जयपुर/बाड़मेर: बाड़मेर (Barmer) जिले में बाखासर थाना क्षेत्र से रविवार को दो युवकों का अपहरण कर मारपीट करने के मामले में पुलिस (Police) ने त्वरित कार्रवाई करते हुए 10 घंटे के अंदर चार आरोपियों हरजीराम जाट (Harji Ram Jat) पुत्र मेसा राम, गणपत राम जाट पुत्र हुकमाराम, उदाराम जाट पुत्र हुकमाराम एवं हुकमा राम जाट पुत्र तुलछा राम निवासी अरटी को गिरफ्तार कर लिया है। एसपी नरेंद्र सिंह मीना (SP Narendra Singh Meena) ने बताया कि रविवार को गिड़ा निवासी देवाराम जाट पुत्र रावताराम ने थाना बाखासर पर एक रिपोर्ट दर्ज कराई कि हरजी राम एवं अन्य चार व्यक्ति योजनाबद्ध तरीके से बोलेरो कैंपर में आए और उसके भाई अचलाराम व नवल किशोर का अपहरण कर ले गये। रास्ते में आरोपियों ने उसके भाइयों के साथ मारपीट की। रिपोर्ट पर मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू की गई। एसपी मीना ने बताया कि जिले में वांछित अपराधियों की दस्तयाबी के लिए ऑपरेशन 'धर कर भर' (Opration Dhar Kar Bhar) चलाया जा रहा है। घटना में आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए एसएचओ बिशन सिंह (SHO Bishan Singh) के सुपरविजन एवं एएसआई लाखाराम के नेतृत्व में गठित की गई टीम द्वारा त्वरित कार्रवाई करते हुए मात्र 10 घंटे के अंदर चार आरोपियों हरजीराम, गणपत राम, उदाराम व हुकमाराम को दस्तयाब कर गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने घटना में प्रयुक्त बोलेरो (Bulero) कैंपर (Camper) गाड़ी भी जब्त की है। गिरफ्तार आरोपियों से अग्रिम अनुसंधान किया जा रहा है। इनकी गिरफ्तारी में कांस्टेबल लक्ष्मण सिंह की विशेष भूमिका रही। रिपोर्ट: संदीप अग्रवाल 9694534553
त्वरित कार्रवाई कर मात्र 10 घंटे में पकड़ा, घटना में प्रयुक्त बोलोरो कैंपर की जब्त
बाड़मेर जिले में बाखासर पुलिस की कार्रवाई, दो युवकों को अगवा कर मारपीट करने के मामले में चार आरोपी गिरफ्तार
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अजमेर दरगाह पर वर्शिप एक्ट नहीं होत लागू, ASI का सर्वे होगा या नहीं?
अजमेर ख्वाजा मोइनुद्दीन हसन चिश्ती की दरगाह में मंदिर होने को लेकर छिड़ी बहस ने नया मोड़ ले लिया है। दरगाह मामले में 5 और ने पक्षकार सामने आ गए हैं। अजमेर दरगाह में संकट मोचक महादेव मंदिर होने के दावे को लेकर अजमेर के सिविल कोर्ट में दूसरी बार सुनवाई हुई। मामले की सुनवाई करते हुए मजिस्ट्रेट मनमोहन चंदेल ने अगली तारीख 24 जनवरी 2025 सुनवाई के लिए तय की है। अदालत में पांच और नए पक्षकार सामने आए। सभी का पक्ष सुना गया।
