जयपुर/बाड़मेर: बाड़मेर (Barmer) जिले में बाखासर थाना क्षेत्र से रविवार को दो युवकों का अपहरण कर मारपीट करने के मामले में पुलिस (Police) ने त्वरित कार्रवाई करते हुए 10 घंटे के अंदर चार आरोपियों हरजीराम जाट (Harji Ram Jat) पुत्र मेसा राम, गणपत राम जाट पुत्र हुकमाराम, उदाराम जाट पुत्र हुकमाराम एवं हुकमा राम जाट पुत्र तुलछा राम निवासी अरटी को गिरफ्तार कर लिया है। एसपी नरेंद्र सिंह मीना (SP Narendra Singh Meena) ने बताया कि रविवार को गिड़ा निवासी देवाराम जाट पुत्र रावताराम ने थाना बाखासर पर एक रिपोर्ट दर्ज कराई कि हरजी राम एवं अन्य चार व्यक्ति योजनाबद्ध तरीके से बोलेरो कैंपर में आए और उसके भाई अचलाराम व नवल किशोर का अपहरण कर ले गये। रास्ते में आरोपियों ने उसके भाइयों के साथ मारपीट की। रिपोर्ट पर मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू की गई। एसपी मीना ने बताया कि जिले में वांछित अपराधियों की दस्तयाबी के लिए ऑपरेशन 'धर कर भर' (Opration Dhar Kar Bhar) चलाया जा रहा है। घटना में आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए एसएचओ बिशन सिंह (SHO Bishan Singh) के सुपरविजन एवं एएसआई लाखाराम के नेतृत्व में गठित की गई टीम द्वारा त्वरित कार्रवाई करते हुए मात्र 10 घंटे के अंदर चार आरोपियों हरजीराम, गणपत राम, उदाराम व हुकमाराम को दस्तयाब कर गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने घटना में प्रयुक्त बोलेरो (Bulero) कैंपर (Camper) गाड़ी भी जब्त की है। गिरफ्तार आरोपियों से अग्रिम अनुसंधान किया जा रहा है। इनकी गिरफ्तारी में कांस्टेबल लक्ष्मण सिंह की विशेष भूमिका रही। रिपोर्ट: संदीप अग्रवाल 9694534553
त्वरित कार्रवाई कर मात्र 10 घंटे में पकड़ा, घटना में प्रयुक्त बोलोरो कैंपर की जब्त
बाड़मेर जिले में बाखासर पुलिस की कार्रवाई, दो युवकों को अगवा कर मारपीट करने के मामले में चार आरोपी गिरफ्तार

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रफीक खान ने कहा-क्या मेरा मुसलमान होना कोई गुनाह, आखिर क्यों छलका विधायक का दर्द...
आखिर विधानसभा में ऐसा क्या हुआ की मीडिया के सामने भावुक हो गए कांग्रेस के मुख्य सचेतक रफीक खान। विधायक रफीक खान का दर्द छलक उठा और वह भावुक हो गए। मीडिया से बात करते हुए रफीक खान का गला भर आया और उन्होंने कहा कि सदन में मेरा चरित्र हनन किया गया। क्या मेरा मुसलमान होना कोई गुनाह है। सदन में मुझे गालियां दी गई। मैं अपने आप को पीड़ित महसूस कर रहा हूं। रफीक खान ने कहा कि अगर मुसलमान होना गुनाह है तो भाजपा के लोगों से कह रहा हूं कि आप कोई कानून लेकर आ जाओ। और यह कह दो कि आगे से कोई मुसलमान विधायक चुनकर नहीं आएगा। रफीक खान भावुक होते हुए कहने लगे कि आज अगर मेरे पिता जिंदा होते तो यह शब्द सुन भी नहीं पाते। मेरे पिता हिंदी के कवि रहे और उन्होंने हमेशा हिंदी को बढ़ावा दिया है। दरअसल रफीक खान का यह दर्द इसलिए छलक क्योंकि विधानसभा में हंगामे के दौरान पाकिस्तानी-पाकिस्तानी के नारे लगाए गए थे। यह मामला लगातार तूल पकड़ता जा रहा है। इसे लेकर कांग्रेस में रोष व्याप्त है और कांग्रेस लगातार इसकी निंदा कर रही हैं।
