राजस्थान उपचुनाव में नेताओं के बेलगाम बोल से आया सियासी पारे में उछाल 

राजस्थान उपचुनाव के दंगल में बिगड़े नेताओं के बोल 

madan rathore

 

राजस्थान उपचुनाव में नेताओं के बेलगाम बोल से आया सियासी पारे में उछाल 

 

राजस्थान विधानसभा उपचुनावों के बीच, राजनीतिक मंचों पर विवादित बयानों की बौछार जारी है। नेताओं के तीखे और आक्रामक बयानों ने सियासी माहौल को गरम कर दिया है। इन बयानों के चलते जहां आरोप-प्रत्यारोप की राजनीति तेज हो गई है, वहीं आम जनता के बीच भी हलचल मची हुई है। ये बयानबाजी सिर्फ शब्दों तक सीमित नहीं है, बल्कि इसके पीछे एक बड़ा राजनीतिक खेल भी नजर आ रहा है।

राजस्थान के नेताजी खो रहे आपा
प्रदेश की सात विधानसभा सीटों पर उपचुनाव के रण में राजनीतिक दलों ने पूरी ताकत झोंक दी है। भाजपा और कांग्रेस दोनों प्रमुख दलों के साथ ही अन्य दलों के नेता भी पूरा दमखम दिखा रहे हैं। मतदान की तारीख नजदीक आने के साथ ही प्रचार के आखिरी दौर में नेताओं के सियासी तेखर तीखे होते जा रहे हैं।  कांग्रेस, भाजपा या फिर आरएलपी दल कोई भी हो, इनके नेता मंच से एक दूसरे के खिलाफ टिप्पणियां करते हुए दिखाई दे रहे हैं।‌इनमें कुछ नेता तो पार्टी छोड़िए एक दूसरे के खिलाफ ही अदावत के रूप में बोलते नजर आए हैं।

प्रदेश की राजनीति को हेट स्पीच का आईना 
बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष मदन राठौड़ और कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने आरएलपी के सांसद हनुमान बेनीवाल को जमकर आड़े हाथ लिया। मदन राठौड़ ने तो बेनीवाल पर बरसते हुए उन्हें रोजड़ा बता दिया। उन्होंने कहा कि ऐसे लोगों की तारबंदी करना जरूरी है, जबकि दिव्या मदेरणा पर अमर्यादित टिप्पणी करने के मामले में डोटासरा ने भी बेनीवाल पर जमकर हमला किया।
कांग्रेस नेता रघु शर्मा ने एक बयान में कहा कि “13 नवंबर के बाद कत्लेआम होगा।” इस तरह की भड़काऊ भाषा ने लोगों के बीच गहरी चिंता पैदा कर दी है। वहीं, पूर्व मंत्री राजेंद्र गुढ़ा ने अपने बयान में “पाकिस्तान ज़िंदाबाद के नारे” लगाए जाने का मुद्दा उठाया, जो राजनैतिक गलियारों में काफी हंगामा मचाने वाला साबित हुआ।

नेताओं की बयान बाजी हो रही बेलगाम 
झुंझुनूं के चुनावी रण में तो बात अब मारने पीटने तक पहुंच गई है। कांग्रेस विधायक हाकम अली ने कहा कि मैंने औऱ रफीक खान ने विधानसभा में गुढा की पिटाई की थी। सदन के बाहर आकर फिर गुढा रोने लगा था। इसलिए गुढा सिर्फ एक धोखा है। वहीं देवली-उनियारा के चुनावी दंगल में तो नेताजी उठाईगिरा औऱ चोर जैसे शब्दों का इस्तेमाल कर रहे है। सांसद हरीश मीणा ने नाम लिए बगैर निर्दलीय नरेश मीणा पर जमकर हमला बोला
मीणा ने कहा कि हमें ऐसे चोरों औऱ उठाईगिरों से ईमानदारी का सर्टिफिकेट नहीं चाहिए। ये भाड़े के लोग है।
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष मदन राठौड़ के हनुमान की राजनीति खत्म कर दूंगा के बयान पर बेनीवाल ने कहा कि तूनें बनाया है क्या हनुमान को नेता, मदन राठौड़ तेरे पास कुछ नहीं था, जब बीजेपी नहीं बनी थी तब मेरे पिता एमएलए थे। तूने मेरे को नेता नहीं बनाया, तेरे जैसे मैंने कई नेता बना दिए।
भाजपा प्रत्याशी रेवंतराम डांगा ने  हनुमान बेनीवाल एक बयान का हवाला देते हुए तंज कसा। डांगा ने कहा कि नेताजी कहते हैं कि उन्होंने जिस किसी को आज तक नेता बनाया वो मेरा नहीं रहा। मैं कहता हूं कि कनिका जी को नेता बनाकर अपना घर उजाड़ रहे हो, नेताजी ऐसा काम मत कीजिए।
वहीं शिक्षा मंत्री ने देवली उनियारा की चुनावी सभा में कांग्रेस नेता राहुल गांधी को राष्ट्रीय पप्पू बताया। मंत्री दिलावर ने कहा कि कांग्रेसियों के बाप भी अब धारा 370 की वापसी नहीं करा सकते।डोटासरा ने कहा था कि राजस्थान को ऐसा पपलू पर्ची मुख्यमंत्री मिला है, जिसको कुछ नहीं पता है। बस हेलीकॉप्टर दे दिया गया है घूमते रहो।
बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष मदन राठौड़ ने नागौर सांसद हनुमान बेनीवाल की पत्नी और खिंवसर से राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी की उम्मीदवार कनिका बेनीवाल को लेकर कहा कि हनुमान की पत्नी को चुनाव हराओ अगर जीत गईं तो बच्चे कौन पालेगा।