केंद्र की अनदेखी का सबब झेल रहा दरभंगा एयरपोर्ट, जदयू सांसद मनोज झा ने केंद्र से जाहिर की नारजगी

ऐसा कैसा हवाई अड्डा, ना विमान ना उड़ान, जदयू सांसद ने केंद्र सरकार से उठाए सवाल

बिहार का दरभंगा एयरपोर्ट इन दिनों भगवान भरोसे है। यहाँ से उड़ान भरने वाली स्पाइसजेट एयरलाइन्स का अनुबंध खत्म हो चुका है। ऐसे में लगातार रद्द हो रही उड़ानों के कारण यात्री दरभंगा एयरपोर्ट की जगह पटना एयरपोर्ट का रुख करना पसंद कर रहे हैं। 
बिहार :
बिहार के सबसे आधुनिक एयरपोर्ट में से एक दरभंगा एयरपोर्ट इन दिनों यात्रियों के लिए सिरदर्द बन चुका है। यहाँ से उड़ान भरने वाले यात्रियों को हर समय इस संशय में रहना पड़ता है कि कहीं उनकी फ्लाइट रद्द ना हो जाए। ऐसे में यात्रियों को लंबा सफर तय कर पटना या गया एयरपोर्ट से यात्रा करनी पड़ रही है। 
दरअसल इन दिनों लगभग रोज ही दरभंगा हवाई अड्डे पर उड़ानें रद्द होती रहती हैं। ऐसे में यात्रियों के मन में संशय बना हुआ रहता है कि टिकट के महंगे दाम चुकाने के बाद भी उन्हें अपने विमान को रद्द होते देखना पड़ेगा। ऐसे में राज्य के लोगों का दरभंगा एयरपोर्ट से मोहभंग हो चुका है। जहां एक ओर इस एयरपोर्ट पर अव्यवस्था का आलं यात्रियों के लिए परेशानियाँ पैदा कर रहा है तो वहीं दूसरी ओर आगामी 26 तारीख को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस एयरपोर्ट के नए टर्मिनल का वर्चुअल शिलान्यास करने वाले हैं। 

स्पाइसजेट का अनुबंध खत्म, कंपनी की इन्टर्नल समस्या : संजय झा 

वहीं इस बारे में जदयू के कार्यकारी अध्यक्ष संजय झा का कहना है कि दरभंगा एयरपोर्ट देश के सफलतम एयरपोर्ट में से एक है। उन्होंने कहा कि , "यहाँ से उड़ान भरने वाली स्पाइसजेट कंपनी का अनुबंध खत्म हो चुका है। स्पाइसजेट अपनी इन्टर्नल समस्या से जूझ रहा है। इससे यात्रियों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।" उन्होंने बताया कि एयरपोर्ट से उड़ान भरने के लिए दूसरी कंपनियों को स्लॉट मिल चुके हैं। उन्होंने नागरिक उड्डयन मंत्रालय को दूसरी कंपनियों को उड़ान भरने की इजाजत देने के लिए भी कहा। 

कीमतें चुका भी पटना भाग रहे यात्री 

दरअसल दरभंगा एयरपोर्ट के साथ यह समस्या लंबे समय से बनी हुई है। एयरपोर्ट पर एयर ट्राफिक कम होने के कारण यहाँ उड़ानों की कीमतें भी ज्यादा हैं। अब तो स्पाइसजेट की समस्या के कारण कीमत अदा करने के बाद भी यात्रियों को अपनी मंजिल से दूर रहना पड़ता है। ऐसे में अब यात्री दरभंगा की जगह पटना एयरपोर्ट से फ्लाइट पकड़ना पसंद कर रहे हैं। अगर ऐसे ही हालात रहे तो आने वाले त्यौहारी मौसम में टिकट का किराया और बढ़ सकता है। संजय झा ने कहा कि सरकार को बाकी एयरलाइन्स को भी एयरपोर्ट पर समय देना चाहिए। अगर काम्पिटिशन बढ़ेगा तो किराया खुद ही कम हो जाएगा। 

स्पाइसजेट के साथ क्या है दिक्कत?

स्पाइसजेट का कार्यकाल समाप्त हो चुका है। जदयू सांसद ने बताया कि उन्होंने कंपनी से बात की है। किसी आंतरिक समस्या के कारण नया अनुबंध बनाने में समय लगेगा। यह समस्या हाल-फिलहाल में नहीं सुलझेगी। सांसद ने कहा कि उड़ान योजनाओं के तहत बनने वाले एयरपोर्ट में दरभंगा एयरपोर्ट भी शामिल था। ये देश के सबसे सफलतम एयरपोर्ट में से एक है। उन्होंने सरकार द्वारा एयरपोर्ट की उपेक्षा किये जाने पर नाराजगी जताई जिसके कारण यात्रियों को परेशानियों का सामना करना पड़ता है।