राज्यपाल हरिभाऊ बागडे ने भारतीय मूल की अंतरिक्ष यात्री सुनीता विलियम्स के 9 माह बाद अंतरिक्ष से वापस लौटने पर प्रसन्नता जताते हुए वंदन,अभिनंदन किया। उन्होंने कहा कि सुनीता विलियम्स भारत ही नहीं सम्पूर्ण विश्व की गौरव हैं। वह नारी शक्ति की प्रतीक हैं।अंतरिक्ष में इतने दीर्घ समय तक अपने साहस, धैर्य, निर्भीकता से रहकर उन्होंने संपूर्ण जगत को गौरवान्वित किया हैं।
राज्यपाल ने किया सुनीता विलियम्स का वंदन, अभिनंदन राज्यपाल ने सुनीता विलियम्स को नारी शक्ति की प्रत
सुनीता विलियम्स भारत ही नहीं सम्पूर्ण विश्व की गौरव हैं

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रफीक खान ने कहा-क्या मेरा मुसलमान होना कोई गुनाह, आखिर क्यों छलका विधायक का दर्द...
आखिर विधानसभा में ऐसा क्या हुआ की मीडिया के सामने भावुक हो गए कांग्रेस के मुख्य सचेतक रफीक खान। विधायक रफीक खान का दर्द छलक उठा और वह भावुक हो गए। मीडिया से बात करते हुए रफीक खान का गला भर आया और उन्होंने कहा कि सदन में मेरा चरित्र हनन किया गया। क्या मेरा मुसलमान होना कोई गुनाह है। सदन में मुझे गालियां दी गई। मैं अपने आप को पीड़ित महसूस कर रहा हूं। रफीक खान ने कहा कि अगर मुसलमान होना गुनाह है तो भाजपा के लोगों से कह रहा हूं कि आप कोई कानून लेकर आ जाओ। और यह कह दो कि आगे से कोई मुसलमान विधायक चुनकर नहीं आएगा। रफीक खान भावुक होते हुए कहने लगे कि आज अगर मेरे पिता जिंदा होते तो यह शब्द सुन भी नहीं पाते। मेरे पिता हिंदी के कवि रहे और उन्होंने हमेशा हिंदी को बढ़ावा दिया है। दरअसल रफीक खान का यह दर्द इसलिए छलक क्योंकि विधानसभा में हंगामे के दौरान पाकिस्तानी-पाकिस्तानी के नारे लगाए गए थे। यह मामला लगातार तूल पकड़ता जा रहा है। इसे लेकर कांग्रेस में रोष व्याप्त है और कांग्रेस लगातार इसकी निंदा कर रही हैं।
पाकिस्तानी कहने पर छलका विधायक रफीक खान का दर्द
रफीक खान ने कहा कि मैं विधानसभा अध्यक्ष से मिला तो उन्होंने कहा कि संसदीय कार्य मंत्री से बात करो। मैं संसदीय कार्य मंत्री से मिला तो उन्होंने कहा कि हम चर्चा नहीं करेंगे। शब्द डिलीट कर देंगे, लेकिन यह शब्द पूरे मीडिया में है। यूट्यूब पर हैं तो क्या वहां से यह शब्द डिलीट हो जाएंगे। रफीक खान ने कहा कि विधायक गोपाल शर्मा ने जिस तरह से मेरे चरित्र का चीर हरण किया वह बर्दाश्त के लायक नहीं है। रफीक खान ने कहा की विधानसभा में चर्चा कर रहे हो तो बातचीत से समाधान होना चाहिए था। आपने चर्चा के दौरान न केवल शब्दों की मर्यादा तोड़ी, जिस तरह मेरे व्यक्तित्व का चीर हरण किया गया। इस तरह के शब्द मेरे लिए इस्तेमाल किए गए , मैं उम्मीद करता हूं यह बात पूरी सरकार सुनेगी और इस बात पर चर्चा करेगी ।
राजस्थान विधानसभा में लगे थे पाकिस्तानी-पाकीस्तानी के नारे
