केरल के बाद महाराष्ट्र में मानसून दस्तक दे चुका है। महाराष्ट्र की राजधानी मुंबई समेत राज्य भर में भारी बारिश का कहर जारी है, जिससे आम जनजीवन प्रभावित हुआ है। महाराष्ट्र में बीते 35 सालों में पहली बार इतनी जल्दी मानसून पहुंचा है। आईएमडी ने मुंबई और उसके उपनगरीय क्षेत्रों के अलावा ठाणे, पालघर और कुछ जिलों के लिए येलो अलर्ट और रायगढ़, रत्नागिरी और सिंधुदुर्ग जिलों के लिए रेड अलर्ट जारी किया।
मुंबई में सोमवार (26 मई) सुबह से हो रही मूसलाधार बारिश के चलते KEM अस्पताल के ग्राउंड फ्लोर के हॉल में पानी घुस गया। वहीं, बारिश के कारण अंडरग्राउंड स्टेशन जलमग्न होने से मुंबई मेट्रो लाइन 3 पर आचार्य अत्रे चौक और वर्ली के बीच सेवाएं स्थगित कर दी गई हैं। महाराष्ट्र में मानसून के आगमन के बाद से मुंबई में भारी बारिश हो रही है। लोकल ट्रेनें और एयरलाइन सर्विस भी प्रभावित हैं। सड़कों और रेलवे ट्रैक पर जलभराव हो गया है। IMD ने सोमवार को मुंबई के लिए 'रेड अलर्ट' जारी किया है। सोमवार सुबह से ही मुंबई के कई हिस्सों में बारिश हो रही है, जिससे यात्रियों को परेशानी हो रही है
रविवार की रात मुंंबई, पुणे, नासिक समेत अन्य जिलों में हुई भारी बारिश के चलते सड़के जलमग्न हो गई हैं और कई क्षेत्रों में बारिश का पानी लोगों के घरों में घुस चुका है। रविवार को हुई तेज बारिश के बाद बोरीवली, सांताक्रूज़, पवई, मुलुंड, चेंबूर, वर्ली, कोलाबा और अलीबाग मौसम स्टेशन रेड अलर्ट पर हैं। इस आपदा के कारण एहतियात के तौर पर राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (NDRF) की दो टीमों को तैनात करना पड़ा है।
35 सालों में पहली बार इतनी जल्दी पहुंचा मानसून
भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (IMD) की वैज्ञानिक सुषमा नायर ने बताया कि इससे पहले वर्ष 1990 में दक्षिण-पश्चिम मानसून ने 20 मई को महाराष्ट्र में एंट्री की थी। इसके बाद अब इतनी जल्दी महाराष्ट्र में मानसून ने दस्तक दी है। मुंबई में बारिश का कहर जारी, घरों में घुसा पानी मुंबई में भारी बारिश के कारण जलभराव से स्थिति और भी खराब हो गई है, खास तौर पर जेजे ब्रिज पर, जो मानसून के मौसम से पहले पाइपलाइनों की उचित सफाई न होने के कारण हुआ है। पानी का यह जमाव शहर की जल निकासी व्यवस्था के लिए एक बड़ी चुनौती बन गया है, जो विभिन्न स्थानों पर हुई भारी बारिश के कारण और भी बदतर हो गया है।
मुंबई में बारिश का कहर जारी,
घरों में घुसा पानी मुंबई में भारी बारिश के कारण जलभराव से स्थिति और भी खराब हो गई है, खास तौर पर जेजे ब्रिज पर, जो मानसून के मौसम से पहले पाइपलाइनों की उचित सफाई न होने के कारण हुआ है। पानी का यह जमाव शहर की जल निकासी व्यवस्था के लिए एक बड़ी चुनौती बन गया है, जो विभिन्न स्थानों पर हुई भारी बारिश के कारण और भी बदतर हो गया है। मुंबई में सुबह 7:30 बजे तक 21 घंटे की अवधि में 71.9mm बारिश दर्ज की गई, जिसमें सायन और मुंबई हवाई अड्डे के आसपास के इलाकों में क्रमशः 43mm और 33mm बारिश हुई।