किरोड़ी लाल मीणा और नरेश मीणा की मुलाकात से बड़ी सियासी हलचल
समरावता गांव में हुई हिंसा को लेकर लगातार सियासी हलचल मची हुई है। इस बीच कैबिनेट मंत्री किरोड़ी लाल मीणा ने टोंक केे जिला कारागार में बंद नरेश मीणा और उनके अन्य साथियों से मुलाकात की। किरोड़ी लाल मीणा और नरेश मीणा की मुलाकात से सियासत का टेंपरेचर हाई हो गया है। इस मुलाकात के राजनीतिक जानकार तरह-तरह के मायने निकाल रहे हैं। आखिर क्या वजह रही की मंत्री किरोड़ी लाल मीणा को नरेश मीणा से मिलने जाना पड़ा। लोगों के बीच यह भी चर्चा हो रही है की किरोड़ी लाल किसको इंसाफ दिलाने की बात कर रहे है, समरावता गांव के ग्रामीणों को या फिर नरेश मीणा को ?
किरोड़ी लाल मीणा ने की जेल में नरेश मीणा से मुलाकात
किरोडी लाल मीणा ने कहा कि हमने सरकार द्वारा घटना के बाद के हालातों पर लिए गए निर्णयों की जानकारी जेल में बंद नरेश मीणा और अन्य लोगों को दी है। किरोड़ी ने कहा कि समरावता गांव में हुए नुकसान की भरपाई के लिए हम गंभीर है। साथ ही किसी भी निर्दोष पर कार्रवाई नहीं होने दी जाएगी। वहीं सचिन पायलट द्वारा समरावता कांड की न्यायिक जांच की मांग पर किरोड़ी लाल मीणा ने कहा कि उनकी सरकार ने कौन सी न्यायिक जांच करवाई थी और उनकी जांचों का क्या हुआ सबको पता है।
ग्रामीण या नरेश मीणा किस दिलाएंगे किरोड़ी न्याय
किरोड़ी ने एक बार फिर टोंक पुलिस के खिलाफ अपने तेवर दिखाए है। उन्होंने फिर से निशाना साधते हुए कहा कि अगर पुलिस ने इन लोगों के साथ हिरासत में मारपीट की है, तो इसको लेकर सीएम से मिलेंगे और इस पर बातचीत करेंगे। इधर, किरोड़ी ने सवाल उठाते हुए कहा कि पुलिस को बल का प्रयोग नहीं करना चाहिए, क्योंकि इस देश में कानून हाथ लेने का किसी को अधिकार नहीं है।
नरेश मीणा को दी किरोड़ी लाल मीणा ने सलाह
इस मुलाकात के दौरान किरोड़ी लाल मीणा ने नरेश मीणा को गुस्से पर कंट्रोल रखने की सलाह दी। मालूम हो कि नरेश मीणा को इलाके में छोटे किरोड़ी के नाम से जाना जाता है। नरेश भी किरोड़ी लाल मीणा से खासा प्रभावित है। हालांकि मतदान के दिन प्रशासनिक अधिकारी पर हाथ उठाकर वो बुरी तरह से फंस चुके हैं।
आपको बता दें की पूरा मामला तब शुरू हुआ जब 13 नवंबर को देवली उनियारा सीट पर मतदान के दौरान समरावता गांव में नरेश मीणा की एसडीएम से झड़प हो गई थी। जबरदस्ती वोट डलवाने का आरोप लगाकर नरेश मीणा ने एसडीएम अमित चौधरी के थप्पड़ जड़ दिया था। इसके बाद प्रशासन ने देर रात समरावता गांव से नरेश मीणा को गिरफ्तार किया, मगर, ग्रामीणों से हिंसक झड़प हो गई थी। जिसके बाद मामला बिगड़ा और ग्रामीण नरेश को छुड़ा ले गए थे। मगर, दूसरे दिन पुलिस ने नरेश को गिरफ्तार कर लिया था। इसके बाद से ही नरेश की रिहाई की मांग को लेकर प्रदेशभर में प्रदर्शन हो रहे हैं। अब देखना ये होगा कि किरोड़ी की नरेश मीणा से मुलाकात क्या असर दिखाती है।