दरगाह दीवान सहित 5 अन्य लोगों ने दायर किया आवेदन अजमेर दरगाह कमेटी और अंजुमन की ओर से पक्ष रखा गया। अदालत ने फिलहाल जो भी प्रार्थना पत्र प्रस्तुत किए गए है वह अपने पास रख लिए हैं। सभी पक्षकारों को 24 जनवरी 2025 को सुनवाई किए जाने की जानकारी दी गई है। दरगाह में मंदिर के दावे को लेकर हिंदू सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष विष्णु गुप्ता ने याचिका लगाई थी। कोर्ट ने इस मामले में याचिकाकर्ता की याचिका पर तीन पक्षों अजमेर दरगाह कमेटी, अल्पसंख्यक मंत्रालय और भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण विभाग को नोटिस देकर अपना पक्ष प्रस्तुत करने को कहा था। इस पर तीनों संस्थाओं के वकीलों ने अपने-अपने तर्क रखे। उसके बाद पांच अन्य संस्थाओं और वादियों की ओर से कोर्ट में अर्जियां पेश कर उनको भी पक्षकार बनाने की मांग की गई। कोर्ट में अंजुमन कमेटी, दरगाह दीवान, गुलाम दस्तगीर अजमेर, ए इमरान बैंगलोर और राज जैन होशियारपुर पंजाब ने अपने आप को पक्षकार बनाने की अर्जी लगाई। इसके साथ ही दरगाह कमेटी के वकील अशोक माथुर ने याचिका को खारिज करने की अर्जी लगाई।
अजमेर दरगाह को लेकर विष्णु गुप्ता का बड़ा दावा विष्णु गुप्ता की ओर से 38 पेज की याचिका दायर की गई थी। याचिका में रिटायर्ड जज हरबिलास सारदा की 1911 में लिखी किताब - अजमेर: हिस्टॉरिकल एंड डिस्क्रिप्टिव का हवाला दिया गया। किताब में दरगाह के निर्माण में मंदिर का मलबा होने का दावा किया गया है। साथ ही गर्भगृह और परिसर में एक जैन मंदिर होने की बात कही गई है। दरअसल किताब में लिखा गया है की दरगाह के बुलंद दरवाजे की उत्तरी और तीसरी मंजिल पर छतरी बनी हुई है। यह छतरी किसी हिंदू इमारत के हिस्से से बनी हुई है। इसके साथ ही किताब में आगे लिखा है की छतरी के अंदर एक लाल रंग का पत्थर लगा हुआ है यह किसी जैन मंदिर का है। उसके बाद किताब के अगले पन्ने पर बुलंद दरवाजे और अंदर के आंगन के नीचे पुराने हिंदू मंदिर के तहखाने होने का जिक्र किया गया है।
अजमेर दरगाह मामले में वर्शिप एक्ट को लेकर छिड़ी बहस अंजुमन कमेटी के सचिव सरवर चिश्ती ने कहा- फर्स्ट पार्टी स्टेट होल्डर खादिम कम्युनिटी है, क्योंकि 365 दिन हम काम करते हैं। जायरीन को जियारत हम कराते हैं। 800 सालों से उर्स भी हम करवा रहे हैं, इसलिए हम प्राइमरी पार्टी हैं। उन्होंने कहा- हमने अपने आप को पार्टी बनाने के लिए अर्जी लगाई है। इस केस को हम आगे लेकर चलेंगे। चिश्ती ने कहा- दरगाह वर्शिप एक्ट के दायरे में आती है या नहीं यह कोर्ट तय करेगा। कोई भी आकर कुछ कह देगा, वह मान्य नहीं है। याचिका कर्ता विष्णु गुप्ता ने अतिरिक्त साक्ष्य पृथ्वीराज विजयी की लिखी हुई किताब को साक्ष्य के रूप में पेश किया। यह पृथ्वीराज चौहान के समय में राजकवि थे। डॉ हरविलास शारदा की किताब को पेश किया। गुप्ता ने दावा किया है कि वो कोर्ट में 1250 ईस्वी की किताब पृथ्वीराज विजय के तथ्य पेश करेंगे। जिसमें दरगाह के ख्वाजा साहब के बारे में काफी कुछ लिखा गया है। साथ ही, गुप्ता ने दावा किया कि अजमेर दरगाह वर्शिप एक्ट के दायरे में नहीं आती हैं वर्शिप एक्ट मंदिर, मस्जिद और गिरजाघरों पर लागू होता है। गुप्ता को एसपी वंदिता राणा के निर्देश पर सुरक्षा भी मुहैया करवाई गई है।