पाकिस्तानी कहने पर छलका विधायक रफीक खान का दर्द
रफीक खान ने कहा कि मैं विधानसभा अध्यक्ष से मिला तो उन्होंने कहा कि संसदीय कार्य मंत्री से बात करो। मैं संसदीय कार्य मंत्री से मिला तो उन्होंने कहा कि हम चर्चा नहीं करेंगे। शब्द डिलीट कर देंगे, लेकिन यह शब्द पूरे मीडिया में है। यूट्यूब पर हैं तो क्या वहां से यह शब्द डिलीट हो जाएंगे। रफीक खान ने कहा कि विधायक गोपाल शर्मा ने जिस तरह से मेरे चरित्र का चीर हरण किया वह बर्दाश्त के लायक नहीं है। रफीक खान ने कहा की विधानसभा में चर्चा कर रहे हो तो बातचीत से समाधान होना चाहिए था। आपने चर्चा के दौरान न केवल शब्दों की मर्यादा तोड़ी, जिस तरह मेरे व्यक्तित्व का चीर हरण किया गया। इस तरह के शब्द मेरे लिए इस्तेमाल किए गए , मैं उम्मीद करता हूं यह बात पूरी सरकार सुनेगी और इस बात पर चर्चा करेगी ।
राजस्थान विधानसभा में लगे थे पाकिस्तानी-पाकीस्तानी के नारे
यह मामला तब शुरू हुआ जब राजस्थान विधानसभा में नगरीय विकास और स्वायत्त शासन की अनुदान मांगों पर चर्चा के दौरान सदन का माहौल अचानक गरमा गया। कांग्रेस के सचेतक रफीक खान जब अपनी बात रख रहे थे,रफीक खान ने भजनलाल सरकार के एक वर्ष के कार्यकाल को नाकाम बताया। साथ ही उन्होंने एक शेर पढ़ा ‘जो रईस हैं खानदानी मिजाज रखते हैं, नरम अपना, तुम्हारा लहजा बता रहा है, तुम्हारी दौलत नई नई है‘। तभी भाजपा विधायक गोपाल शर्मा ने उन पर पाकिस्तानी -पाकिस्तानी का नारा लगाया। गोपाल शर्मा के इस बयान पर कांग्रेस विधायकों ने कड़ा ऐतराज जताया, जिससे सदन में तकरीबन दो मिनट तक नोकझोंक होती रही। इस मामले को लेकर नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली ने भी रोष जताया था।
खान ने कहा- मुस्लिम विधायक होना गुनाह तो पास करवा दो कानून
टीकाराम जूली ने इस मामले को लेकर कहा था की सिविल लाइंस विधायक गोपाल शर्मा द्वारा कांग्रेस विधायक दल के मुख्य सचेतक रफीक खान पर की गई टिप्पणी बेहूदा एवं स्तरहीन है। भाजपा नेताओं में बयानबाजी का स्तर दिनोंदिन गिराने की होड़ लग गई है। इन्हें विधानसभा में बोलने और सड़क पर दिए जाने वाले भाषणों में कोई अन्तर नहीं लगता है। ये भूल जाते हैं कि रफीक खान उस शेखावटी की भूमि से आते हैं जहां सभी धर्मों के लोग सेना में जाकर इस देश के लिए फक्र से अपनी जान देते हैं। विधानसभा अध्यक्ष वासुदेव देवनानी एवं सदन के नेता भजनलाल शर्मा को इस पर संज्ञान लेकर विधायक पर कार्रवाई करनी चाहिए। ऐसी टिप्पणियां असहनीय एवं निंदनीय हैं। मुख्यमंत्री को स्पष्ट करना चाहिए कि क्या ऐसे बयानों में क्या उनकी स्वीकारोक्ति है
राजस्थान के उपचुनावों में पार्टीयों के बीच गठबंधन को लेकर पशोपेश ।
