श्रीलंका और न्यूज़ीलैंड के बीच चल रहे गाले टेस्ट में कीवियों ने बेहद ही शर्मनाक प्रदर्शन किया है। इस मैच में कीवी टीम मात्र 88 रन बनाकर लंकाई डाल को 514 रनों की बढ़त दे चुकी है।
श्रीलंका : न्यूज़ीलैंड और श्रीलंका के बीच गाले में खेला जा रहा शृंखला का दूसरा टेस्ट मैच कीवियों के लिए किसी बुरे सपने जैसा रहा है। मैच में श्रीलंका के बल्लेबाजों और गेंदबाजों के शानदार प्रदर्शन का जैसे कीवियों के पास कोई जवाब ही नहीं है। इस मैच में कीवियों के नाम कई अनचाहे रिकार्ड भी दर्ज हुए हैं।
मैच की पहली पारी में बल्लेबाजी करते हुए श्रीलंका ने कमाल की बल्लेबाजी करते हुए केवल पाँच विकेट खोकर 602 रन बनाकर अपनी पारी घोषित की। श्रीलंका की ओर से दिनेश चांडीमल, कमिंदु मेंडिस और कुसल मेंडिस ने शतक ठोका है। इसके बाद श्रीलंकन गेंदबाज प्रभात जससूर्या की फिरकी में उलझकर न्यूज़ीलैंड की पूरी बल्लेबाजी मात्र 88 रन बनाकर ही सिमट गई। यह पहली बार है जब न्यूज़ीलैंड की टीम टेस्ट में 100 रन से कम के स्कोर पर ऑलआउट हुई है। इसी के साथ श्रीलंका ने अपने बेहतरीन प्रदर्शन से 514 रनों की बढ़त हासिल की।
स्पिन के मायाजाल में उलझे कीवी
श्रीलंका ने न्यूज़ीलैंड को पहली पारी में सिर्फ 88 रनों पर सिमटा दिया। कीवी बल्लेबाजों की स्पिन गेंदबाजी का कीवी बल्लेबाजों के पास कोई जवाब नहीं दिख रहा था। लंकाई बल्लेबाजों की दबदार बल्लेबाजी से एक समय पाटी लगने वाली पिच जैसे कीवियों के लिए अनसुलझी पहेली बन गई थी। न्यूज़ीलैंड के दस में से नौ विकेट श्रीलंका के स्पिन गेंदबाजों ने लिए। श्रीलंका के लिए प्रभात जयसूर्या ने 18 ओवर में 42 रन देकर छह विकेट लिए। उनके अलावा ऑफ स्पिनर निशान पेरिस ने 33 रन देकर तीन विकेट लिए।
आखिरी विकेट के लिए सबसे बड़ी साझेदारी
स्पिन गेंदबाजी के आगे कीवियों का टॉप और मिडल ऑर्डर बिल्कुल ताश के पत्तों की तरह सिमट गया। न्यूज़ीलैंड के लिए सबसे ज्यादा रन नौवें नंबर पर उतरे बल्लेबाज मिचेल सेंटनर ने बनाए। सेंटनर ने 29 रनों की पारी खेली। टीम के लिए सबसे बड़ी साझेदारी आखिरी विकेट के लिए हुई। सेंटनर के अलावा केवल दो ही कीवी बल्लेबाज दो संख्या का स्कोर बनाए। न्यूज़ीलैंड के लिए रचिन रवींद्र ने 10 और डेरिल मिचेल ने 13 रन की पारी खेली। इनके अलावा और कोई बल्लेबाज दस का आंकड़ा भी नहीं छू पाया।
श्रीलंका को मिली 514 रनों की बढ़त
अपनी बेहतरीन बल्लेबाजी और गेंदबाजी के दम पर श्रीलंका ने न्यूज़ीलैंड के ऊपर 514 रनों की बढ़त हासिल की। क्रिकेट इतिहास में ये पाँचवीं सबसे बड़ी बढ़त थी। क्रिकेट के इतिहास में सबसे बड़ी बढ़त 1938 में इंग्लैंड ने ऑस्ट्रेलिया पर 702 रनों की ली थी। इससे पहले न्यूज़ीलैंड ने 2002 में पाकिस्तान को 570 रनों की बढ़त दी थी। टेस्ट क्रिकेट के इतिहास में ये पहली बार है जब न्यूज़ीलैंड की टीम 100 से कम रन बनाकर टेस्ट में सिमटी है। इसके अलावा श्रीलंका ने पहली पारी के बाद कीवियों को 514 रनों का फॉलो-ऑन दिया। इससे पहले न्यूज़ीलैंड का सबसे कम टेस्ट स्कोर 1992 के कोलंबो टेस्ट मे आया था। इस मैच में न्यूज़ीलैंड की टीम केवल 102 रन बनाकर सिमट गई थी।