यह मामला तब शुरू हुआ जब राजस्थान विधानसभा में नगरीय विकास और स्वायत्त शासन की अनुदान मांगों पर चर्चा के दौरान सदन का माहौल अचानक गरमा गया। कांग्रेस के सचेतक रफीक खान जब अपनी बात रख रहे थे,रफीक खान ने भजनलाल सरकार के एक वर्ष के कार्यकाल को नाकाम बताया। साथ ही उन्होंने एक शेर पढ़ा ‘जो रईस हैं खानदानी मिजाज रखते हैं, नरम अपना, तुम्हारा लहजा बता रहा है, तुम्हारी दौलत नई नई है‘। तभी भाजपा विधायक गोपाल शर्मा ने उन पर पाकिस्तानी -पाकिस्तानी का नारा लगाया। गोपाल शर्मा के इस बयान पर कांग्रेस विधायकों ने कड़ा ऐतराज जताया, जिससे सदन में तकरीबन दो मिनट तक नोकझोंक होती रही। इस मामले को लेकर नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली ने भी रोष जताया था।
खान ने कहा- मुस्लिम विधायक होना गुनाह तो पास करवा दो कानून
टीकाराम जूली ने इस मामले को लेकर कहा था की सिविल लाइंस विधायक गोपाल शर्मा द्वारा कांग्रेस विधायक दल के मुख्य सचेतक रफीक खान पर की गई टिप्पणी बेहूदा एवं स्तरहीन है। भाजपा नेताओं में बयानबाजी का स्तर दिनोंदिन गिराने की होड़ लग गई है। इन्हें विधानसभा में बोलने और सड़क पर दिए जाने वाले भाषणों में कोई अन्तर नहीं लगता है। ये भूल जाते हैं कि रफीक खान उस शेखावटी की भूमि से आते हैं जहां सभी धर्मों के लोग सेना में जाकर इस देश के लिए फक्र से अपनी जान देते हैं। विधानसभा अध्यक्ष वासुदेव देवनानी एवं सदन के नेता भजनलाल शर्मा को इस पर संज्ञान लेकर विधायक पर कार्रवाई करनी चाहिए। ऐसी टिप्पणियां असहनीय एवं निंदनीय हैं। मुख्यमंत्री को स्पष्ट करना चाहिए कि क्या ऐसे बयानों में क्या उनकी स्वीकारोक्ति है
राजस्थान के उपचुनावों में पार्टीयों के बीच गठबंधन को लेकर पशोपेश ।
जयपुर : उपचुनावों की घोषणा के साथ ही राजस्थान में भी चुनावी रण छिड गया है। सभी 7 सीटो पर नामांकन भरने की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है। 13 नवंबर को वोटिंग व 23 नवंबर को उपचुनाव का परिणाम आयेगा। चुनावी घोषणा के साथ ही, राज्य की सभी पार्टियां अपनी अपनी रणनितियो मे जूट गई है। गठबंधन पर भी बैठको का दौर शुरू हो गया है। हालंकि गठबंधन पर सभी पार्टियों के अपने -अपने मत है। राजस्थान में होने वाले 7 सीटो पर उपचुनाव में 4 प्रमुख पार्टिया सामने निकलकर आ रही है - भाजपा, कांग्रेस, BAP और RLP और चारो ही पार्टिया असमजम में दिख रही है।
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष मदन राठौड का कहना है - कि वो उपचुनाव मे किसी से गठबंधन के लिए आग्रह नही करेगे , लेकिन अगर आगे से कोई निवेदन आता है - तो उसे मना भी नहीं करेंगें। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष ने उप-चुनावो को काग्रेस के लिए लिए सभी चुनौती माना , जबकि भाजपा के सभी 7 सीटो पर आश्वस्त दिखे।वहीं काग्रेस ने गठबंधन पर फैसला दिल्ली आलाकमान पर छोड़ा है। आपको बता दे ,लोकसभा चुनाव में राष्टीय पार्टी काग्रेस ने क्षेत्रीय पार्टी BAP से गठबंधन किया था।आदिवासी बेल्ट चौरासी विधानसभा सीट पर BAP जीत सुनिश्चत मान रही है| ऐसे में माना जा रहा था- यदि चौरासी सीट पर दोनो पार्टीयो का गठबंधन हो जाता है, तो यह बीजेपी की साख पर सवाल बन जायेगी। लेकिन कल भारत आदिवासी पार्टी ने स्वतंत्र रूप से चुनाव लड़ने का ऐलान करके सभी प्रकार की सुगबुगाहट पर पुरण विराम लगा दिया है। BAP के मोहनलाल रोत का कहना है कि हम किसी प्रकार का समझौता नहीं करेगें। चौरासी व सलूबर सीट से पार्टी अपने प्रत्याशी मैदान में उतारेगी। देवली -उनियार सीट पर अभी विचार जारी है। हालंकि मोहनलाल रोत का यह भी कहना है कि- वो गठबंधन नही करेंगे, हाँ यदि काग्रेस समर्थन देती है, तो स्वागत है।
