लखपति दीदी बनीं और केवल पिछले दो महीनों में और 11 लाख दीदियों ने लखपति बनने के अपने सफर को पूरा किया। इस लक्ष्य को पूरा करने में उन्होंने महाराष्ट्र की महायुति सरकार के कामों की सराहना की। उन्होंने कहा कि इस सरकार में एकनाथ शिंदे, अजीत पवार और देवेन्द्र फड़नवीस की भी पूरी टीम ने बहुत मेहनत की है। उन्होंने महाराष्ट्र में माताओं बहनों, किसानों और नौजवानों के लिए चलाई जा रही योजनाओं की भी तारीफ की। उन्होंने कहा कि आज भारत को विश्व की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनाने में महिलाओं का बहुत बड़ा योगदान है।
2500 करोड़ का कोष ऐलान
सम्मेलन के दौरान प्रधानमंत्री ने 2500 करोड़ रुपये कोष का भी ऐलान किया। इस धनराशि से देश के करीब 4.3 लाख स्वयं सेवादता समूहों से जुड़े 48 लाख सदस्यों को लाभ मिलेगा। प्रधानमंत्री ने पाँच हजार करोड़ रुपये के बैंक ऋण भी वितरित किए। इस ऋण से देश के 2.35 लाख स्वयं सेवादता समूहों से जुड़ी 25 लाख से ज्यादा महिलाओं को फायदा होगा। सम्मेलन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लखपति दीदी योजना को पैसा कमाने की नहीं बल्कि पीढ़ी को सशक्त करने की योजना कहा। उन्होंने कहा कि महिलाओं के पैसा कमाने से परिवार में उनका मान सम्मान बढ़ने के साथ-साथ परिवार की खर्च करने की क्षमता भी बढ़ती है। महिलाओं के पैसा कमाने से परिवारों के भाग्य बदलते हैं।
दस वर्ष मोदी बनाम सात दशक विपक्ष
सम्मेलन में अपनी सरकार के पिछले दस वर्षों के बारे में बोलते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि उनकी सरकार ने पिछली सभी सरकारों के सात दशकों से ज्यादा काम पिछले दस वर्षों में किया है। 2014 तक लगभग 25 हजार करोड़ का ही बैंक लोन सखीमण्डलों को दिया गया था जबकि उनकी सरकार ने मात्र 10 सालों में ही 9 लाख करोड़ का आंकड़ा छू लिया है। इसके अलावा महिलाओं के लिए सीधी बढ़त में भी 30 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई है। आने वाले समय में हम देश के विकास में इस महिला भूमिका का और विस्तार करेंगे। हमने कृषि सखी कार्यक्रम, मुद्रा योजना एवं जन धन खाते जैसी बैंकिंग योजनाओं में महिलाओं को प्राथमिकता दी है। इसके अलावा अपने भाषण में प्रधानमंत्री ने डिफेन्स सेक्टर में महिलाओं की बढ़ती भागीदारी के साथ-साथ पशु सखी योजना एवं नारी शक्ति वंदन कानून का भी जिक्र किया।
आपकी समस्याएं कम करना आपके भाई का संकल्प है
प्रधानमंत्री ने अपने सम्बोधन में कहा कि हमारे ये सभी काम तो बस ट्रैलर हैं। आपके इस भाई, बेटे ने अपने देश की माताओं, बहनों एवं बेटियों की मुश्किलों को कम करने का संकल्प ले रखा है। मैंने ये संकल्प महिला हितों को ध्यान में रखते हुए लिया है। प्रधानमंत्री ने कहा कि उनकी सरकार आगे भी इसी तरह से महिला सशक्तिकरण की दिशा में काम करती रहेगी।