नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली के रामलला मंदिर में जाने पर भाजपा नेता ज्ञानदेव आहूजा ने मंदिर में गंगाजल से छिड़काव किया। साथ ही जूली को लेकर विवादित बयान दिया जिसे लेकर अब सियासत शुरू हो गई है। नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली ने कहा बीजेपी के वरिष्ठ नेता ज्ञानदेव आहूजा का बयान बीजेपी की दलितों के प्रति मानसिकता का परिचायक है। भाजपा नेता के इस बयान पर कांग्रेस के दिग्गज नेता आग बबूला हो गए हैं। अशोक गहलोत, सचिन पायलट, गोविंद सिंह डोटासरा सहित कांग्रेस के दिग्गज नेताओं ने नाराजगी जताई है। सचिन पायलट ने भाजपा पर भड़कते हुए कहा भाजपा नेताओं में दलितों के प्रति जो द्वेष भरा है वह जग जाहिर है। वही इस पूरे मामले को लेकर भाजपा ने किनारा कर लिया है। भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष मदन राठौड़ ने कहा कि पार्टी उनके बयान का किसी भी तरह से समर्थन नहीं करती है आहूजा ने जो बयान दिया वह गलत है। मदन राठौड़ ने कहा कि ज्ञान देव आहूजा के बयान पर हमारी किसी भी तरह की कोई सहमति नहीं है। उन्होंने किस प्रसंग में क्यों कह दिया यह समझ में नहीं आ रहा। उनसे फोन करके पूछा, उन्होंने सफाई दी और कहा कि उनके बयान का मतलब कांग्रेस से था, टीकाराम जूली को लेकर नहीं था। टीकाराम जूली नेता हैं और नेता की कोई जाति नहीं होती।
अशोक गहलोत, सचिन पायलट सहित कांग्रेस नेताओं ने जिताया विरोध
इस पर नाराजगी जताते हुए पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा भाजपा नेता ज्ञानदेव आहूजा द्वारा नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली के मंदिर जाने के बाद गंगाजल छिड़कने की घटना दलितों के प्रति भाजपा की दुर्भावना को दर्शाती है। 21वीं सदी में ऐसी संकीर्ण मानसिकता एक सभ्य समाज में स्वीकार्य नहीं है। इसकी जितने कड़े शब्दों में निंदा की जाए वह कम है। गहलोत ने कहा क्या राजस्थान के मुख्यमंत्री एवं भाजपा के प्रदेशाध्यक्ष अपने वरिष्ठ नेता के इस व्यवहार से सहमत हैं? क्या इस घृणित कृत्य के लिए भाजपा अपने नेता पर कार्रवाई करेगी? पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट ने भाजपा पर भड़कते हुए कहा भाजपा के नेताओं में दलितों के प्रति जो निरादर और द्वेष भरा है वो जगजाहिर है। राजस्थान के नेता प्रतिपक्ष और दलित समाज के प्रतिनिधि टीकाराम जूली ने अलवर में प्रभु श्रीराम जी के जिस मंदिर में दर्शन किये थे, उसे भाजपा नेता ज्ञानदेव आहूजा ने गंगाजल छिड़क कर पवित्र करने की बात कही है। उससे उनकी दलितों के प्रति घृणित मानसिकता और संकीर्ण सोच सामने आई है। राजस्थान की जनता से भाजपा के नेतृत्व को क्षमा मांगनी चाहिए। इस प्रकार की नफरत भरी राजनीति का समय आने पर लोगों द्वारा उचित जवाब मिलेगा।
नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली के मंदिर जाने पर ज्ञान देव आहूजा ने किया गंगाजल से छिड़काव
कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने कहा की भाजपा के दिल में दलितों से दुर्भावना, नफ़रत और ईर्ष्या भरी है। टीकाराम जूली के लिए भाजपा के पूर्व विधायक ज्ञानदेव का अपमानजनक बयान और घृणित कृत्य अत्यंत निंदनीय है। दलित हो, किसान हो, महिला हो, मजदूर हो... भाजपा इनसें इतनी नफ़रत क्यों करती है? डोटासरा ने कहा समय आने पर राजस्थान की जनता भाजपा की इस घृणित मानसिकता का करारा जवाब देगी। रफीक खान ने कहा श्रीराम तो मर्यादा पुरुषोत्तम थे उन्होंने तो शबरी के झूठे बेर खाए थे,केवट को गले लगाया था। और राजस्थान के अलवर में भाजपा श्रीराम के नाम पर दलितों से छुआछूत फैला रही है। राजस्थान की जनता नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली के साथ खड़ी है। भाजपा को अपने पूर्व विधायक की संकीर्ण मानसिकता के लिए प्रदेश की जनता से माफ़ी मांगनी चाहिए। किशनगढ़ विधायक विकास चौधरी ने कहा भारतीय जनता पार्टी का दोहरा चरित्र फिर उजागर हुआ। जहां एक तरफ सनातन धर्म के सम्मान और सबका साथ सबका विकास का मुखौटा भाजपा पहनती है, वहीं नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली के मंदिर में जाने पर भाजपा नेता ज्ञानदेव आहुजा द्वारा वह मंदिर सिर्फ इसलिए गंगाजल से धुलवाया गया क्योंकि वह दलित है।राजस्थान विधानसभा में भाजपा सरकार की धज्जियां उड़ाने वाले दलित पुत्र का यह अपमान लोकतंत्र और प्रदेश को शर्मसार करने वाला है। भाजपा नेताओं के इस कृत्य के लिए मुख्यमंत्री और भाजपा की वरिष्ठ नेताओं को सार्वजनिक रूप से माफी मांगनी चाहिए। यह केवल एक नेता का अपमान नहीं है बल्कि पूरे दलित समाज का अपमान है!