मुनीर ने देर रात बताया था कि भारत ने कई इलाकों को निशाना बनाया है पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने भारत की ओर से नूर खान एयरबेस पर हमला करने की बात मान ली है।
Thursday, 15 May 2025 13:30 pm

Golden Hind News

पाकिस्‍तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ आखिरकार स्‍वीकार कर ही लिया क‍ि भारत ने ऑपरेशन सिंदूर के दौरान उसे कई घाव दिये. पाक प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने स्वीकार किया कि भारत की बैलिस्टिक मिसाइलों ने 10 मई को नूर खान एयरबेस और अन्य ठिकानों पर हमला किया था. अभी तक पाकिस्‍तानी सेना के अधिकारी यही कहते आ रहे थे कि उनके एयरबेस सही सलामत हैं. भारत की सभी मिसाइलों को उन्‍होंने बर्बाद कर दिया. लेकिन पीएम शहबाज शरीफ ने अपने दिल का दर्द आखिरकार बयां कर ही दिया पीएम शहबाज शरीफ ने कहा कि सेना प्रमुख जनरल असीम मुनीर ने उन्हें सुबह करीब 2:30 बजे फोन करके हमलों की जानकारी दी. शहबाज शरीफ ने पाकिस्तान की वायुसेना द्वारा स्थानीय तकनीक और चीनी जेट विमानों के इस्तेमाल का जिक्र किया और इस बात की भी पुष्टि की कि भारत की मिसाइलों ने अपने लक्ष्य को भेदा. शुक्रवार को पाकिस्तान स्मारक पर आयोजित एक समारोह को संबोधित करते हुए पीएम शरीफ ने कहा, 9 और 10 मई की दरमियानी रात को करीब 2:30 बजे जनरल सैयद आसिम मुनीर ने मुझे सिक्योर लाइन पर फोन किया और बताया कि भारत की बैलिस्टिक मिसाइलों ने नूर खान एयरबेस और अन्य इलाकों को निशाना बनाया है.

 

भारत की मार के बाद शांति की बात

 पाकिस्तान को महज कुछ ही घंटों के अंदर घुटनों पर लाकर रख दिया. हालत ये हुई कि पाकिस्तान युद्ध न करने और शांति की अपील करने लगा. पाकिस्तान की हालत ये हुई कि जो पीएम शहबाज शरीफ कल तक आंख से आंख मिलाने की बात कर रहे थे वो आज अपनी पिटाई स्वीकार कर रहे हैं. भारत की एयर स्ट्राइक और जवाबी कार्रवाई को पाकिस्तान कभी भुला नहीं सकता है. यही कारण है कि पाक अब भारत से उलझना नहीं चाहता है. भारत ने पाकिस्तान पर हमले के लिए 15 ब्रह्मोस मिसाइलों का इस्तेमाल किया था.नूर खान एयरबेस में पाकिस्तान अपने सबसे ज्यादा हथियार रखता है और इसके तबाह होने के बाद पाकिस्तानी सेना के कई अहम लड़ाकू विमान उड़ ही नहीं सकते थे

 

कटरा से संगलदान के बीच रेल ट्रैक पर सुरक्षा बढ़ाई गई

अब कुछ संवेदनशील इलाकों में ज्यादा सुरक्षा के लिए अतिरिक्त पुलिस (GRP) जवान तैनात किए जा रहे हैं। यह कदम 22 अप्रैल को पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद उठाया गया है। कटरा से संगलदान तक के रेल ट्रैक की नई सुरक्षा जांच पूरी हो गई है। चिनाब नदी और अंजी खड्ड पर बने बड़े पुलों पर भी और CCTV कैमरे लगाए गए हैं। रियासी के बाद कुछ जगहें सुनसान हैं, इसलिए वहां ज्यादा जवान लगाए जा रहे हैं ट्रैक पर पहले से सुरक्षा थी, लेकिन अब सुरंगों, पुलों और खुले इलाकों की निगरानी और बढ़ाई जा रही है आकाशतीर में कई रडार, सेंसर और कम्युनिकेशन नेटवर्क सिस्टम हैं। इसे आत्मनिर्भर भारत इनीशिएटिव के तहत बनाया गया है। इसे आर्मी, नेवी और एयरफोर्स तीनों में शामिल किया गया है। आकाशतीर को आसान शब्दों में समझना चाहें तो यह इंटेलिजेंट, प्रो-एक्टिव और तेजी से जवाबी कार्रवाई करने में सक्षम है