वसुंधरा राजे बन सकती हैं भाजपा की नई राष्ट्रीय अध्यक्ष, संघ प्रमुख मोहन भागवत ने आगे बढ़ाया है नाम

जेपी नड्डा के बाद वसुंधरा राजे बनेंगी भाजपा की नई राष्ट्रीय अध्यक्ष? मोहन भागवत ने सुझाया नाम

दो बार राजस्थान की मुख्यमंत्री रहीं वसुंधरा राजे को भारतीय जनता पार्टी के नए राष्ट्रीय अध्यक्ष के रूप में चुना जा सकता है। दावा किया जा रहा है कि संघ प्रमुख मोहन भागवत ने खुद राजे के नाम की पेशकश की है। 
 

राजनीति : जल्द ही बतौर भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष के तौर पर जेपी नड्डा का कार्यकाल खत्म हो जाएगा। नड्डा के बाद पार्टी किसे अपने नए राष्ट्रीय अध्यक्ष के रूप में चुनेगी इस बात की भी चर्चाएं पिछले कुछ समय में तेज हो गई हैं। इसी बीच भाजपा अध्यक्ष पद की दौड़ में एक ऐसा नाम सामने आ रहा है जिसने राजस्थान से लेकर पूरे देश की सियासी नींवें हिला कर रख दी है। अपने नए अध्यक्ष के लिए पार्टी को एक ऐसे नाम की तलाश थी जिसे राजनीतिक दांव पेंचों का भरपूर ज्ञान हो और साथ ही सियासी जमीन पर उसकी पकड़ भी मजबूत हो। राजस्थान की पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे सिंधिया का नाम अब भाजपा के नए मुख्य की दौड़ में सबसे आगे आ गया है। हालांकि, अभी तक इस बारे में पार्टी ने कोई आधिकारिक जानकारी नहीं दी है लेकीन राजनीति की सोशल मीडिया कलमों के दावों ने राजे को भाजपा मुखिया पद का ताज पहना दिया है। 

राजे को मिला है संघ का साथ 

बताया जा रहा है कि पार्टी अध्यक्ष पद के लिए राजे का नाम राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ ने आगे बढ़ाया है। इससे पहले संघ ने संजय जोशी के नाम का प्रस्ताव भेजा था मगर जोशी के नाम पर मोदी-शाह की सहमति ना बन पाने के कारण राजे का नाम आगे बढ़ाया गया। माना जाता है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का संजय जोशी के साथ 36 का आंकड़ा है। संघ के इस सुझाव के पीछे एक बड़ा कारण राजे की बेखौफ और निडर राजनीतिक छवि भी है। दरअसल, लोकसभा चुनावों के दौरान नड्डा के बीजेपी को संघ की जरूरत ना होने के बयान के बाद संघ की पार्टी के साथ परोक्ष दूरियाँ बढ़ गई थीं। इसीलिए संघ चाहता है कि पार्टी का नया अध्यक्ष कोई ऐसा नाम हो जो केवल मोदी-शाह के ही इशारों पर ना चले। 

मोदी-शाह की राजे से भी रही है अनबन 

माना जाता है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह के वसुंधरा राजे के साथ कुछ खास अच्छे रिश्ते नहीं है। लोकसभा चुनाव में जीतने के बाद भी राजे को मुख्यमंत्री का पद ना मिलने के पीछे भी इसी अनबन को बड़ी वजह माना जाता है। पार्टी के दोनों सिरों के बीच इस जंग की शुरुआत 2013 में राजस्थान के अंदर भाजपा की प्रचंड जीत के साथ हुई। जब लोगों ने इस जीत का श्रेय नरेंद्र मोदी को देना शुरू किया तो राजे ने कह दिया कि किसी एक इंसान की वजह से पार्टी की जीत में केवल एक आदमी का हाथ नहीं हो सकता। 2018 में भी जब भाजपा के तत्कालीन राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह राजस्थान में भाजपा की कमान गजेन्द्र सिंह शेखावत को सौंपना चाहते थे तब भी उनके रास्ते में राजे आई थीं। बस इसी के बाद से माना जाता है कि मोदी-शाह की जोड़ी और वसुंधरा राजे के बीच अनबन आज तक सुलझी नहीं है। 

बन सकती हैं पार्टी की पहली महिला राष्ट्रीय अध्यक्ष 

पिछले दिनों संघ प्रमुख मोहन भागवत ने राजस्थान के अलवर का दौरा करते समय वसुंधरा राजे से मुलाकात की थी। इसी के बाद से राजे को पार्टी का राष्ट्रीय अध्यक्ष बनाए जाने की अटकलें भी तेज हो गई थीं। अगर राजे को बीजेपी मुखिया के रूप में स्वीकार जाता है तो राजे भारतीय जनता पार्टी की पहली महिला अध्यक्ष होंगी। वसुंधरा राजे दो बार राजस्थान की मुख्यमंत्री रह चुकी हैं और वर्तमान में बीजेपी की राष्ट्रीय उपाध्यक्ष हैं। 

लोगों ने अभी से दे डाली हैं जीत की बधाइयाँ 

अभी तक वसुंधरा राजे के पार्टी राष्ट्रीय अध्यक्ष बनने को लेकर कोई आधिकारिक जानकारी नहीं आई है लेकीन सोशल मीडिया पर लोगों ने उन्हें पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष के रूप में स्वीकार लिया है। उनके पार्टी मुखिया चुने जाने की खबरें सोशल मीडिया पर जमकर ट्रेंड कर रही हैं। इसके अलावा लोगों ने उन्हें नया अध्यक्ष मानकर बधाइयों का तांता लगा दिया है। सोशल मीडिया पर लोग राजे को अध्यक्ष बनाए जाने के विचार का बढ़-चढ़कर समर्थन कर रहे हैं।