प्रदेश में बढ़ती दुष्कर्म की घटनाओं को लेकर विधानसभा में विपक्ष ने सरकार को जमकर घेरा। नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली ने कानून व्यवस्था को लेकर सरकार को जमकर घेरा। नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि मुख्यमंत्री के अपने विधानसभा क्षेत्र में ही अपराधियों को संरक्षण मिल रहा है। इस दौरान नेता प्रतिपक्ष ने कहा की प्रदेश में जंगल राज है रक्षक ही भक्षक बन रहे हैं तो प्रदेश में कानून व्यवस्था कैसे कायम रहेगी। नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली ने कहा कि मुख्यमंत्री के अपने विधानसभा क्षेत्र में अपराध बेलगाम है तो बाकी प्रदेश में क्या हाल होगा।
कानून व्यवस्था के मुद्दे पर पक्ष और विपक्ष के बीच हुई नोंकझोंक
विधायक हरिमोहन शर्मा ने बूंदी जिले में हुई दुष्कर्म और मर्डर की घटना का मामला उठाया और सरकार को घेरा। इस दौरान पक्ष और विपक्ष के सदस्यों के बीच जमकर नोंकझोंक हुई और हंगामा शुरू हो गया। हालांकि इस दौरान भाजपा सरकार के मंत्री यह कहते हुए नजर आए कि आरोपियों के खिलाफ सरकार कठोर कार्रवाई अमल में लाएंगी। हालांकि नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली ने कहा कि आरोपियों के खिलाफ एफआईआर किन परिस्थितियों में दर्ज की गई है किन लोगों के दखल के बाद यह एफआईआर दर्ज हुई है तो सभी जानते हैं।
विधानसभा में विपक्ष ने कानून व्यवस्था के मुद्दे पर सरकार को जमकर घेरा
कांग्रेस विधायक हरिमोहन शर्मा ने कानून व्यवस्था को लेकर स्थगन प्रस्ताव लगाया था। इस दौरान टीकाराम जूली खड़े हुए और कहा कि मुख्यमंत्री के क्षेत्र में पुलिस ने एक दलित महिला का बलात्कार किया। प्रदेश में अपराध बेलगाम हो गया है, रक्षक ही भक्षक बन रहे हैं, तो आमजन की सुरक्षा कैसे होगी? हंगामा बढ़ता देख सदन में नेता प्रतिपक्ष का माइक बंद कर दिया गया। इस पर कांग्रेस विधायकों ने कड़ी आपत्ति जताई। कांग्रेस विधायक बोले कि सरकार लोकतांत्र को दबाना चाहती है। टीकाराम जूली ने मुख्यमंत्री के निर्वाचन क्षेत्र सांगानेर में एक पुलिसकर्मी के द्वारा एक महिला से दुष्कर्म का मामला उठाते हुए कहा कि रक्षक की भक्षक बने हुए हैं। मुख्यमंत्री के इलाके में यह हो रहा है, तो बाकी जगह के हालात क्या होंगे। नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली पहले भी इस मामले को उठा चुके हैं जहां उन्होंने कहा था की प्रदेश में रक्षक ही भक्षक बन गए हैं तो बहन-बेटियां कैसे सुरक्षित रह पायेगी ? मुख्यमंत्री के विधानसभा क्षेत्र सांगानेर में एक गर्भवती दलित महिला के साथ उनके 3 साल के पुत्र के सामने पुलिसकर्मी द्वारा बलात्कार करने की घटना प्रदेश की लचर कानून व्यवस्था की तस्वीर है। महिला दिवस के दिन मुख्यमंत्री ने अपने सोशल मीडिया पर विभिन्न क्षेत्रों में सफल महिलाओं के साथ वीडियो डालकर उनकी सफलता की कहानियां सुनी और इसके माध्यम से अपना PR करने का प्रयास किया जो प्रदेश में बिगड़ती कानून व्यवस्था की स्थिति को छिपाने का प्रयास किया जा रहा है।
नेता प्रतिपक्ष ने कहा- विपक्ष तो पूछेगा, सरकार को जवाब तो देना पड़ेगा
माइक बंद करने की घटना के बाद नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली ने सरकार पर तीखा हमला बोला। नेता प्रतिपक्ष नेकहा कि मुख्यमंत्री के विधानसभा क्षेत्र सांगानेर में दलित महिला के साथ दरिंदगी हुई और विपक्ष जब पीड़ित के न्याय की आवाज को सदन में उठा रहा है तो मुखिया सदन में बात सुनने को भी तैयार नहीं। जनता की आवाज उठाने पर संसद में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी का माइक बंद कर देते हैं, अब राजस्थान में पीड़ितों की आवाज़ उठाने पर माइक बंद किया जा रहा है, जो न्यायोचित नहीं है l यही है भाजपा का चाल, चरित्र और चेहरा। विपक्ष की यह आवाज़ दबेगी नहीं मुख्यमंत्री, विपक्ष तो पूछेगा, सरकार को जवाब तो देना पड़ेगा। इससे पहले भी इस मामले को लेकर राजनीति गरमा चुकी है जहां पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने सरकार पर हमला बोला था। गहलोत ने कहा था की महिला दिवस के दिन मुख्यमंत्री के विधानसभा क्षेत्र की यह घटना राजस्थान में कानून व्यवस्था की दयनीय स्थिति बताती है। बेहद शर्मनाक है कि महिला दिवस के अवसर पर जब भाजपा सरकार IIFA अवॉर्ड्स की चकाचौंध एवं मनोरंजन में व्यस्त थी, तभी मुख्यमंत्री के विधानसभा क्षेत्र में एक दलित गर्भवती महिला के साथ एक पुलिसकर्मी ने 3 साल के बच्चे के सामने दुष्कर्म किया। आमोद-प्रमोद के कार्यक्रमों में जुटी हुई भाजपा सरकार के शासन में रक्षक ही भक्षक बन रहे हैं।