राजस्थान की सुशीला मीणा के फैन हुए सचिन तेंदुलकर, कह दी इतनी बड़ी बात
सुशीला मीणा ने सचिन तेंदुलकर को बनाया अपना फैन
राजस्थान के प्रतापगढ़ जिले की धरियावद तहसील के एक छोटे से गांव, रामेर तालाब की रहने वाली पांचवी कक्षा की सुशीला मीणा की गेंदबाजी का वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है। सुशीला बाएं हाथ से तेज गेंदबाजी करती हैं, जो टीम इंडिया के पूर्व तेज गेंदबाज जहीर खान से काफी हद तक मिलता-जुलता लग रहा है। क्रिकेट के दिग्गज सचिन तेंदुलकर और जहीर खान जैसे नामी खिलाड़ी भी फैन हो गए। तेंदुलकर ने सुशीला मीणा की गेंदबाजी को जहीर खान जैसा बताया। सचिन तेंदुलकर ने सुशीला मीणा का वीडियो पोस्ट कर उसकी तारीफ की है।
जहीर खान भी हुए सुशीला मीणा के मुरीद सचिन तेंदुलकर ने तेज गेंदबाजी कर रही 12 साल की एक लड़की का वीडियो शेयर किया है। और पूर्व तेज गेंदबाज जहीर खान को टैग किया। सचिन तेंदुलकर ने जहीर खान से पूछा, 'सरल, सहज और देखने में बहुत प्यारा! सुशीला की गेंदबाजी एक्शन में आपकी झलक दिखती है जहीर खान। क्या आपने भी इसे देखा है। दरअसल तेंदुलकर के एक्स पर पोस्ट करने के बाद जहीर खान ने रिपोस्ट करते हुए सराहना की। उन्होंने लिखा-'आप बिल्कुल सही कह रहे हैं और मैं इससे पूरी तरह सहमत हूं। उसका एक्शन बहुत सहज और प्रभावशाली है - वह पहले से ही बहुत आशाजनक दिख रही है। वहीं बांसवाड़ा डूंगरपुर सांसद राजकुमार रोड में भी अपने सोशल मीडिया अकाउंट एक्स पर पोस्ट करते हुए लिखा ओलंपिक और वर्ल्ड कप जैसे खेलों में इंडिया का प्रदर्शन औसत या निराशाजनक रहता है, क्योंकि इस तरह की प्रतिभाओं को आगे नहीं लाया जाता, या द्रोणाचार्य द्वारा अंगूठा कटवा लिया जाता है। अगर सोशल मीडिया नहीं होता, तो आज प्रतापगढ़ की आदिवासी बिटिया की प्रतिभा सबके सामने नहीं आ पाती। ग्रामीण क्षेत्र में इस तरह की छुपी हुई प्रतिभाओं को आगे लाने का हमारा पूरा प्रयास रहेगा।
राजस्थान की बेटी मचा रही गेंदबाजी में धूम वहीं कृषि मंत्री किरोड़ी लाल मीणा ने भी अपने सोशल मीडिया अकाउंट एक्स पर पोस्ट करते हुए लिखा भारत रत्न सचिन तेंदुलकर और जहीर खान ने राजस्थान की बेटी सुशीला मीना की गेंदबाजी की सराहना की है। मेरा खेल मंत्री राज्यवर्धन सिंह राठौड़ से आग्रह है कि सुशीला की प्रतिभा को निखारने के लिए उचित सुविधाएं मुहैया करवाने के निर्देश प्रदान करें, जिससे क्रिकेट में उनका भविष्य उज्जवल हो। राजस्थान सरकार में संसदीय कार्य मंत्री जोगाराम पटेल ने पोस्ट को शेयर किया और लिखा की राजस्थान के प्रतापगढ़ की नन्हीं क्रिकेटर सुशीला मीणा, अपनी शानदार गेंदबाजी के कौशल से सबको प्रेरित कर रही हैं। भारत रत्न सचिन तेंदुलकर ने वीडियो साझा कर उनकी प्रतिभा की सराहना की है। सुशीला की क्रिकेट के प्रति लगन और प्रतिभा वाकई अद्भुत है। उन्हें हार्दिक बधाई और शुभकामनाएं! सचिन तेंदुलकर की पोस्ट को उद्योगपति समूह आदित्य बिरला ग्रुप