देश के सबसे बड़े सेक्स स्कैंडल के रूप में कुख्यात अजमेर ब्लैकमेल-रेप कांड से अजमेर अभी भी उभर नहीं पाया है। अजमेर ब्लैकमेल कांड के दौरान सर्कुलेट हुई न्यूड तस्वीरें एक-दो नहीं, बल्कि 100 से ज्यादा छात्राओं की थी। और अब एक बार फिर अजमेर में वही कहानी दोहराने की कोशिश की गई। गैंगरेप और ब्लैकमेलिंग के खेल में कई स्कूली छात्राएं फंस गई। एक ही स्कूल की छात्राओं को फिर से निशाना बनाया गया। पहले प्रेमजाल में फसाया और फिर धर्म परिवर्तन का दबाव बनाया। प्रेमजाल में फंसा कर नाबालिग को अपनी ही सहेली को बुलाने के लिए मजबुर किया गया। जब मामला सामने आया तो हर कोई हैरान रह गया। मामला तब सामने आया जब एक छात्रा ने सामने आकर पूरी कहानी को सुनाया। पूरी कहानी सामने आती ही मानों राजस्थान में हड़कंप मच गया हो।
पहले प्रेमजाल में फंसाया, फिर धर्म परिवर्तन का बनाया दबाव
ब्यावर के बिजय नगर इलाके में निजी स्कूल की छात्राओं को कुछ बदमाशों ने अपने जाल में फंसाया और ब्लैकमेल करने लगे। पहले एक लड़की को जाल में फंसाया। उसके साथ रेप करके ब्लैकमेल करने लगे। फिर उसे कहा कि स्कूल की दूसरी लड़कियों से दोस्ती कराने पर उसे छोड़ देंगे। ऐसा करते करते एक के बाद कई छात्राओं को शिकार बनाया गया। इस कांड का खुलासा हुआ तो लोग आक्रोशित हुए और थाने का घेराव करते हुए हंगामा किया गया।
मामले में पुलिस ने किया पांच आरोपियों को गिरफ्तार
मामले में कार्रवाई करते हुए पुलिस ने आरोपियों को गिरफतार किया। ब्लैकमेल कांड के आरोपी सोहेल हुसैन और मोहम्मद लुकमान ने अपना जुर्म कबूल कर लिया। पुलिस पूछताछ में आरोपी ने स्वीकार किया कि उन्होंने छात्राओं को मोबाइल दिए और उनको बहलाने-फुसलाने की कोशिश की। ब्यावर जिले में हुए इस ब्लैकमेल कांड में 5 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया, जबकि नाबालिग आरोपी हिरासत में लिए गए। कोर्ट ने 5 आरोपियों को पुलिस रिमांड पर भेज दिया है। जांच में सामने आया की आरोपी ने छात्र पर पैसे देने के लिए दबाव बनाया। छात्रा को पैसे नहीं देने पर जान से मारने की धमकी भी दी। जिसके बाद छात्रा ने अपने घर से 2000 चोरी किए। इसके बाद में पूरा मामला सामने आया।
छात्र ने बताई आरोपियों के नपाक मंसूबे की पूरी कहानी
आरोपियों ने 32 साल पुराने अजमेर ब्लैकमेल काण्ड की तर्ज पर एक ही स्कूल की छात्राओं को प्रेमजाल में फांसने का षड़यंत्र रचा। उन्होंने कस्बे की निजी स्कूल की एक छात्रा को फंसाने के बाद उसके माध्यम से उसकी सहपाठी पांच छात्राओं को मोबाइल का प्रलोभन व डरा धमकाकर फंसा लिया। छात्राओं को अभिभावकों की नजर से बचने के लिए छोटा चाइनीज मोबाइल फोन, सिमकार्ड तक मुहैया कराया, ताकि छात्राएं स्कार्फ में मोबाइल रखकर भी आसानी से बात कर सकें। इसके बाद छात्राओं को ब्लैकमेल करने की प्रक्रिया शुरू हुई।
ब्लैकमेलिंग का शिकार हुई एक पीड़िता ने बताया कि लड़के लड़कियों को अपने जाल में फसाने के लिए हर रोज नई-नई गाड़ियां लेकर आते थे। बताया कि एक रोज उसे कहा गया यदि ब्राह्मण की लड़की को बेचेंगे तो 20 लाख और तुझे बेचेंगे तो 10 लाख रुपए मिलेंगे। पीड़िता ने बताया कि आरोपी 15 दिन तक उनका स्कूल से घर पर पीछा करता रहा। उसके बाद आरोपी ने नंबर लिखकर चिट्ठियों फेंकी। जब दिए गए नंबर पर कॉल किया तो कैफ़े मैं मिलने के लिए बुलाया। और वहां पर तस्वीर निकाल कर अपनी फ्रेंड से बात करवाने के लिए दबाव बनाया। पुलिस पूछताछ में सामने आया है कि आरोपियों ने कई अन्य लड़कियों को भी ब्लैकमेल कर धर्म परिवर्तन के लिए मजबूर करने की कोशिश की थी। वे अक्सर उन्हें होटल, रेस्टोरेंट और कैफे में बुलाते थे, जहां उनकी तस्वीरें और वीडियो बनाकर उन्हें डराने-धमकाने का काम करते थे। इस मामले की जांच अभी जारी है और पुलिस आरोपियों से पूछताछ कर मामले से जुड़े और भी सबूत तलाश कर रही है।