जयपुर : उपचुनावों की घोषणा के साथ ही राजस्थान में भी चुनावी रण छिड गया है। सभी 7 सीटो पर नामांकन भरने की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है। 13 नवंबर को वोटिंग व 23 नवंबर को उपचुनाव का परिणाम आयेगा। चुनावी घोषणा के साथ ही, राज्य की सभी पार्टियां अपनी अपनी रणनितियो मे जूट गई है। गठबंधन पर भी बैठको का दौर शुरू हो गया है। हालंकि गठबंधन पर सभी पार्टियों के अपने -अपने मत है। राजस्थान में होने वाले 7 सीटो पर उपचुनाव में 4 प्रमुख पार्टिया सामने निकलकर आ रही है - भाजपा, कांग्रेस, BAP और RLP और चारो ही पार्टिया असमजम में दिख रही है।
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष मदन राठौड का कहना है - कि वो उपचुनाव मे किसी से गठबंधन के लिए आग्रह नही करेगे , लेकिन अगर आगे से कोई निवेदन आता है - तो उसे मना भी नहीं करेंगें। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष ने उप-चुनावो को काग्रेस के लिए लिए सभी चुनौती माना , जबकि भाजपा के सभी 7 सीटो पर आश्वस्त दिखे।वहीं काग्रेस ने गठबंधन पर फैसला दिल्ली आलाकमान पर छोड़ा है। आपको बता दे ,लोकसभा चुनाव में राष्टीय पार्टी काग्रेस ने क्षेत्रीय पार्टी BAP से गठबंधन किया था।आदिवासी बेल्ट चौरासी विधानसभा सीट पर BAP जीत सुनिश्चत मान रही है| ऐसे में माना जा रहा था- यदि चौरासी सीट पर दोनो पार्टीयो का गठबंधन हो जाता है, तो यह बीजेपी की साख पर सवाल बन जायेगी। लेकिन कल भारत आदिवासी पार्टी ने स्वतंत्र रूप से चुनाव लड़ने का ऐलान करके सभी प्रकार की सुगबुगाहट पर पुरण विराम लगा दिया है। BAP के मोहनलाल रोत का कहना है कि हम किसी प्रकार का समझौता नहीं करेगें। चौरासी व सलूबर सीट से पार्टी अपने प्रत्याशी मैदान में उतारेगी। देवली -उनियार सीट पर अभी विचार जारी है। हालंकि मोहनलाल रोत का यह भी कहना है कि- वो गठबंधन नही करेंगे, हाँ यदि काग्रेस समर्थन देती है, तो स्वागत है।
बेनीवाल ने कहा- भाजपा हमारी दुश्मन न०-1
वही दूसरी तरफ RLP सुप्रीमो हनुमान बेनीवाल का गुरुवार को एक बयान आया है.बेनीवाल ने बताया की BJP उनकी दुश्मन न०-1 है| भाजपा को सभी 7 सीटो पर मात के लिए वह काग्रेस से गठबंधन के लिए तैयार है। लेकिन देवली व खींवसर सीट पर वे अपने प्रत्याशी मैदान में उतारेंगे | बेनीवाल के अनुसार दो तीन दिन में यह साफ हो जायेगा कि दोनो पार्टियों में अलाइंस होता है कि नहीं। लेकिन अगर काग्रेस, RLP की शर्ते मान कर उनकी दो सीट की डिमांड पूरी कर देती है और सभवतः गठबंधन हो जाता है, तो बीजेपी की जीत की डगर कठिन हो सकती है, हाँ यदि मुकाबला त्रिकोणीय होता है भाजपा की जीत की संभावना अधिक हो जाती है |RLP प्रमुख ने यह भी स्पष्ट किया है कि यदि गठबंधन नहीं होता है ये देवली- उनियारा व खींवसर समेत रामगढ व झुंझुनूं यानि 4 सीटों पर चुनाव लडेंगें । इन सभी , चर्चाओ पर नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली ने कहा कि वे राज्य की सभी 7 सीटो पर चुनाव लड़ने केलिए पूर्णतय तैयार हैं। लेकिन गठबंधन पर निर्णय के लिए दिल्ली में कमेटी बनायी गयी है। आलाकमान जो तय करेगा हमें वह मान्य होगा।