ने भी साझा किया है। इसमें लिखा कि वाह, क्या शानदार खोज है। सचिन तेंदुलकर, सुशीला की प्रतिभा को नकारा नहीं जा सकता। हमें उनकी यात्रा में समर्थन करने के लिए हमारी FoursForGood पहल के तहत क्रिकेट प्रशिक्षण देने में खुशी होगी। आइए हम सभी सुशीला के पीछे एकजुट हों और उन्हें चमकने में मदद करें। हम मिलकर एक अच्छा भविष्य बना सकते हैं। सुशीला कक्षा पांचवीं की छात्रा है और वह तीन साल से क्रिकेट की प्रैक्टिस कर रही है। पहले वह खाली दीवार या किसी पत्थर को निशाना बनाकर गेंदबाजी करती थी, लेकिन अब वह इस खेल में इतनी माहिर हो गई है कि उसके गुरुजनों और शिक्षकों ने उसकी मदद करते हुए उसे खेल सामग्री उपलब्ध करवाई है। सुशीला के पिता रतनलाल और मां शांति बाई मीणा मजदूरी और खेती करके परिवार का पालन-पोषण करते हैं।
भीमराव अंबेडकर पर सियासी संग्राम, सीएम भजनलाल शर्मा क्यों हुए आग बबूला!
सदन में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के बयान को लेकर विपक्ष लगातार हमलावर है। बाबा साहेब भीमराव आंबेडकर को लेकर दिए गए बयान पर राजनीति गरमा गई है। कांग्रेस का आरोप है कि अमित शाह ने बाबा साहेब का अपमान किया। इसके जवाब में गृह मंत्री कह चुके हैं कि वह सपने में भी ऐसा नहीं कर सकते और कांग्रेस ने उनके बयान को तोड़-मरोड़कर सोशल मीडिया पर शेयर किया है। इस मामले को लेकर पक्ष और विपक्ष आमने-सामने हो गया है। विपक्ष लगातार सड़कों पर उतरकर विरोध जाता रहा है। विपक्ष के बढ़ते विरोध को देखते हुए मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने कांग्रेस पर निशाना साधा। मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने कहा कि गृहमंत्री ने सच्चाई सामने रखी तो कांग्रेस तिलमिला गई है।
भीमराव अंबेडकर पर संग्राम जारी आपको बता दें की केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह की ओर से बाबा साहब भीमराव अंबेडकर को लेकर दिए गए बयान के बाद देशभर में सियासी संग्राम मचा हुआ है। कांग्रेस बीजेपी को दलित विरोधी बताते हुए लगातार अमित शाह के बयान के जरिए घेरने में जुटी हुई है। वहीं, प्रधानमंत्री से लेकर तमाम भाजपा के नेता अमित शाह के समर्थन में उतर आए हैं। इसी कड़ी में मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने भी गृहमंत्री अमित शाह के बयान का समर्थन करते हुए कहा कि उन्होंने कांग्रेस की सच्चाई सामने रखी, जिससे वह पूरी तरह से तिलमिला गई है। यह वही कांग्रेस है, जिसने बाबा साहब अंबेडकर का कभी सम्मान नहीं किया।
