राजीव गांधी शिक्षा भवन का बदला नाम, भाजपा सरकार पर भड़के टीकाराम जूली 

कांग्रेस से जुड़ी इमारत का भजनलाल सरकार ने बदला नाम, टीकाराम जूली बोले नाम बदनाम संकुचित सोच 

BHAJNLAL SHARMA-TIKARAM JYLLY

 

राजस्थान में योजनाओं और संस्थाओं का नाम बदलने पर राजनीति तेज हो गई है। राजस्थान में एक बार फिर से सरकारी इमारत का नाम बदलने का सिलसिला जारी है। प्रदेश सरकार जहां सरकारी योजनाओं और इमारत का नाम बदलने का काम कर रही है वहीं दूसरी और विपक्ष लगातार सरकार पर निशाना साध रहा है। प्रदेश में जब से भजनलाल सरकार सत्ता में आई है उसके बाद से ही कई योजनाओं का नाम बदल दिया गया है वहीं कई योजनाओं को बंद कर दिया गया है।  वहीं, अब शिक्षा संकुल में मौजूद राजीव गांधी शिक्षा भवन का नाम भी बदल दिया है। अब ये भवन पुण्यश्लोका देवी अहिल्याबाई होल्कर भवन के नाम से जाना जाएगा। भाजपा सरकार के इस निर्णय के बाद में सियासी गलियारों में हलचल तेज हो गई है। राजीव गांधी भवन का नाम बदलने पर नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली ने भाजपा सरकार को घेरा। नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली ने भाजपा सरकार के इस निर्णय की निंदा करते हुए संकुचित मानसिकता प्रतिशोध की राजनीति का प्रतीक बताया।

पुण्यश्लोक देवी अहिल्याबाई होल्कर भवन कहलाएगा अब राजीव गांधी शिक्षा भवन 
नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली ने राजीव गांधी भवन का नाम बदलने पर नाराजगी जताई और कहा की भारतीय उपमहाद्वीप में शान्ति स्थापित करने के लिए शहीद होने वाले हमारे महान नेता राजीव गांधी के नाम पर रखे गए नाम को बदलना भाजपा की संकुचित सोच का उदाहरण है। मैं इसकी निंदा करता हूं। जूली ने कहा शिक्षा संकुल का नाम बदलने का यह भाजपा सरकारों का दूसरा प्रयास है। पहले शिक्षा संकुल की स्थापना के समय इसका नामकरण पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी के नाम पर भारत के शिक्षा क्षेत्र में उनके योगदान को देखते हुए किया गया था क्योंकि उनके कार्यकाल में नई शिक्षा नीति आई एवं जवाहर नवोदय विद्यालयों की शुरुआत जैसा क्रांतिकारी काम हुआ। शिक्षा मंत्रालय को मानव संसाधन विकास मंत्रालय भी राजीव गांधी के कार्यकाल में बनाया गया। तब भी भाजपा सरकार आने पर इसका नाम बदल दिया गया। अब शिक्षा संकुल के एक ब्लॉक का नाम राजीव गांधी के नाम पर था जिसका नाम भी अब बदल दिया गया। ऐसा लगता है भाजपा सरकार को अपनी क्षमताओं पर पूरा भरोसा है कि वह 5 साल में कोई नया निर्माण कार्य नहीं कर सकेंगे इसलिए पुराने कार्यों के ही नाम बदलते जा रहे हैं।

राजस्थान में एक बार फिर सरकारी इमारत का नाम बदलने का सिलसिला जारी
राजस्थान में यह पहला मौका नहीं है जब बीजेपी सरकार ने पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार के समय में शुरू की गई योजनाओं या इमारत का नाम बदला है। इससे पहले भी भाजपा सरकार की ओर से कई योजनाओं का नाम बदला गया है। कांग्रेस सरकार की ओर से शुरू की गई मुख्यमंत्री बाल गोपाल दूध योजना का नाम बदलकर अब पन्नाधाय बाल गोपाल योजना कर दिया गया है। वहीं इंदिरा गांधी उड़ान योजना का नाम बदलकर कालीबाई भील उड़ान योजना हो गया है। यहां तक की भजनलाल सरकार ने छात्राओं को दी जाने वाली साइकिल का रंग भी बदल दिया है। पहले साइकिल का रंग काला होता था लेकिन अब उसका रंग बदलकर केसरिया कर दिया गया है। राजीव गांधी स्कॉलरशिप फॉर एकेडमिक एक्सीलेंस योजना अब स्वामी विवेकानंद स्कॉलरशिप योजना के नाम से जानी जाती है। और इंदिरा रसोई का नाम बदलकर अन्नपूर्णा रसोई कर दिया गया है। राजीव गांधी जल स्वावलंबन अब मुख्यमंत्री जल स्वावलंबन बन चुकी है, मुख्यमंत्री वरिष्ठ नागरिक तीर्थ यात्रा का नाम बदलकर पंडित दीनदयाल उपाध्याय वरिष्ठ नागरिक तीर्थ यात्रा कर दिया गया है। इंदिरा शहरी रोजगार गारंटी योजना को मुख्यमंत्री शहरी रोजगार गारंटी योजना के नाम से जाना जा रहा है। आई एम शक्ति उड़ान योजना कालीबाई भील उड़ान योजना हो गई है। वहीं चिरंजीवी स्वास्थ्य बीमा योजना की जगह आयुष्मान आरोग्य ने ले ली है। योजनाएं आज भी वही है लेकिन फर्क सिर्फ कितना है कि उनके नाम बदल दिए गए।