बेनीवाल ने कहा- भाजपा हमारी दुश्मन न०-1
वही दूसरी तरफ RLP सुप्रीमो हनुमान बेनीवाल का गुरुवार को एक बयान आया है.बेनीवाल ने बताया की BJP उनकी दुश्मन न०-1 है| भाजपा को सभी 7 सीटो पर मात के लिए वह काग्रेस से गठबंधन के लिए तैयार है। लेकिन देवली व खींवसर सीट पर वे अपने प्रत्याशी मैदान में उतारेंगे | बेनीवाल के अनुसार दो तीन दिन में यह साफ हो जायेगा कि दोनो पार्टियों में अलाइंस होता है कि नहीं। लेकिन अगर काग्रेस, RLP की शर्ते मान कर उनकी दो सीट की डिमांड पूरी कर देती है और सभवतः गठबंधन हो जाता है, तो बीजेपी की जीत की डगर कठिन हो सकती है, हाँ यदि मुकाबला त्रिकोणीय होता है भाजपा की जीत की संभावना अधिक हो जाती है |RLP प्रमुख ने यह भी स्पष्ट किया है कि यदि गठबंधन नहीं होता है ये देवली- उनियारा व खींवसर समेत रामगढ व झुंझुनूं यानि 4 सीटों पर चुनाव लडेंगें । इन सभी , चर्चाओ पर नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली ने कहा कि वे राज्य की सभी 7 सीटो पर चुनाव लड़ने केलिए पूर्णतय तैयार हैं। लेकिन गठबंधन पर निर्णय के लिए दिल्ली में कमेटी बनायी गयी है। आलाकमान जो तय करेगा हमें वह मान्य होगा।
आपको बता दे - दौसा विधानसभा सीट पर कांग्रेस सचिन पायलट के समर्थक को टिकट देने की संभावना बतायी जा रही| वही झुंझुनूं विधानसभा सीट पर भाजपा की तरफ से बबलू चौधरी की दावेदारी मानी जा रही है। रामगढ़ सीट पर दिवंगत विधायक जुबेर खान की पत्नी व बेटे को चुनावी मैदान में उतारकर कांग्रेस अपना इमोशल कार्ड खेल सकती है जबकि भाजपा अपने पुराने प्रत्यशी सुखवंत सिंह को टिकट दे सकती है। चौरासी विधानसभा सीट पर BAP का दबदबा है व देवली- उनियारा , खीवंसर सीट पर RLP का वर्चस्व बना हुआ है। ( रिपोर्ट: अनुश्री यादव )
विश्वास की दिवार...जहां छात्र लिखते हैं अपनी अर्जी, कोई खुश तो कोई पास होने की लगाता है गुहार
विश्वास की दीवार यह एक ऐसी दीवार है जहां लाखों छात्र अपनी मन्नत लेके पहुंचते हैं। कहते हैं की यहा लिखी हर बात सच होती है। कोई खुश रहना चाहता है तो कोई डिप्रेशन से बाहर निकलना चाहता है यही वजह है की दीवारों पर लिखकर भगवान से अपनी मनोकामनाएं पूरी करने की कामना करते हैं। यह दीवार कोटा के तलवंडी में स्थित राधा कृष्ण मंदिर की। रोजाना हजारों की संख्या में छात्र आते हैं और दीवारों पर अपनी मनोकामना लिखकर जाते हैं। शिक्षा की नगरी कोटा में लाखों की संख्या में विद्यार्थी मेडिकल और इंजीनियरिंग एंट्रेंस की तैयारी के लिए आते हैं। इन छात्रों का राधा कृष्ण के मंदिर से गहरा नाता है। छात्र मंदिर की दीवारों पर अपनी अर्जी लिखते हैं। इन छात्रों का विश्वास है कि लिखने से पहले उनकी मनोकामना जल्द ही पूरी होगी। और यही वजह है कि वह दीवारों पर अपनी मन्नत लिखकर जाते हैं। मंदिर की जो दीवारें हैं चंद महीनों में ही बच्चों की कमेंट से भर जाती है। जिसकी वजह से मंदिर कमेटी को बार-बार मंदिर की दीवारों को फिर से रंगवाना पड़ता है। लेकिन फिर भी बच्चों को दीवार पर लिखने से रोक नहीं जाता है। बच्चे यहां आकर अपने सिलेक्शन के लिए भगवान से अर्जी लगाते हैं।