सीएम भजनलाल शर्मा ने कहा सच्चाई सामने रखी तो कांग्रेस तिलमिला गई मुख्यमंत्री भजन लाल शर्मा ने कहा कि कांग्रेस ने बाबासाहेब भीमराव अंबेडकर का कभी भी सम्मान नहीं किया। बाबासाहेब को जितना अपमानित किया गया कांग्रेस की ओर से यह सब कांग्रेस के नेता भली भांति जानते हैं। जब गृहमंत्री अमित शाह ने यह सारी बातें सबके सामने रखी तो कांग्रेस बौखला गई है। मुख्यमंत्री भजन लाल शर्मा ने कहा मैं कांग्रेस के नेताओं से सवाल पूछना चाहता हूं की बाबा साहेब डॉ भीमराव अम्बेडकर ने कैबिनेट से इस्तीफा क्यों दिया। भीमराव अंबेडकर को कांग्रेस ने टिकट क्यों नहीं दिया। बाबासाहेब के चुनाव लड़ने पर कांग्रेस ने उनका विरोध क्यों किया। कांग्रेस की ओर से बाबासाहेब भीमराव अंबेडकर को भारत रत्न क्यों नहीं दिया गया। आखिर पंच तीर्थ का विकास किसने कराया। भजनलाल शर्मा ने कहा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बाबासाहेब भीमराव अंबेडकर के पंच तीर्थ का निर्माण करवाया और जनता के सामने बाबासाहेब के योगदान को रखा।
मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने साधा कांग्रेस पर निशाना सीएम भजनलाल शर्मा ने कहा भारतीय जनता पार्टी की सरकार हमेशा बाबा साहेब के अंत्योदय को लेकर चलती है। मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने कहा कि बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर ने कहा था की जब तक दलित, पिछड़े और अंतिम पंक्ति में खड़ा व्यक्ति आगे नहीं बढ़ेगा तब तक देश आगे नहीं बढ़ेगा। भाजपा इसी विचार को लेकर चल रही है। भारतीय जनता पार्टी ने ही आदिवासी दलित महिला को राष्ट्रपति बनाया। गृहमंत्री अमित शाह ने जो बात की है उसकी वजह से कांग्रेस तिलमिला गई है। भारतीय जनता पार्टी उसी रास्ते पर चल रही है जो रास्ता बाबा साहब ने दिखाया था। कांग्रेस के नेता हमेशा से ही दलितों के नाम पर राजनीतिक रोटियां सेकने की बात करते हैं। कांग्रेस ने देश पर इतने साल तक राज किया लेकिन कभी भी दलितों को आगे लाने का काम नहीं किया। लेकिन आज जब भारतीय जनता पार्टी दलित और पिछड़ों को आगे ला रही है तो कांग्रेस बौखला रही है।
पक्ष विपक्ष के बीच बयान बाजी का दौर जारी केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने भी विपक्ष पर जमकर हमला बोला। केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने कहा कि कांग्रेस राहुल गांधी को बार-बार लॉन्च करके और राहुल बार-बार हार कर अपना मानसिक संतुलन खो चुके हैं। शेखावत ने कहा संसद में गुंडागर्दी करना, सांसदों को धक्का देकर घायल कर देना, यहां तक कि महिला सांसद के करीब जाकर धमकाना, यही नहीं इसके पहले भी कई बार हिंसक बॉडी लैंग्वेज दिखाना कांग्रेस के युवराज की बिगड़ी दिमागी हालत के प्रत्यक्ष प्रमाण हैं। गजेंद्र सिंह शेखावत ने कहा कि राहुल गांधी को मेडिकल जांच की जरूरत है। शेखावत ने तो यहां तक कह दिया कि क्या राहुल गांधी संसद और सार्वजनिक स्थानों पर आने के लिए मानसिक रूप से स्वस्थ है। गजेंद्र सिंह शेखावत ने कहा कि राहुल गांधी की जैसी हरकत है उन्हें देखकर तो लगता है कि वह किसी के लिए भी खतरा बन सकते हैं।
अपने पुराने अंदाज में लोटें सचिन पायलट, खाचरियावास को लेकर कह दी बड़ी बात
