Edited by: Kritika
जयपुर : राज्यपाल श्री हरिभाऊ बागडे ने शुक्रवार को आबू रोड में राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मु के साथ "अध्यात्म से स्वच्छ एवं स्वस्थ समाज" विषयक ग्लोबल समिट में भाग लिया।
इस वैश्विक परिचर्चा में अपने विचार रखते हुए, श्री बागडे ने कहा कि अध्यात्म भारत की एक सुदृढ़ परंपरा है, जिसके माध्यम से जीवन की उत्कर्ष राहों का निर्माण किया जाता है। उन्होंने यह भी कहा कि अध्यात्म जीवन की नैतिकता है, और स्वच्छ एवं स्वस्थ जीवन की राहें अध्यात्म में निहित शक्ति से ही निर्मित होती हैं।
राज्यपाल ने भारतीय ज्ञान परंपरा की चर्चा करते हुए अध्यात्म से जुड़े मानवीय मूल्यों पर विस्तार से चर्चा की। उन्होंने कहा कि अध्यात्म भारतीय जीवन का अभिन्न अंग है। हमारी संस्कृति में व्यक्ति की बजाय मनुष्य बनने पर जोर दिया गया है। मनुष्य बनने का अर्थ है, अपने लिए नहीं, बल्कि सम्पूर्ण समाज के लिए जीना। यही भारतीय संस्कृति है, जिससे स्वच्छ और स्वस्थ समाज का निर्माण किया जा सकता है।
राज्यपाल ने इससे पहले आबू रोड स्थित ब्रह्मकुमारी आश्रम के जैविक खेती उद्यान "राजऋषि आदर्श वाटिका" का अवलोकन किया। उन्होंने वहां रसायन रहित खेती, फल और सब्जियों के उत्पादन की सराहना की। उन्होंने कहा कि ग्लोबल वार्मिंग और रासायनिक खेती के उत्पादनों से होने वाले असाध्य रोगों से बचाव का उपाय जैविक खेती ही है। इसके लिए सभी को मिलकर प्रयास करने की आवश्यकता है। इससे पहले, उन्होंने वहां वृक्षारोपण भी किया।
राज्यपाल ने जैविक फल, सब्जी और खेती को प्रकृति का वरदान बताते हुए इसे अपनाने का आह्वान किया।