गुजरात के सोमनाथ में प्रशासन का अतिक्रमण विरोधी अभियान, नौ धार्मिक ढांचों को किया ध्वस्त, भारी संख्या में पुलिस बल तैनात

गुजरात के सोमनाथ में भारी पुलिस बल तैनात कर अतिक्रमण ध्वस्त, नौ धार्मिक ढांचों समेत 320 करोड़ की भूमि अतिक्रमण मुक्त

शनिवार को गुजरात में अतिक्रमित भूमि के खिलाफ बबड़े स्तर पर धवस्तिकरण अभियान चलाया गया। इस अभियान में जिला प्रशासन ने नौ धार्मिक ढांचों समेत कई अन्य निर्माणों को ध्वस्त कर लगभग 320 करोड़ के अवैध निर्माण को ध्वस्त किया। 

गुजरात : शनिवार को गुजरात के सोमनाथ जिले में स्थानीय प्रशासन द्वारा अतिक्रमण विरोधी अभियान चलाया गया। इस दौरान प्रशासन ने नौ अवैध धार्मिक ढांचों को ध्वस्त कर दिया। इस दौरान 300 करोड़ से अधिक मूल्य की भूमि को अतिक्रमण मुक्त किया गया। इस दौरान जिले में कानूनी व्यवस्था बनाए रखने के लिए भारी संख्या में पुलिस बल तैनात कर लगभग 150 लोगों को हिरासत में लिया गया। 
प्रशासन का यह अतिक्रमण विरोधी अभियान गुजरात के सोमनाथ जिले में सोमनाथ मंदिर और सर्किट हाउस के पीछे के क्षेत्रों में चलाया गया था। गिर सोमनाथ के पुलिस अधीक्षक (एसपी) मनोहर सिंह जडेजा ने कहा कि जिले में कई स्थानों पर असामाजिक तत्वों ने अतिक्रमण कर रखा था। हमने स्थानीय प्रशासन के साथ मिलकर ध्वस्तीकरण अभियान शुरू किया है। हमने 1,400 पुलिसकर्मियों को तैनात किया है और लगभग 150 लोगों को हिरासत में लिया है। उनके खिलाफ मामले दर्ज किए जा रहे हैं। 

नौ धार्मिक ढांचों को भी किया गया ध्वस्त 

जिला प्रशासन के इस धवस्तिकरण अभियान में नौ धार्मिक ढांचों को भी ध्वस्त किया गया। इस कार्यवाही के दौरान नौ अवैध धार्मिक ढांचों को भी ध्वस्त किया गया। गिर सोमनाथ के कलेक्टर दिग्विजय सिंह जडेजा ने बताया कि नोटिस जारी किये जाने के बावजूद अतिक्रमणकारी अवैध निर्माण को नहीं हटा रहे थे। इस कारण प्रशासन के पास इन अवैध ढांचों को ढहाने के अलावा और कोई विकल्प नहीं बचा था। धवस्तिकरण अभियान में प्रशासन की ओर से 58 बुलडोजरों को तैनात किया गया था। इसके अलावा मौके पर 52 ट्रैक्टरों, 58 बुलडोजरों, दो हाइड्रा क्रेनों, पांच ट्रक, दो एंबुलेंस समेत तीन दमकल की गाड़ियां भी मौजूद रहीं। 

320 करोड़ कीमत की अतिक्रमित जमीन मुक्त 

कलेक्टर की ओर से जारी बयान में कहा गया कि, " नौ धार्मिक ढांचों और 45 कमरों का इस्तेमाल मुसाफिरखाना के तौर पर किया जा रहा था। अनुमानित 320 करोड़ रुपये कीमत की जमीन को नियमानुसार खाली करा लिया गया है। ध्वस्तीकरण की कार्रवाई आज सुबह शुरू हुई और 102 एकड़ जमीन पहले ही खाली कराई जा चुकी है। हम दो दिनों के भीतर अभियान पूरा कर लेंगे।" 

भारी पुलिस बल किया गया तैनात

अतिक्रमण विरोधी अभियान के दौरान किसी भी तरह की सामाजिक अस्थिरता की स्थिति को टालने के लिए प्रशासन की ओर से बड़ी संख्या में पुलिस बल की तैनाती की गई। जिले में वरिष्ठ पुलिस और जिला प्रशासन के संबंधित अधिकारियों समेत 788 पुलिसकर्मियों और भारी संख्या में राज्य के रिज़र्व पुलिस बल को तैनात किया गया था। इस दौरान टेन पुलिस अधीक्षक, चार पुलिस उपाधीक्षक, 12 निरीक्षक, 24 उपनिरीक्षक, अतिरिक्त जिला मजिस्ट्रेट, उप-मंडल मजिस्ट्रेट और कार्यपालक मजिस्ट्रेट मौजूद रहे। भारी पुलिस बल तैनाती के कारण क्षेत्र में कानून व्यवस्था नियंत्रित रही और किसी भी प्रकार की कोई अप्रिय घटना नहीं हुई।