कांग्रेस पार्टी की और से शहीद स्मारक पर धरना प्रदर्शन किया गया। राजस्थान कांग्रेस ने अडानी मामला, मणिपुर हिंसा एवं बाबा साहेब अंबेडकर के अपमान के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया। इस दौरान प्रदेशाध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा, कांग्रेस नेता सचिन पायलट, पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली कई दिनों बाद एक साथ नजर आए। इस प्रदर्शन में सचिन पायलट अपने पुराने अंदाज में नजर आए। पायलट ने कांग्रेस सरकार में मंत्री रहे प्रताप सिंह खाचरियावास पर चुटकी ली। तो सचिन पायलट के इस अंदाज को देख सभी को पुराने दिनों की याद आ गई। वहीं मंच पर बैठे सभी लोगों की हंसी छूट गई।
फिर से अपने पुराने अंदाज में नजर आए सचिन पायलट धरने के दौरान प्रताप सिंह खाचरियावास ने अपने संबोधन में सचिन पायलट और मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की मौजूदगी का धन्यवाद दिया। उन्होंने मजाकिया अंदाज में पिछली बार के प्रदर्शन का जिक्र करते हुए कहा, जब पिछली बार प्रदर्शन हुआ था तो पायलट साहब जूते पहनकर आए थे और मैं सैंडल में था। मैंने पायलट साहब से कहा कि जूते पहनकर आए हैं, तो अगुवाई आप ही करना। मैं सैंडल में हूं, उतनी लड़ाई नहीं लड़ पाऊंगा। उनके इस बयान से यह साफ झलक रहा था कि वह सचिन पायलट के साथ अपने संबंधों को सुधारने की कोशिश कर रहे हैं। दरअसल पहले मंच को संबोधित करते हुए खाचरियावास ने प्रदर्शन का किस्सा सुनाया था। इसमें उन्होंने कहा कि गहलोत साहब आप यही बैठे हैं, एक बार प्रदर्शन में मैं और पायलट साहब एक साथ पहुंचे थे। पायलट मुझे आगे ले गए कि साथ चलो। मैंने पायलट साहब से कहा कि वहां लट्ठ पड़ेंगे, आपके तो स्पोर्ट्स शूज पहने हुए हैं, मेरे सेंडल है। हमने वहां लट्ठ भी खाए, इसके बाद पायलट साहब ने गिरफ्तारी भी दी थी।
प्रताप सिंह खाचरियावास पर ली सचिन पायलट ने चुटकी सचिन पायलट ने प्रताप सिंह खाचरियावास को लेकर कहा- प्रताप सिंह जी लंबा बोले, अच्छा भाषण दिया। आप सबकी सहमित से गहलोत साहब बैठे हैं मैं प्रताप सिंह खाचरिवास को नॉमिनेट करता हूं कि वो आगे जाएं और हमारी बात पूरी मजबूती से रखें। आज प्रताप सिंह खाचरियावास जूते पहनकर आए भी हैं। पायलट ने आगे कहा- "प्रताप सिंह जी मंत्री रहे हैं, पूर्व जिलाध्यक्ष रहे हैं। मुझे लगता है कि हम सब लोग सर्वसम्मित से मानते हैं कि प्रताप सिंह आज जूते पहन कर आए हैं। पुलिस के सामने जो प्रदर्शन करना है, उसमें हम सबके तरफ से प्रताप सिंह खाचरियावास जी को नॉमिनेट करते हैं। आगे जाए और मजबूती से हमारी बात रख दें। सचिन पायलट में आगे कहा कि समय का चक्र घूमता है और घूम कर वहीं आ गया है डोटासरा की सहमति और अशोक गहलोत की मुस्कान को सहमति मानते हुए मैं कहता हूं अगुवाई प्रताप सिंह करें। सचिन पायलट का बयान सुनने के बाद अशोक गहलोत भी मुस्कुराए बिना नहीं रह सकें।
