भजनलाल सरकार पर जमकर बरसे गहलोत, मंत्री जोगाराम पटेल ने किया पलटवार 

 गहलोत ने उठाए विधानसभा अध्यक्ष की कार्यशैली पर सवाल, मंत्री पटेल ने कहा- सुर्खियां बटोरने वाले सदन में क्यों नहीं आते 

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पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत भजनलाल सरकार पर जमकर बरसे। गहलोत ने सत्ता पक्ष के साथ-साथ विधानसभा अध्यक्ष की कार्यशैली पर भी सवाल खड़े किए। गहलोत ने भाजपा सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि सरकार में कोई काम नहीं हो रहा है। सरकार अपने घोषणा पत्र के वादे भी पूरे नहीं कर रही है। गहलोत ने कहा कि सत्ता पक्ष का व्यवहार आलोचना के लायक है। विधायक दल ने तय किया था कि मुख्यमंत्री और मंत्री नए हैं इसलिए इन्हें काम करने का अवसर देना चाहिए पर भजनलाल सरकार विपक्ष को लगातार दबाने की कोशिश कर रही है। वहीं दूसरी और गहलोत के बयान पर पलटवार करते हुए जोगाराम पटेल ने कहा मीडिया में सुर्खियां बटोरने वाले पूर्व मुख्यमंत्री सदन में क्यों नहीं बोलते हैं। दलित समाज से आने वाले नेता प्रतिपक्ष को आखिर बोलने से क्यों रोका। जोगाराम पटेल ने कहा क्यों पायलट को मुख्यमंत्री बनने से रोका इसका जवाब दे पहले गहलोत। सरदारपुरा की जनता ने उन्हें मौका दिया है लेकिन वह सदन के अंदर तक नहीं आए। जोगाराम पटेल ने कहा गहलोत सिर्फ कांग्रेस की गुटबाजी को हवा देने का काम कर रहे हैं।

पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने उठाया विधानसभा अध्यक्ष की कार्यशैली पर सवाल  
पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने सरकार पर जमकर निशाना साधा। गहलोत ने कांग्रेस विधायकों के निलंबन को लेकर कहा कि हमारे समय भी निलंबन होते थे। लेकिन हम कोशिश करते थे कि सदन चलता रहे। विपक्ष को बुलाकर उनसे बात करते थे। लेकिन इस सरकार में तो विपक्षी सदस्यों को बुलाया ही नहीं जाता है। बिना विपक्ष के ही स्पीकर सदन की कार्यवाही चला देते हैं यह ठीक नहीं है। गहलोत ने कहा बिना विपक्ष के लोकतंत्र में पक्ष कुछ नहीं होता है। गहलोत ने कहा कि सत्ता पक्ष के पास अनुभव नहीं है और ना ही कोई गाइड करने वाला है इसलिए यह स्थिति बन रही है। गहलोत ने कहा एक साल तक कांग्रेस ने कोई आंदोलन नहीं किया। हमें जो भी बात सरकार तक पहुंचानी होती थी, वो मीडिया के माध्यम से पहुंचाई। सरकार में बैठे लोग ये नहीं समझ पाए कि हम उनका हित ही चाह रहे थे। हम चाहते हैं सत्ता पक्ष और विपक्ष ऐसे काम करे, जिससे पब्लिक को सीधा लाभ मिल सके। कहीं कोई कमी न रहे, ये हमारी सोच है। गहलोत ने कहा कि जब से भाजपा की सरकार बनी है, तब से प्रदेश में कुछ काम हो नहीं रहे। वादा खिलाफी हो रही है।  उनके खुद की घोषणा पत्र में से वादे पूरे नहीं हो रहे है। गहलोत ने कहा कि भाजपा सरकार ने हमारे समय की योजनाओं को या तो कमजोर कर दिया या फिर उन्हें बंद कर दिया है। हमें गर्व है कि हमारे विधायक दल के सदस्य संघर्ष करते हुए सदन और सदन के बाहर जनता की आवाज को बुलंद कर रहे हैं।

जोगाराम पटेल ने पलटवार करते हुए कहा सुर्खियां बटोरने वाले पूर्व सीएम सदन में क्यों नहीं आते 
वहीं दूसरी ओर संसदीय कार्य मंत्री जोगाराम पटेल ने पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत पर तीखा हमला बोलते हुए कहा कि वे सिर्फ मीडिया में सुर्खियों में बने रहने के लिए नकारात्मक बयान देते हैं। उन्होंने कहा कि गहलोत विधानसभा तो आए, लेकिन सदन में नहीं गए, बल्कि केवल मीडिया के सामने बयानबाजी करते रहे। पटेल ने कहा गहलोत को सदन में आकर मुद्दों पर चर्चा करनी चाहिए। जोगाराम पटेल ने पूर्व सीएम अशोक गहलोत से पूछा कि वह यह बताएं कि सोशल मीडिया और मीडिया में सुर्खियां बटोरने के लिए बोलते हैं तो फिर आज विधानसभा पहुंचने के बाद सदन में क्यों नहीं बोले ? क्यों दलित समाज से आने वाले नेता प्रतिपक्ष को बोलने से रोका ? क्यों पायलट को मुख्यमंत्री बनने रोका ? इसका जवाब दें पहले। इस दौरान जोगाराम पटेल ने कांग्रेस पार्टी में गुटबाजी और और नेतृत्व के फैसलों पर भी सवाल खड़े किए। पटेल ने कहा गहलोत ने पायलट को रगड़ाई की धमकी क्यों दी थी। कांग्रेस के अन्य नेता परसाराम मदेरणा और सीपी जोशी को मौका क्यों नहीं दिया गया। पूर्व सीएम यह भी बताएं कि कांग्रेस कि अंतर्कलह से जूझ रही है ? पूर्व सीएम यह भी बताएं कि वह अपनी पार्टी में गुटबाजी को क्यों खत्म नहीं कर पा रहे ? पटेल ने कहा कि कांग्रेस पार्टी खुद अपने नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली को बोलने नहीं दे रही। राज्यपाल के अभिभाषण पर चर्चा के दौरान जूली को बोलने का मौका नहीं दिया गया, लेकिन हमारी सरकार ने उन्हें बोलने दिया।