आपको बता दे - दौसा विधानसभा सीट पर कांग्रेस सचिन पायलट के समर्थक को टिकट देने की संभावना बतायी जा रही| वही झुंझुनूं विधानसभा सीट पर भाजपा की तरफ से बबलू चौधरी की दावेदारी मानी जा रही है। रामगढ़ सीट पर दिवंगत विधायक जुबेर खान की पत्नी व बेटे को चुनावी मैदान में उतारकर कांग्रेस अपना इमोशल कार्ड खेल सकती है जबकि भाजपा अपने पुराने प्रत्यशी सुखवंत सिंह को टिकट दे सकती है। चौरासी विधानसभा सीट पर BAP का दबदबा है व देवली- उनियारा , खीवंसर सीट पर RLP का वर्चस्व बना हुआ है। ( रिपोर्ट: अनुश्री यादव )
मंदिर को गंगाजल से धोने पर भड़के राहुल गांधी
राजस्थान में बीजेपी से निलंबित नेता ज्ञानदेव आहूजा द्वारा अलवर के एक मंदिर में विपक्ष के नेता टीकाराम जूली के जाने के बाद गंगाजल से धोने का विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है इसको लेकर बुधवार को लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने भाजपा पर दलित विरोधी मानसिकता रखने का आरोप लगाया उन्होंने कहा कि यह बीजेपी की दलित विरोधी और मनुवादी सोच का एक और उदाहरण है राहुल गांधी की यह टिप्पणी राजस्थान के अलवर में भाजपा नेता द्वारा राम मंदिर में गंगाजल छिड़कर ‘शुद्धिकरण’ किए जाने के संदर्भ में की
देश संविधान के आदर्शों से चलेगा- राहुल गांधी
लोकसभा में नेता विपक्ष राहुल गांधी ने अपने एक्स हैंडल पर लिखते हुए कहा कि बीजेपी की दलित विरोधी और मनुवादी सोच का एक और उदाहरण, बीजेपी लगातार दलितों को अपमानित और संविधान पर आक्रमण करती आ रही है
क्या है गंगाजल छिड़कने का पूरा विवाद?
बताते चलें कि रामनवमी के दिन अलवर की एक सोसायटी स्थित श्रीराम मंदिर में प्राण-प्रतिष्ठा समारोह का आयोजन हुआ था। इस कार्यक्रम में राजस्थान विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली भी शामिल हुए और मंदिर में पूजा-अर्चना की। लेकिन, अगले ही दिन ज्ञानदेव आहूजा ने आपत्ति जताते हुए कहा कि ऐसे लोगों को बुलाया गया जिन्होंने भगवान श्रीराम के अस्तित्व को ही नकारा है। उन्होंने दावा किया कि कांग्रेस के नेता राम मंदिर का बहिष्कार करते हैं, इसलिए उनके नेताओं को मंदिर में आने का नैतिक अधिकार नहीं है इसके चलते भारतीय जनता पार्टी ने कड़ा कदम उठाते हुए उन्हें पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से निलंबित कर दिया है। भाजपा प्रदेश संगठन ने ज्ञानदेव आहूजा को कारण बताओ नोटिस जारी करते हुए कहा कि उन्होंने पार्टी की मूल विचारधारा और अनुशासन का उल्लंघन किया है।
मदन राठौड़ ने बयान से किया किनारा
