बाड़मेर में स्पा सेंटर पर छापा, अनैतिक गतिविधियों का पर्दाफाश - क्या खुलेंगे और राज?

Edited by: Kritika

राजस्थान के बाड़मेर शहर में जिला कलेक्टर टीना डाबी द्वारा एक स्पा सेंटर पर मारे गए छापे में चार लड़कियां और दो लड़के पकड़े गए। पुलिस ने उन्हें हिरासत में लिया। स्थानीय लोगों का आरोप है कि इस स्पा सेंटर में पुलिस की मिलीभगत से अवैध गतिविधियाँ चल रही थीं। टीना डाबी की इस कार्रवाई के बाद पास के जालोर जिले में भी इसी तरह की घटनाओं पर असर देखने को मिला।

जालोर जिले के भीनमाल कस्बे में जुजाणी रोड पर स्थित एक अन्य स्पा सेंटर पर भी पुलिस ने छापा मारा। पुलिस को सूचना मिली थी कि स्पा सेंटर में भारतीय और विदेशी युवतियों से अनैतिक कार्य करवाए जा रहे हैं। छापेमारी के दौरान पुलिस ने थाईलैंड की दो युवतियों सहित कुल आठ लोगों को गिरफ्तार किया। खबरों के अनुसार, जिस स्पा सेंटर पर यह छापा मारा गया, वह किसी बीजेपी नेता का बताया जा रहा है। 

जालोर के एसपी ज्ञान चन्द्र यादव ने बताया कि उन्हें भीनमाल कस्बे में एक स्पा सेंटर में अवैध गतिविधियों की जानकारी मिली थी। इस सूचना के आधार पर अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक मोटाराम गोदारा और सीओ अन्नराज राजपुरोहित के सुपरविजन में एक टीम गठित की गई, जिसने स्पा सेंटर पर छापा मारा। इस दौरान, चार युवक और चार युवतियों को संदिग्ध गतिविधियों में लिप्त पाए जाने पर गिरफ्तार किया गया। पकड़े गए लोगों में बाड़मेर, दिल्ली और थाईलैंड के निवासी शामिल हैं।

एसपी ने कहा कि अगर भविष्य में किसी अन्य स्थान पर इस तरह की गतिविधियाँ होती हैं तो पुलिस त्वरित कार्रवाई करेगी। इस तरह की पुलिस कार्रवाइयों के चलते कई स्पा सेंटरों ने अनैतिक गतिविधियों के आरोप से बचने के लिए अपने दरवाजे बंद कर दिए हैं। यह अवैध धंधा केवल बाड़मेर और जालोर तक सीमित नहीं है, बल्कि प्रदेश की राजधानी जयपुर इसका हब बन चुकी है, जहाँ हजारों स्पा सेंटर चल रहे हैं। अब सवाल यह उठता है कि जयपुर पुलिस कब इस अवैध धंधे के खिलाफ सख्त कार्रवाई करेगी।

जयपुर में दो से तीन हजार स्पा सेंटर हैं, जहाँ मसाज के नाम पर केवल अवैध गतिविधियाँ चलाई जाती हैं। इस तरह के मामलों पर पुलिस की कार्रवाई कब होगी, यह देखने वाली बात होगी। स्थानीय जनता पुलिस से इन गतिविधियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की उम्मीद कर रही है।