दिनदहाड़े युवक की हत्या के बाद कांग्रेस ने उठाए कानून व्यवस्था पर सवाल 

दिनदहाड़े दलित युवक की हत्या पर राजस्थान में गरमाई सियासत 

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अशोक गहलोत ने भजनलाल सरकार को घेरा 

बालोतरा के असाड़ा गांव निवासी एक दलित युवक की चाकू घोंपकर कर दिनदहाड़े हत्या कर दी गई। इस घटना के सामने आते ही कांग्रेस ने भजनलाल सरकार को जमकर घेरा। इस पूरे मामले का सीसीटीवी सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है। इस मामले को लेकर पूर्व सीएम अशोक गहलोत ने भाजपा सरकार पर जमकर निशाना साधा। पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने अपने एक्स अकाउंट पर पोस्ट करते हुए लिखा बालोतरा में एक दलित युवक की हत्या राज्य में कमजोर होती कानून व्यवस्था का नमूना है। जो बेहद ही निंदनीय है कि दिनदहाड़े हत्या के मामले में भी आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए पीड़ित पक्ष द्वारा धरना-प्रदर्शन करने की नौबत आ गई. पिछले एक साल में दलित, आदिवासी एवं पिछड़े वर्ग के साथ अपराधों में लगातार बढ़ोतरी हुई है। राज्य सरकार को इस प्रकरण में अविलंब कार्रवाई कर पीड़ित परिवार के साथ न्याय सुनिश्चित करना चाहिए। 

युवक हत्या मामले में कांग्रेस ने साधा निशाना की
कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने भी इस मामले को लेकर भजनलाल सरकार पर निशाना साधा। गोविंद सिंह डोटासरा ने एक्स पर पोस्ट करते हुए लिखा विशनाराम मेघवाल की हत्या  अत्यंत दुखद और घोर निंदनीय है। मेघवाल परिवार के प्रति मेरी गहरी संवेदना है। प्रदेश में कानून व्यवस्था कमजोर हो गई है जिसकी वजह से अपराधियों के हौसले बुलंद हैं। डोटासरा ने कहा भाजपा सरकार कानून राज कायम करने की जगह इवेंट बाजी में लगी हुई है। दलितों पर लगातार अत्याचार हो रहे हैं। इस मामले में कोई भी ठोस कार्य वाही नहीं हो पाई है। यह सब भाजपा सरकार की दलित विरोधी मानसिकता को दर्शाता है। गोविंद सिंह डोटासरा ने सरकार से आरोपियों को गिरफ्तार कर सख्त कार्रवाई करने की मांग की। साथ ही परिवार को आर्थिक सहायता के साथ परिवार के सदस्य को नौकरी देने की भी मांग रखी। 

कांग्रेस ने कानून व्यवस्था पर उठाए सवाल 
नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली ने भी इस मामले को लेकर कानून व्यवस्था पर कई सवाल उठाए। टीकाराम जूली ने कहा कि विशनाराम मेघवाल की निर्मम हत्या की मैं निंदा करता हूं। यह जो घटना हुई है वह प्रदेश में फेल कानून व्यवस्था की ओर इशारा करती है। जिसकी वजह से अपराधियों के हौसले बुलंद हो गए हैं। भाजपा सरकार इवेंट बाजी में लगे रहने के बजाय कोई ठोस कार्रवाई करें। इस मामले में कोई भी कार्यवाही नहीं होना सरकार की दलित विरोधी मानसिकता को दर्शाता है। सरकारी इस मामले में जल्द से जल्द कार्रवाई करें और आरोपियों को सख्त सजा दिलाए।
दरअसल गाड़ी हटाने को लेकर एक मामूली सा विवाद हुआ था। इस विवाद के बीज आरोपी ने विशनाराम की चौक मारकर हत्या कर दी। परिजन विशनाराम को अस्पताल लेकर पहुंचे जहां चिकित्साको ने उसे मृत घोषित कर दिया। इसके बाद से ही परिजन लगतार इस मामले में कार्रवाई की मांग कर रहे हैं। आरोपी की प्रथम दृष्टि या पहचान कर ली गई है। पुलिस की टीम लगातार आरोपों की तलाश में लगी हुई है।