भाजपा नेता ज्ञान देव आहूजा की ओर से नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली पर की गई टिप्पणी के बाद भाजपा प्रदेशाध्यक्ष मदन राठौड़ ने भी साफ कर दिया है कि आहूजा के बयान से उनका कोई लेना देना नहीं है। भाजपा ऐसे बयान को समर्थन नहीं देती है। उन्होंने कहा कि जुली साहब तो नेता हैं और नेता की कोई जाति नहीं होती है। उन्होंने कहा कि मैंने फोन पर ज्ञानदेव आहूजा से बात की उन्होंने किस प्रसंग में ये बयान क्यों दिया समझ नहीं आया।
राजस्थान की राजधानी जयपुर में दिल दहला देने वाली घटना आई सामने
राजस्थान की राजधानी जयपुर में दिल दहला देने वाली घटना आई सामने एक कलयुगी बेटे ने कैंची से वार कर अपने ही पिता की निर्मम हत्या कर दी। घटना जयपुर में मुरलीपुरा थाना क्षेत्र की है। मौके पर पहुंची पुलिस ने आरोपी को लिया हिरासत में इस घटना से पूरे इलाके में सनसनी फैल गई। मुरलीपुरा थाना प्रभारी वीरेंद्र कुरील ने बताया कि बेटे का किसी बता को लेकर अपने पिता से झगड़ा हो गया था। गुस्से में बेटे ने अपने पिता पर कैंची से ताबड़तोड़ वार कर दिए
शराब के नशे में पिता करता था मारपीटपुलिस की प्रारंभिक जांच में सामने आया है कि पिता शराब के नशे में बेटे से मारपीट करता था और आए दिन घर में झगड़ा करता था। जिससे प्रताड़ित होकर बेटे ने पिता की हत्या कर डाली। फिलहाल, पुलिस पूरे मामले की जांच में जुटी हुई है।
जयपुर में चला JDA का बुलडोजर, हंगामे के बीच 274 दुकानों-मकानों पर एक्शन
राजस्थान की राजधानी जयपुर में JDA ने अतिक्रमण के खिलाफ एक बड़ी कार्रवाई शुरू की. इसके तहत जयपुर के झारखंड महादेव मोड़ से 200 फीट बाईपास तक अतिक्रमण हटाया जा रहा है. इसका मकसद इस इलाके की मुख्य सड़क को 160 फीट चौड़ा करना है. जेडीए ने ये कार्रवाई हाईकोर्ट के आदेश के बाद की है. जेडीए ने इलाके के दुकान और मकान मालिकों को छह महीने पहले नोटिस भेजा था. लोगों से अपील की गई थी कि वो अतिक्रमण को खुद से हटा लें. लेकिन, स्थानीय लोग इसके लिए तैयार नजर नहीं आए और वो इस कार्रवाई से असंतुष्ट हैं. वहां के स्थानीय लोगों के अलावा क्षेत्रीय विधायक गोपाल शर्मा ने भी मोर्चा खोल रखा है
जेडीए की तरफ से अतिक्रमणकारियों को दिया गया था नोटिस
जेडीए की तरफ से अतिक्रमणकारियों को नोटिस दिया गया था और 9 अप्रैल अंतिम तारीख दी गई थी कि एक्शन से पहले जगल खाली कर दिया जाए. अतिक्रमण हटाने के दौरान पूर्व विधायक डॉ. परम नवदीप सिंह को भी हिरासत में ले लिया गया है. जेडीए की कार्रवाई का डॉ. परम नवदीप सिंह विरोध जता रही थीं. वहीं पूर्व डीजी को भी पुलिस ने हिरासत में ले लिया है.
200 फीट बाइपास तक सड़क को 160 फीट चौड़ा किया जाना है
करीब 274 निर्माण हटाते हुए 200 फीट बाइपास तक सड़क को 160 फीट चौड़ा किया जाना है. इस कार्रवाई में कांग्रेस के पूर्व विधायक परम नवदीप सिंह का अस्पताल और पूर्व डीजीपी नवदीप सिंह के घर पर जेडीए का पीला पंजा चलेगा. झारखंड मोड से खातीपुरा तिराहे तक सड़क को जेडीए बुधवार को अतिक्रमण मुक्त कराएगा. कोर्ट के निर्देशानुसार सभी पर एक समान कार्रवाई करते हुए सड़क को अतिक्रमण मुक्त करने के लिए बुलडोजर चलाया जा रहा है.