डोटासरा कमाल एक मंच पर अशोक गहलोत और सचिन पायलट आपको बता दें की कांग्रेस में लंबे समय के बाद सभी नेता एक मंच पर नजर आए। पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट ने एक साथ मंच साझा किया। लंबे समय के बाद में पार्टी में चले आ रहे मत भेदों को दरकिनार करते हुए एकता की झलक दिखाई दी। प्रताप सिंह खाचरियावास ने प्रदेश अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा के नेतृत्व की सराहना की ओर अशोक गहलोत और सचिन पायलट को एक मंच पर लाने के लिए धन्यवाद भी दिया। प्रताप सिंह के इस बयान ने नेताओं के बीच जमी बर्फ को पिघलाने का काम किया। सचिन पायलट ने इस दौरान कहा की यह सब भाजपा का प्रोपेगेंडा है। कांग्रेस एक है और हम सब मिलकर 4 साल बाद फिर से सरकार बनाएंगे। हम किसी पद पर हो या फिर ना हो लेकिन हमारी पार्टी का हर एक नेता और कार्य करता एक जुट और एक साथ है। गहलोत ने कांग्रेस के संकट पर चर्चा की साथ ही कहां की पार्टी जब मुश्किल में होती है तभी असली वफादारों की पहचान होती है।
कांग्रेस के प्रदर्शन पर भाजपा के मंत्री हुए हमलावर, प्रदर्शन पर कह दी इतनी बड़ी बात
राजधानी जयपुर में शहीद स्मारक पर कांग्रेस की और से धरना प्रदर्शन किया गया। कांग्रेस के इस प्रदर्शन पर बीजेपी सरकार के मंत्रियों ने पलटवार किया। मंत्रियों ने कहा कि कांग्रेस ने 70 साल तक देश की जनता को गुमराह किया। अब जनता इनके बहकावे में नजर आने वाली नहीं है। भाजपा सरकार ने बाबा साहेब के सपनों को साकार किया। उन्होंने कहा कि कांग्रेस के इस धरने में भी नेताओं की आपसी छींटाकशी साफ नजर आई।
कर्नल राज्यवर्धन सिंह राठौड़ ने साधा कांग्रेस पर निशाना कांग्रेस के प्रदर्शन को लेकर कैबिनेट मंत्री कर्नल राज्यवर्धन सिंह राठौड़ ने कांग्रेस पर जमकर हमला बोला। उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा कि कांग्रेस का प्रदर्शन एक "जुगलबंदी" का नज़ारा पेश कर रहा है और इसे "छोटी मानसिकता का नमूना" बताया। उन्होंने तंज कसते हुए लिखा, "मुखिया जी, आपके ‘नाकारा, निकम्मा, गद्दार’ अब अचानक से वफादार हो गए हैं। यह नया खेल क्या है?" राठौड़ ने कहा एक पूर्व मंत्री ने फ़ख्र से कहा कि धरने में जूते नहीं सोचकर सैंडल पहनकर आए, इसलिए आगे नहीं बढ़े - गांधी परिवार के नाम पर तो ललकारना था, लेकिन अपना Comfort भी नहीं छोड़ना था। अरे congressi कार्यकर्ताओं, कैसे नेताओं के लिए काम करना पड़ रहा है आपको? जिन्होंने सत्ता में रहकर सिर्फ अपना स्वार्थ साधा और युवाओं का भविष्य बेच दिया। कलयुग में देर है, अंधेर नहीं। कांग्रेस ने कभी डॉ. भीमराव अंबेडकर जी का सम्मान नहीं, बल्कि हर बार उनका अपमान किया। नेहरू युग से लेकर आज तक, अंबेडकर जी और उनके विचारों को दबाने का हरसंभव प्रयास किया गया।
