दिल्ली विधानसभा चुनाव को लेकर चुनाव प्रचार जोरों पर है। दिल्ली में इस बार आम आदमी पार्टी, भाजपा और कांग्रेस पूरी ताकत से चुनावी रण में है। तीनों बड़ी पार्टियों के नेता वोटरों को अपने पाले में लाने के लिए दिन-रात मेहनत कर रहे हैं। इस चुनावी समर में दिल्ली के नेताओं के साथ-साथ अन्य राज्यों के नेता भी अपनी-अपनी पार्टी के लिए जी-तोड़ मेहनत कर रहे हैं। बात राजस्थान के नजरिए से करें तो राजस्थान के सैकड़ों नेता अपनी अलग-अलग पार्टियों और राजनीतिक सहयोगियों के लिए दिल्ली की गलियों में घूम रहे हैं।
दिल्ली के चुनाव में दिग्गज नेताओं की प्रतिष्ठा दांव पर
आम आदमी पार्टी के लिए अपनी सत्ता बचाए रखने के लिए जद्दोजहद है तो भाजपा के सामने 27 साल का वनवास खत्म करने की सबसे बड़ी चुनौती है। वहीं कांग्रेस ने अपना वजूद बचाए रखने के लिए पूरी ताकत झोंक दी है। दिल्ली में प्रवासी वोटरों की संख्या अधिक है। राजस्थान की अलग-अलग जिलों के मूल निवासी भी दिल्ली में निवास करते हैं। ऐसे में दिल्ली विधानसभा चुनाव के लिए प्रवासी राजस्थानी के वोटरों को अपने-अपने पक्ष में करने के लिए भाजपा कांग्रेस दोनों जुटी हुई। मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा लगातार दिग्गज नेताओं के साथ चुनावी मोर्चा संभाल रहे हैं। मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने दिल्ली में डेरा डाला हुआ है। वह लगातार भाजपा नेताओं के साथ बैठक कर प्रचार में जुटे हुए हैं। मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने दिल्ली में भाजपा की सरकार बनने का दावा भी किया है।
सीएम भजनलाल शर्मा और पूनिया से पायलट तक किसकी मेहनत लाएगी रंग
राजस्थान सरकार के उपमुख्यमंत्री प्रेमचंद बैरवा ने तीन अलग-अलग सीटों पर चुनाव प्रचार की कमान संभाली हुई है। इसके साथ ही भाजपा के दिग्गज नेता भी जिम्मेदारी संभाल रहे हैं। हरियाणा में भाजपा को जीत दिलाने के बाद अब सतीश पूनिया के कंधों पर दिल्ली की भी जिम्मेदारी है। सतीश पूनिया को दिल्ली की कई प्रमुख सीटों की जिम्मेदारी दी गई है। सतीश पूनिया लगातार चुनावी रणनीति पर चुनाव प्रचार सहित कई मोर्चों पर काम कर रहे हैं। हरियाणा चुनाव में भाजपा को जीत दिलाने में सतीश पूनिया ने अहम भूमिका निभाई थी। यही वजह है की अब दिल्ली में भी सतीश पूनिया को अहम जिम्मेदारी दी गई है।
दिल्ली विधानसभा चुनाव में राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी के सुप्रीमो हनुमान बेनीवाल आम आदमी पार्टी को समर्थन देने का ऐलान पहले ही कर चुके हैं। हनुमान बेनीवाल आम आदमी पार्टी के समर्थन में लगातार प्रचार कर रहे हैं।
सीएम भजनलाल शर्मा का दिल्ली में तूफानी दौरा, भाजपा के पक्ष में बनाया माहौल
बात कांग्रेस की करें तो दिल्ली विधानसभा चुनाव में राजस्थान के कांग्रेस नेताओं में सबसे ज्यादा सक्रिय सचिन पायलट नजर आ रहे हैं। सचिन पायलट दिल्ली में कांग्रेस के घोषणा पत्र के समय भी मौजूद थे। इसके अलावा कई प्रमुख सीटों पर भी पायलट को चुनाव प्रचार का ज़िम्मा मिला हुआ है। कांग्रेस स्टार प्रचारक के नाते अलग-अलग सीटों पर चुनाव प्रचार कर रहे हैं। सचिन पायलट ने अलका लांबा के समर्थन में चुनाव प्रचार किया। सचिन पायलट के साथ-साथ अशोक गहलोत, पुष्पेंद्र भारद्वाज, धीरज गुर्जर, अशोक चांदना और संजना जाटव के साथ-साथ कांग्रेस की कई दिग्गज नेताओं को अहम जिम्मेदारी दी गई है।