क्या किरोड़ी लाल मीणा कृषि मंत्री है या नहीं? विधानसभा से फिर मांगी छुट्टी...

किरोड़ी लाल मीणा की चिट्ठी से हुई सियासी गलियारों में हलचल तेज, बाबा फिर से छुट्टी पर...

kirodi lal meena

राजस्थान में लोकसभा चुनाव के बाद शुरू हुआ बीजेपी सरकार का सियासी संकट बरकरार है। पार्टी भले ही सब कुछ सामान्य दिखाने की कोशिश करे, लेकिन सरकार में अंदरखाने कुछ तो ऐसा चल रहा है। ये आने वाले समय में सियासी भूचाल की तरफ इशारा कर रहा है। इसकी वजह है ग्रामीण विकास एवं कृषि मंत्री डॉक्टर किरोड़ी लाल मीणा ने एक बार फिर से विधानसभा अध्यक्ष वासुदेव देवनानी से पत्र लिखकर जरूरी काम से विधानसभा सत्र से छुट्टी मांगी है। इसमें उन्होंने कहा है कि वह मंत्रालय का सवाल का जवाब नहीं देंगे और विधानसभा सत्र में शामिल नहीं होंगे।

तबादले-झंडारोहण में हाजिर… विधानसभा सत्र में ले लेते छुट्टी
किरोड़ीलाल मीना कृषि मंत्री हैं या नहीं? यह अब अबूझ पहेली बन गई है। लोकसभा चुनाव में हार की नैतिक जिम्मेदारी लेते हुए कृषि मंत्री पद से इस्तीफा देने वाले मीना यों तो तबादलों, दौरों और झंडारोहण के समय बतौर मंत्री लगातार हाजिर हो जाते हैं, लेकिन जब विधानसभा में जवाब देने की बारी आती है तो वह अवकाश ले लेते हैं। किरोड़ी लाल मीणा ने हाल ही में विधानसभा अध्यक्ष वासुदेव देवनानी से मुलाकात की। देवनानी से मुलाकात के बाद में किरोड़ी लाल मीणा ने 31 जनवरी से शुरू होने जा रहे बजट सत्र में अनुपस्थित रहने की मंजूरी मांगी है।  पिछले दिनों किरोड़ी लाल मीणा ने कहा था कि उन्होंने मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा से आग्रह किया था कि उनका इस्तीफा स्वीकार करके उन्हें तत्काल मुक्त किया जाए। अभी तक भी मुख्यमंत्री भजन लाल शर्मा ने किरोड़ी लाल मीणा के इस्तीफे को स्वीकार करने की पुष्टि नहीं की है। 

मंत्री किरोड़ी लाल मीणा ने बजट सत्र में अनुपस्थित रहने की अनुमति मांगी
सरकार ने भर्ती परीक्षा रद्द करवाने पर अड़े मीणा को झटका दे दिया। हाईकोर्ट में सरकार ने कहा कि सब इंस्पेक्टर भर्ती परीक्षा रद्द नहीं होगी। माना जा रहा है कि सरकार के बदले रवैये से किरोड़ी लाल मीणा आहत हैं। किरोड़ी लाल मीणा का गुस्सा विधानसभा उपचुनाव में भी बीजेपी नेताओं पर फूटा था। भाई जगमोहन मीणा दौसा सीट से उपचुनाव हार गए थे। सियासी गलियारे में चर्चा है कि सरकार में हैसियत से मीणा खुश नहीं हैं। 

किरोड़ी लाल मीणा ने स्वास्थ्य का हवाला देकर विधानसभा अध्यक्ष को पत्र लिखा
 आपको बता दें की किरोड़ी लाल मीणा ने 4 फरवरी से सत्र खत्म होने तक छुट्टी मांगी है। नियमों के अनुसार 7 दिन से ज्यादा छुट्टी मंजूर नहीं होती है। डॉक्टर किरोडी लाल मीणा ने जरूरी स्वास्थ्य कारणों और आगामी इलाज का हवाला देते हुए छुट्टी मांगी है। विधानसभा सदस्य को लंबी छुट्टी देने के लिए स्पीकर को सदन की मंजूरी की जरूरत होती है। इसलिए 31 जनवरी से बजट सत्र शुरू होने के बाद ही किरोड़ी लाल मीणा की छुट्टी का ऐलान होगा। ऐसा नहीं है की किरोड़ी लाल मीणा ने पहली बार विधानसभा की कार्यवाही से छुट्टी मांगी हो। इससे पहले भी विधानसभा में डॉक्टर किरोडी लाल मीणा नहीं आए थे। और देवनानी से विधानसभा सत्र से छुट्टी मांगी थी। इसके बाद में उनके मंत्रालय के सवालों का जवाब दूसरे मंत्रियों ने दिया था। और इस बार फिर से किरोड़ी लाल मीणा के विभाग के जवाब दूसरे मंत्री को देने पड़ेंगे। 

कहा जा रहा है कि विधानसभा सत्र के दौरान मीणा महाकुंभ भी जा सकते हैं।  सूत्रों की मानें मीणा के विभागों से जुड़े सवालों का जवाब देने की जिम्मेदारी विधानसभा में दूसरे मंत्रियों को देने की तैयारी कर ली गई है। कुल मिलाकर किरोड़ी लाल मीणा और भजनलाल सरकार के बीच चल रही रस्साकशी 'तू डाल डाल मैं पात पात' जैसी दिखाई दे रही है।
वहीं मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा के विभागों से जुड़े हुए जवाब देने के लिए मंत्रिमंडल के अन्य मंत्रियों को जिम्मेदारी सौंपी गई है। दिया कुमारी आबकारी, आयोजन, कराधान, सांख्यिकी विभाग के जवाब देंगी वहीं गजेंद्र सिंह खींवसर खान एवं पेट्रोलियम, गृह, भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो, जेल, मत्स्य सहित अन्य विभागों के जवाब देंगे।वहीं, जोगाराम पटेल कार्मिक, नीति निर्धारण प्रकोष्ठ, प्रशासनिक सुधार एवं समन्वय, सामान्य प्रशासन, संपदा, निर्वाचन, मंत्रिमंडल सचिवालय, स्टेट मोटर गैराज, मुद्रण एवं लेखन सामग्री, भाषा एवं पुस्तकालय विभाग, सुमित गोदारा सूचना एवं जनसम्पर्क, शांति एवं अहिंसा, कृषि विपणन, अल्पसंख्यक, वक्फ, श्रम, कारखाना एवं बॉयलर्स विभाग के जवाब देंगे।