मदन राठौड़ बोले रिश्तेदारों को अफसर बनाने वाली पार्टी कर रही सरकार का विरोध वहीं दूसरी ओर कांग्रेस के प्रदर्शन पर बीजेपी प्रदेशाध्यक्ष और राज्यसभा सदस्य मदन राठौड़ ने कांग्रेस को घेरते हुए गंभीर आरोप भी लगाए। उन्होंने कहा कि ईआरसीपी को लटकाने का पाप करने वाले और युवाओं को खून के आंसू रुलाने वाले लोगों को सरकार का काम रास नहीं आ रहा है। सरकार द्वारा युवाओं को सकून देने और ईआरसीपी का उपहार देने वाली सरकार के खिलाफ अनर्गल प्रलाप कर रहे है। जोरदार हमला करते हुए उसके नेताओं को छपास की बीमारी से पीड़ित भी बताया। मदन राठौड़ ने कांग्रेस पर हमला बोलते हुए कहा की सत्ता से बेदखल होने के बाद भी कांग्रेस अभी तक होटल फोबिया और भ्रष्टाचार की कमाई से उभरी नहीं है। कांग्रेस चर्चा में बने रहने के लिए बयान बाजी कर अनर्गल आरोप लगाती रहती है। इससे यह साफ होता है कि कांग्रेस के नेता छपास की बीमारी से पीड़ित है। राठौड़ ने कहा कि जो लोग विरोध के नाम पर एकजुट हुए है, उनमें से कई तो संगठन पर घात करने वाले लोग हैं तो कई तबादलों से कमाई और रिश्तेदारों को अफसर बनाने वाले हैं। वो खुद सत्ता के लिए 5 साल तक चूहे-बिल्ली की तरह लड़ते रहे। अब राजस्थान की जनता मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा के नेतृत्व में सुशासन वाली सरकार के खिलाफ विरोध की नौटंकी कर रहे हैं।
भाजपा के मंत्रियों ने कहा कांग्रेस 70 साल से जनता को कर रही गुमराह संसदीय कार्य मंत्री जोगाराम पटेल ने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि कांग्रेस हमेशा से जनता के हितों के खिलाफ काम करती आई है और अब आरोप भाजपा पर लगा रही है। इतिहास गवाह है कि 70 साल में कांग्रेस ने एससी, एसटी और ओबीसी वर्ग को गुमराह किया है। सामाजिक उत्थान के नाम पर उनकी भावनाओं के साथ खिलवाड़ और उनके अधिकारों का हनन किया है। जोगाराम पटेल ने कहा कि विश्व के सबसे लोकप्रिय नेता प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी देशहित में बड़े फैसले ले रहे हैं, तो कांग्रेस को तकलीफ हो रही है। कांग्रेस की नीतियां सदैव जनविरोधी रही हैं। राजस्थान में पीएम मोदी के विजन को आगे बढ़ाते हुए भजनलाल सरकार प्रदेश को नई दिशा देना चाहती है, तो विपक्ष अनावश्यक धरने-प्रदर्शन कर रहा है।
कांग्रेस के प्रदर्शन पर हमलावर हुए भाजपा के मंत्री शिक्षा मंत्री मदन दिलावर भी कांग्रेस पर हमलावर हुए। दिलावर ने कहा कि भाजपा हमेशा एससी, एसटी और ओबीसी समुदाय के अधिकारों और कल्याण के लिए काम करती रही है। कांग्रेस के शासन में एससी, एसटी एवं ओबीसी समुदायों का शोषण हुआ, जबकि भाजपा ने उन्हें सशक्त बनाया। दिलावर ने कहा कि कांग्रेस का डॉ. अंबेडकर और वंचित समुदायों के सशक्तिकरण के लिए ठोस कार्य करने का कोई इतिहास नहीं है। भाजपा सरकार ने बाबा साहेब के सपनों को साकार करने के लिए अभूतपूर्व काम किया है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बाबा साहेब अंबेडकर के जीवन से जुड़े पंचतीर्थों का निर्माण करवाया, जिससे उनके योगदान को सम्मान मिला। कांग्रेस का यह धरना फ्लॉप शो साबित हुआ और केवल अपनी विफलताओं को छिपाने व जनता को गुमराह करने के लिए आयोजित किया गया।