दीवार पर लिखकर छात्र मांगते हैं अपनी मन्नत कोचिंग छात्र यहां मंदिर की दीवार पर अपनी मनोकामनाएं विश लिखकर जाते हैं। मनोकामना पूरी होने पर ठाकुर जी को भेंट चढ़ाते हैं। अटूट आस्था के चलते मंदिर की दीवार को मान्यताओं की दीवार भी कहा जाता है। छात्र अपनी अलग अलग तरीके से मनोकामनाएं लिखते हैं। मंदिर की दीवार पर छात्रों की मनोकामनाएं से दीवार पूरी तरह रंग बिरंगी है। मंदिर के पुजारी का कहना है कि 80 परसेंट छात्रों की मनोकामनाएं पूरी भी होती हैं और बाद में छात्र यहां आते भी हैं और हमें बताते भी हैं। बच्चे यहां पर आते हैं और भगवान के दर्शन भी करते हैं, उनके परिजन भी आते हैं। यहां तक की कई पेरेंट्स भी यहां पर कमेंट लिख कर जाते हैं। सभी ज्यादातर अपने सिलेक्शन और परिवार की खुशी की मांग भगवान से करते हैं। 26 साल पुराना यह मंदिर है मंदिर जब से बना है उसके 2 साल बाद से ही बच्चे मंदिर की दीवार पर अपनी मनोकामनाएं लिखते हैं।बच्चे आईआईटी मेडिकल के बारे में लिखकर जाते हैं और जब अच्छे अंक प्राप्त करते हैं तो भगवान को धन्यवाद देने फिर से लोटते है।
कोई खुश रहना तो कोई डिप्रेशन से निकलने के लिए लगाता है अर्जी राधा कृष्ण मंदिर तलवंडी में कोचिंग एरिया में ही स्थित है। इस समय सुबह और शाम जब मंदिर के पट खुलते हैं, तो बड़ी संख्या में विद्यार्थी और उनके परिजन भी यहां आते हैं। वे यहां पर चल रहे धार्मिक कार्यक्रमों में भी भाग लेते हैं। पढ़ाई के दौरान करीब 1 से 2 साल विद्यार्थी कोटा में रहते हैं। ऐसे में विद्यार्थियों को इस मंदिर से काफी जुड़ाव हो जाता है। साथ ही यहां लिखने की परंपरा की जानकारी भी यहां से पढ़कर गए विद्यार्थियों से ही उनको मिलती है, ऐसे में बच्चे इस नियम का फॉलो करते हैं। मंदिर में आरती के समय बड़ी संख्या में स्टूडेंट यहां पर आकर बैठ जाते हैं। कुछ विद्यार्थी तो ऐसे हैं जो कि भजन और अन्य कार्यों में भी अपनी रुचि दिखाते हैं। जन्माष्टमी के दिनों में बड़ी संख्या में पेरेंट्स और बच्चे इसमें पार्टिसिपेट करते हैं। सबसे बड़ी बात यह है कि मंदिर की दीवारों पर हर लैंग्वेज में स्टूडेंट्स की लिखी हुई बातें देखी जा सकती हैं। हिंदी, अंग्रेजी के अलावा मलयालम, तेलुगू, मराठी, उड़िया, असमिया व बंगाली भाषा में भी कमेंट लिखकर चले जाते हैं। मंदिर में मुस्लिम छात्र भी आते हैं। और वह उर्दू में अपनी मन्नत लिखकर जाते हैं।
जयपुर समेत 4 जिलों में बारिश, 2-शहरों में ओले गिरे
राजस्थान में वेस्टर्न डिस्टर्बेंस के असर से शुक्रवार दोपहर मौसम अचानक बदल गया। जयपुर और हनुमानगढ़ में बारिश के साथ ओले गिरे। अलवर और डीडवाना-कुचामन जिले के कुचामन सिटी में बारिश हुई। बीकानेर के आसपास के इलाकों में आंधी चली। मौसम विशेषज्ञों के मुताबिक, इस सिस्टम का असर आज कई जिलों में देखने को मिल सकता है। बादल छा सकते हैं। वहीं, 50KM की स्पीड तक आंधी चलने के साथ हल्की बारिश या बूंदाबांदी भी हो सकती है। 20 जिलों में अलर्ट जारी किया है मौसम विभाग के मुताबिक, नए सिस्टम का असर 12 अप्रैल तक रहेगा। 14 अप्रैल से फिर से प्रदेश में गर्मी तेज होगी और हीटवेव का दौर शुरू होगा।
