इजराइल ने गाजा में 2 मार्च को लागू की नाकाबंदी पिछले ढाई महीने में गाजा में UN और बाकी एजेंसियों के खाद्य भंडार पूरी तरह से खत्म हो गए हैं. खाने-पीने के सामानों की कमी के चलते गाजा में भुखमरी का खतरा बढ़ गया है. इस वजह से अमेरिका समेत कई देशों का इजराइल पर दबाव बढ़ रहा था, जिसके बाद पीएम बेंजामिन नेतन्याहू ने रविवार को गाजा पट्टी में जरूरी मदद फिर से शुरू करने का आदेश दिया. नेतन्याहू ने कहा कि गाजा में मदद पहुंचाना जरूरी है ताकि गाजा में भूख की स्थिति न पैदा हो, क्योंकि इससे हमास के खिलाफ चल रहे सैन्य अभियान को नुकसान हो सकता है. उन्होंने कहा कि इजराइल यह सुनिश्चित करेगा कि मदद सिर्फ जरूरतमंद लोगों तक पहुंचे और हमास को न मिले.
UN एजेंसी नहीं, अमेरिकी एजेंसी खाना बांटेंगी
रिपोर्ट के मुताबिक गाजा में फिलहाल एक हफ्ते के लिए मदद पहुंचाई जाएगी. इस दौरान इजराइल गाजा में खाना बांटने के लिए नए वितरण केंद्र बनाएगा। ये सेंटर इजराइली सेना की निगरानी में रहेंगे. इसका संचालन अमेरिकी कंपनियां करेंगी. नई व्यवस्था के तहत गाजा के लोगों को गाजा ह्यूमैनिटेरियन फाउंडेशन (GHF) के जरिए मदद दी जाएगी. हालांकि कई सहायता एजेंसियों ने इस योजना की आलोचना की है. उनका कहना है कि इससे मानवाधिकार का उल्लंघन होता है.
- GHF स्विट्जरलैंड में रजिस्टर्ड है। पूर्व अमेरिकी मरीन जेक वुड्स इसे चलाते हैं.
- संयुक्त राष्ट्र (UN) का कहना है कि वह GHF के साथ काम नहीं करेंगे, क्योंकि यह निष्पक्ष नहीं है.
- गाजा में GHF के 4 वितरण केंद्र खोले जाने की तैयारी है जबकि UN के पूरे गाजा में 400 वितरण केंद्र हैं.
- अगर GHF से गाजा के लोगों को खाना मिले तो बहुत कम लोगों तक ही मदद पहुंच पाएगी.
इजराइल यह सुनिश्चित करेगा कि मदद सिर्फ जरूरतमंद लोगों तक पहुंचे
पिछले ढाई महीने में गाजा में UN और बाकी एजेंसियों के खाद्य भंडार पूरी तरह से खत्म हो गए हैं. खाने-पीने के सामानों की कमी के चलते गाजा में भुखमरी का खतरा बढ़ गया है.
इस वजह से अमेरिका समेत कई देशों का इजराइल पर दबाव बढ़ रहा था, जिसके बाद पीएम बेंजामिन नेतन्याहू ने रविवार को गाजा पट्टी में जरूरी मदद फिर से शुरू करने का आदेश दिया. नेतन्याहू ने कहा कि गाजा में मदद पहुंचाना जरूरी है ताकि गाजा में भूख की स्थिति न पैदा हो, क्योंकि इससे हमास के खिलाफ चल रहे सैन्य अभियान को नुकसान हो सकता है. उन्होंने कहा कि इजराइल यह सुनिश्चित करेगा कि मदद सिर्फ जरूरतमंद लोगों तक पहुंचे और हमास को न मिले.