दिल्ली में स्वतंत्रता दिवस पर मंत्री आतिशी द्वारा झण्डा फहराए जाने की अरविन्द केजरीवाल की मांग को सामान्य प्रशासन विभाग ने खारिज कर दिया है। अब इस बारे में अंतिम निर्णय एलजी ऑफिस लेगा।
दिल्ली : स्वतंत्रता दिवस के मौके पर दिल्ली में झण्डा फहराने को लेकर चल रहा विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है। अब सामान्य प्रशासन विभाग ने अरविन्द केजरीवाल की अपनी जगह मंत्री आतिशी से झण्डा फहराने की मांग को खारिज कर दिया है। विभाग का कहना है कि झण्डा कौन फहराएगा इस संबंध में आखिरी निर्णय एलजी ऑफिस लेगा।
सीएम ने लिखी थी एलजी को चिट्ठी
सात अगस्त को दिल्ली के सीएम अरविन्द केजरीवाल ने उपराज्यपाल विनय सक्सेना को एक चिट्ठी लिखी थी। बात दें की सीएम केजरीवाल अभी आबकारी नीति मामले में दिल्ली की तिहाड़ जेल मे बंद हैं। वहाँ से उन्होंने चिट्ठी में लिखा था कि इस बार स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर उनकी जगह मंत्री आतिशी झण्डा फहराएंगी। एलजी ऑफिस से सोमवार तक इस चिट्ठी का कोई जवाब ना आने के बाद मंत्री गोपाल राय जेल में उनसे मिलने पहुंचे। मुलाकात के बाद उन्होंने सामान्य प्रशासन विभाग को आतिशी के झण्डा फहराने के कार्यक्रम की तैयारी करने के निर्देश दिए थे। मगर अब विभाग ने भी उनकी मांग को यह कहते हुए खारिज कर दिया है कि 15 अगस्त और 26 जनवरी के कार्यक्रमों को लेकर पहले से नियम बने हुए हैं और इनमें कोई बदलाव नहीं किया जाएगा।
अब एलजी ऑफिस के हाथों में निर्णय
दिल्ली में इस बार झण्डा कौन फहराएगा इसका निर्णय अब एलजी ऑफिस के हाथों में है। सामान्य प्रशासन विभाग ने कहा है की उन्होंने मामले को उच्च अधिकारियों के संज्ञान में डाल दिया है और अब वही इस विषय पर अंतिम निर्णय लेंगे। माना जा रहा है कि एलजी ऑफिस इस विषय पर गृह मंत्रालय की सलाह के अनुसार ही अंतिम निर्णय लेगा। विभाग के इस निर्णय के बाद आप नेता मनीष सिसोदिया ने निशान साधते हुए कहा है कि वे एलजी विनय सक्सेना से यही उम्मीद करते हैं।