आंधी-बारिश से तापमान में आई गिरावट
इससे पहले, गुरुवार को आंधी-बारिश के कारण प्रदेश के अधिकांश शहरों में दिन-रात के तापमान में 1 से लेकर 3 डिग्री सेल्सियस तक गिरावट हुई। कल कुछ शहरों में अधिकतम तापमान 40 डिग्री सेल्सियस से नीचे दर्ज हुआ। कल राज्य के दिल्ली-एनसीआर और हरियाणा से लगते जिलों में आसमान में बादल छाए। झुंझुनूं, अलवर, सीकर, जयपुर और भरतपुर में दोपहर बाद बादल छाए और कुछ जगह आंधी चली। भरतपुर-अलवर का एरिया जो यूपी से लगता है, वहां कुछ जगहों पर देर शाम को हल्की बारिश, बूंदाबांदी हुई। राजधानी जयपुर में कल दिनभर आसमान साफ रहा और दिनभर धूप रही। जयपुर में अधिकतम तापमान 41.1 डिग्री सेल्सियस दर्ज हुआ।
रात में भी गर्मी हुई कम, पारा 25 डिग्री से नीचे आया
दिन के साथ-साथ रात के तापमान में भी गिरावट होने से कई शहरों में रात में गर्मी कम रही। चित्तौड़गढ़ में कल न्यूनतम तापमान 22.9 डिग्री सेल्सियस, भीलवाड़ा में 22.5, जैसलमेर में 24.9, जालोर में 20.5, जोधपुर में 23.2 और अजमेर में 24.1 डिग्री सेल्सियस दर्ज हुआ।
मुख्यमंत्री ने ली जयपुर मेट्रो-फेज 2 की अहम बैठक
मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने गुरूवार को मेट्रो कॉरिडोर फेज-2 की विस्तृत परियोजना रिपोर्ट (डीपीआर) के संबंध में महत्वपूर्ण समीक्षा बैठक ली। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि मेट्रो फेज-2 की डीपीआर में प्रस्तावित सीतापुरा से अंबाबाड़ी तथा विद्याधर नगर तक भविष्य की आवश्यकता तथा आमजन की सुगमता को देखते हुए मेट्रो स्टेशन बनाए जाएं। उन्होंने कहा कि जयपुर एक ऐतिहासिक और तेजी से बढ़ता शहर है और मेट्रो का विस्तार यहां की बढ़ती आबादी और यातायात दबाव को संतुलित करने में अहम भूमिका निभाएगा। राज्य सरकार की मंशा है कि जयपुरवासियों के लिए सुगम एवं अत्याधुनिक परिवहन तंत्र विकसित किया जाए जिससे जयपुर स्मार्ट सिटी की दिशा में देशभर में मॉडल शहर बने। शर्मा ने कहा कि मेट्रो फेज-2 के तहत प्रोजेक्ट में खर्चे व लागत का समुचित आकलन किया जाये ताकि वित्तीय संसाधनों का सदुपयोग होने के साथ ही आमजन के लिए भी बेहतर परिवहन सुविधा उपलब्ध करवाई जा सके। बैठक के दौरान मुख्यमंत्री ने मेट्रो की डीपीआर में प्रस्तावित रूट, अनुमानित लागत, परियोजना की व्यवहार्यता तथा वित्तीय मॉडल की जानकारी ली।
रेलवे स्टेशन-एयरपोर्ट के नजदीक बनाएं मेट्रो स्टेशन—
मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिए कि परियोजना में आमजन की सुविधा को सर्वाेपरि रखते हुए रूट का निर्धारण किया जाए। उन्होंने कहा कि मेट्रो स्टेशन ऐसे स्थानों पर बनाए जाएं जो आम लोगों की पहुंच में हों, और इसके साथ-साथ रेलवे स्टेशन, एयरपोर्ट के नजदीक मेट्रो स्टेशन बनाया जाना सुनिश्चित करें जिससे मेट्रो की उपयो शिखर अग्रवाल, प्रमुख सचिव मुख्यमंत्री आलोक गुप्ता, जयपुर मेट्रो रेल कॉर्पाेरेशन के सीएमडी श्री वैभव गालरिया, जयपुर विकास प्राधिकरण आयुक्त आनंदी सहित जयपुर मेट्रो से संबंधित अधिकारी उपस्थित रहे।