योगी आदित्यनाथ की रैलियों से बीजेपी को हरियाणा और जम्मू-कश्मीर में फायदा

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Edited by : Kritika

नई दिल्ली: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने एक बार फिर साबित कर दिया है कि उनकी रैलियों का असर चुनावी परिणामों पर कितना गहरा होता है। हरियाणा और जम्मू-कश्मीर के विधानसभा चुनावों में, जहां-जहां योगी ने प्रचार किया, वहां बीजेपी ने शानदार प्रदर्शन किया। योगी की रैलियों की डिमांड और उनकी लोकप्रियता का असर न केवल उत्तर प्रदेश में बल्कि अन्य राज्यों में भी दिख रहा है।

हरियाणा चुनाव में योगी की रैलियों का प्रभाव

हरियाणा विधानसभा चुनाव में सीएम योगी ने कुल 14 रैलियां कीं, जिनमें से 9 सीटों पर बीजेपी ने जीत दर्ज की। इन सीटों में नरवाना, फरीदाबाद एनआईटी, सफीदों, हांसी, अटेली, बवानी खेड़ा, रादौर, राई और असंध शामिल हैं। वहीं पंचकुला, कलायत, शाहबाद, नारनौंद और जगाधरी में कांग्रेस ने जीत हासिल की।

हरियाणा में कुल 90 विधानसभा सीटें हैं, जिनमें से बीजेपी को 48 सीटों पर जीत मिली, जबकि कांग्रेस 37 सीटों पर कामयाब रही। इस चुनाव में इंडियन नेशनल लोकदल (आईएनएलडी) को 2 सीटें मिलीं और अन्य दलों ने 3 सीटों पर कब्जा जमाया।

जम्मू-कश्मीर में योगी का जलवा

जम्मू-कश्मीर में सीएम योगी ने चार रैलियां कीं, जिनमें से सभी सीटों पर बीजेपी को जीत मिली। कठुआ, आरएस पुरा साउथ, रामगढ़ और रामनगर सीटों पर योगी की रैलियों के बाद बीजेपी ने अपना परचम लहराया।

जम्मू-कश्मीर विधानसभा की कुल 90 सीटों में से बीजेपी को 29 सीटें मिलीं, जबकि नेशनल कॉन्फ्रेंस को 42 सीटों पर जीत मिली। कांग्रेस को यहां केवल 6 सीटें मिलीं, और पीडीपी ने 3 सीटों पर जीत दर्ज की। अन्य दलों ने भी 7 सीटें हासिल कीं।

योगी की रैलियों का फॉर्मूला

सीएम योगी आदित्यनाथ की रैलियों में जनसमर्थन हमेशा ही जबरदस्त होता है। हरियाणा और जम्मू-कश्मीर में भी उनकी रैलियों के दौरान भारी भीड़ देखने को मिली, जो बाद में वोटों में भी तब्दील हुई। बीजेपी ने एंटी इन्कंबेंसी का सामना करते हुए हरियाणा में 10 साल की सत्ता विरोधी लहर को भी योगी की रैलियों के दम पर हरा दिया।

नतीजों का संदेश

हरियाणा और जम्मू-कश्मीर के चुनावी नतीजे यह दर्शाते हैं कि सीएम योगी की लोकप्रियता और उनके चुनावी प्रचार का असर कितना मजबूत है। पीएम मोदी के बाद, सीएम योगी ही बीजेपी के लिए सबसे अधिक प्रभावशाली नेता माने जा रहे हैं। उनका करिश्मा और वोट खींचने की क्षमता उन्हें राष्ट्रीय स्तर पर और भी मजबूती से स्थापित कर रही है।

इस जीत के बाद, यह साफ हो गया है कि बीजेपी के लिए योगी की रैलियां जीत की गारंटी की तरह काम करती हैं।