सोमवार की देर रात कुल 216 कैदियों के भागने की जानकारी सामने आई है

पाकिस्तान में कराची की जेल से 216 कैदी भागे:भूकंप के बाद अफरातफरी में मेन गेट से फरार

Pakistan kee jail se bhaage kaidee

रॉयटर्स, इस्लामाबाद पाकिस्तान से अजीबोगरीब घटना सामने आई है। पाकिस्तान के कराची में भूकंप लोगों के लिए अवसर बनकर आया है, कराची में भूकंप के दौरान जेल की दीवारों में दरारें आ गईं, जिसका पूरा-पूरा फायदा कैदियों ने उठाया। बताया जा रहा है कैदी जेल की दीवार तोड़कर फरार हो गए। प्रांतीय कानून मंत्री ने इसकी जानकारी दी। मंत्री जिया-उल-हसन लंजर ने मालिर जेल के बाहर संवाददाताओं को बताया कि जेल से भागने की घटना तब हुई जब भूकंपों के कारण कैदियों में दहशत फैल गई। पाकिस्तान में आए तेज भूकंप के कारण जेल की दीवार कमजोर हो गई। किसी आपदा को अवसर में कैसे बदलते हैं, यह कोई पाकिस्तान के कराची के कैदियों से सीखें. सोमवार की देर रात को भूकंप आने के बाद कराची की मालिर जेल के कैदियों को सुरक्षा लिहाज से उनके कमरों से बाहर निकालकर मेनगेट तक लाया गया था, लेकिन मौका का फायदा उठाकर कम से कम 216 कैदी भाग गए. मीडिया से बात करते हुए, अधिकारी ने पुष्टि की कि 80 से अधिक कैदियों को फिर से पकड़ लिया गया है, लेकिन बाकि के कैदी अभी भी पहुंच के बाहर हैं.

 

पिछले साल PoK की जेल से 19 कैदी फरार हुए थे

पिछले साल जुलाई में पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (PoK) की रावलकोट जेल से 19 कैदी फरार हो गए थे। इनमें से 6 को मौत की सजा सुनाई गई थी। घटना पुंछ के रावलकोट जेल की है, जो मुजफ्फराबाद से करीब 110 किमी दूर है। रविवार दोपहर करीब 2:30 बजे एक कैदी ने पहरेदार से उसकी लस्सी बैरक तक लाने के लिए कहा था। जब पहरेदार लस्सी देने पहुंचा, तब कैदी ने बंदूक तानकर उसे दबोच लिया और उसकी चाबियां छीन लीं। इसके बाद कैदी ने बाकी बैरक का ताला भी खोल दिया था। फिर सभी कैदी मेन गेट की तरफ भागे। इस दौरान पुलिस के साथ मुठभेड़ में एक कैदी की मौत हो गई थी। पाकिस्तान में इससे पहले भी कई बार आतंकियों के जेल तोड़कर भागने की घटनाएं सामने आ चुकी हैं। 2012 में पाकिस्तान के बन्नू शहर में 400 कैदी जेल से फरार हो गए थे।

हादसे में एक कैदी की मौत, 4 सुरक्षाकर्मी घायल

 

घटना में एक कैदी की मौत की खबर है। वहीं, 4 सुरक्षाकर्मी घायल हुए हैं। गृह मंत्री ने माना कि प्रशासनिक लापरवाही भी इस घटना का कारण हो सकती है। मुख्यमंत्री मुराद अली शाह को पूरी जानकारी दे दी गई है। उन्होंने गृह मंत्री को जेल जाकर हालात की निगरानी करने के निर्देश दिए। सिंध के राज्यपाल कामरान टेसोरी ने भी घटना का संज्ञान लेते हुए गृह मंत्री और IG सिंध पुलिस से सभी कैदियों को जल्द गिरफ्तार करने को कहा। गृह मंत्री लांजार ने बताया कि हर फरार कैदी की पहचान और रिकॉर्ड उपलब्ध है। उनके घरों और आसपास के इलाकों में छापेमारी जारी है। जेल मंत्री ने कहा कि लापरवाह अफसरों के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी