तिरुपति : इन दिनों सोशल मीडिया पर तिरुपति मंदिर से जुड़ी एक पोस्ट वायरल हो रही है। वायरल पोस्ट में दावा किया जा रहा है कि तिरुपति मंदिर में पशुओं की चर्बी वाला मिलावटी घी सप्लाई करने वाली कंपनी पाकिस्तान की है। अलग-अलग सोशल मीडिया प्लाटफॉर्म्स पर पोस्ट वायरल होने के बाद सोशल मीडिया यूजरर्स ये शिकायत कर रहे हैं कि क्यों भारत के एक हिन्दू मंदिर में प्रसाद के लिए इस्तेमाल होने वाले घी सप्लाई का टेन्डर पाकिस्तानी कंपनी को दिया गया।
वायरल पोस्ट में क्या है दावा?
सोशल मीडिया पर वायरल यह पोस्ट 'एआर फूड प्राइवेट लिमिटेड' नाम की एक पाकिस्तानी कंपनी की है। पोस्ट में दावा किया जा रहा है कि यह वही कंपनी है जो तिरुपति मंदिर में घी सप्लाई करती थी। पोस्ट के साथ कंपनी में काम करने वाले पाँच कर्मचारियों के नाम भी जुड़े हैं जिसमें ये साफ दिखता है कि यह कंपनी और इसमें काम करने वाले लोग पाकिस्तान से हैं। इस पोस्ट को एक्स, फेसबुक और इंस्टाग्राम जैसे सोशल मीडिया प्लाटफॉर्म्स पर बढ़ चढ़ कर वायरल किया जा रहा है।
क्या है वायरल पोस्ट की सच्चाई?
वायरल पोस्ट को जिस कंपनी के नाम से जोड़ा जा रहा है वह पाकिस्तान की ही है। 'एआर फूड प्राइवेट लिमिटेड' नाम की यह पनी 1970 से पाकिस्तान के घरों में मसाले, जड़ी-बूटियाँ, चावल, स्नैक्स और मिठाइयों जैसे उत्पाद पहुँचाती आई है। इसके अलावा वायरल पोस्ट में कंपनी कर्मचारियों के तौर पर दिखाए जा रहे सभी नाम भी इसी कंपनी के हैं। इसी के साथ कंपनी का पता भी पाकिस्तान के शहर इस्लामाबाद का है। वहीं तिरुपति मंदिर में घी सप्लाई करने वाली कंपनी का नाम 'एआर डेयरी फूड प्राइवेट लिमिटेड' है। मई 1995 में बनी इस कंपनी का ऑफिस तमिलनाडु के डिंडीगुल में है। कंपनी के निदेशक राजशेखरन सूर्यप्रभा और रामचंद्रन श्रीनिवासन हैं। वहीं प्रबंधक निदेशक के तौर पर राजू राजशेखरन कंपनी में काम करते हैं।
वायरल पोस्ट के कारण चर्चा में आई पाकिस्तानी कंपनी 'एआर फूड प्राइवेट लिमिटेड' और तिरुपति मंदिर में घी की सप्लाई करने वाली कंपनी 'एआर डेयरी फूड प्राइवेट लिमिटेड' का नाम एक जैसा होने के कारण ये भ्रम की स्थिति पैदा हुई कि एक पाकिस्तानी कंपनी तिरुपति मंदिर में मिलावटी घी की सप्लाई करती है। इसी के साथ वायरल पोस्ट में यह भी दावा किया जा रहा था कि मंदिर में घी सप्लाई करने वाली कंपनी में कार्यरत लोग मुस्लिम हैं। लेकिन अलग-अलग कंपनियां होने के कारण यह दावा भी गलत है।
तिरुपति मंदिर में घी सप्लाई करने वाले चार से पाँच आपूर्तिकर्ता
वहीं इस पूरे मामले पर 'एआर डेयरी फूड प्राइवेट लिमिटेड' के प्रबंधन निदेशक राजू राजशेखरन ने बताया कि, "घी में पशु वसा की मौजूदगी की कोई संभावना नहीं है। हम अपने घी के लिए केवल गाय के दूध का उपयोग कर रहे हैं। प्रत्येक बैच का परीक्षण किया जाता है और हमारे पास प्रयोगशाला की रिपोर्ट है। हम जो घी बनाते हैं, उसे उचित परीक्षण के बाद ही भेजा जाता है। तिरुपति मंदिर केवल अपने घी का उपयोग नहीं कर रहा था और इसमें चार से पांच आपूर्तिकर्ता शामिल थे।"
कंपनी को जारी हुआ नोटिस
तिरुपति मंदिर में पशु चर्बी वाले मिलावटी घी की सप्लाई कर करोड़ों भक्तों की श्रद्धा को ठेस पहुंचाने के लिए खाद्य नियामक ने एआर डेयरी फूड प्राइवेट लिमिटेड को कारण बताओ नोटिस जारी किया है। नोटिस में पूछा गया है कि खाद्य सुरक्षा एवं मानक विनियमन 2011 के प्रावधानों के उल्लंघन के लिए कंपनी का केन्द्रीय लाइसेन्स निलंबित क्यों ना किया जाए? नोटिस के अनुसार एफएसएसएआई को मंगलागिरी (आंध्र प्रदेश) स्थित 'प्रिवेंटिव मेडिसिन संस्थान' के निदेशक से पता चला है कि एआर डेयरी फूड प्राइवेट लिमिटेड ही बीते चार वर्षों से तिरुमला तिरुपति देवस्थानम (टीटीडी) को घी की आपूर्ति कर रहा था।
मिलावटी घी से बने प्रसाद के बनने और भक्तों तक पहुँचने में कौन आरोपी है इसकी जांच अभी तक चल रही है। लेकिन वायरल पोस्ट में किया गया यह दावा कि मंदिर में घी सप्लाई करने वाली कंपनी पाकिस्तानी है पूरी तरह से गलत है।