हनुमान बेनीवाल की जान को खतरा, सांसद ने पूछा हमला हुआ तो कोन होगा जिम्मेदार   हनुमान बेनीवाल ने किया सरकार से सवाल, बोले- मेरे ऊपर हमले का कोन होगा जिम्मेदार...
Wednesday, 30 Apr 2025 00:00 am

Golden Hind News

आरएलपी सुप्रीमो सांसद हनुमान बेनीवाल की सुरक्षा का मुद्दा गहराता जा रहा है। हनुमान बेनीवाल लगातार सुरक्षा व्यवस्था को लेकर सवाल खड़े कर रहे हैं। और अब तो हनुमान बेनीवाल ने सरकार से सीधा सवाल करते हुए पूछा है कि यदि उन पर हमला होता है तो उसका जिम्मेदार कौन होगा। हनुमान बेनीवाल ने अपनी सुरक्षा को लेकर गंभीर चिंता जताई है। एक तरफ तो सरकार हनुमान बेनीवाल की जान को खतरा बता कर सुरक्षा की बात कह रही है वहीं दूसरी तरफ सरकार की ओर से केवल नागौर में ही उन्हें सुरक्षा मुहैया करवाई गई है। सांसद बेनीवाल ने सरकार पर निशाना साधते हुए कहा की एक तरफ सरकार मेरी जान को खतरा बता रही है वहीं दूसरी तरफ मेरे लाइसेंसी हथियार 11 साल से थाने में जमा है।  दर्शन एक केस के चलते 2014 में हनुमान बेनीवाल ने अपनी पिस्तौल और बंदूक थाने में जमा करवाई थी। जो अभी तक भी हनुमान बेनीवाल को वापस नहीं मिली है। वहीं दूसरी ओर सांसद हनुमान बेनीवाल के बाद उनके भाई पूर्व विधायक नारायण बेनीवाल ने भी सुरक्षा लौटा दी है।

हनुमान बेनीवाल ने अपनी सुरक्षा व्यवस्था को लेकर जताई चिंता 
हनुमान बेनीवाल ने कहा की 2014 में एक केस के चलते उन्होंने अपनी पिस्टल और बंदूक थाने में जमा कराई थी। 2017 में उस केस में एफआर लग गई, फिर भी हथियार वापस नहीं दिए गए। एफआर के बाद उन्होंने तत्कालीन जिला कलेक्टर से लाइसेंस बहाल करने की मांग की, लेकिन कलेक्टर ने असमर्थता जताई। इसके बाद उन्होंने संभागीय आयुक्त से अपील की, जिन्होंने लगभग छह महीने पहले नागौर कलेक्टर को लाइसेंस बहाली के निर्देश दिए, लेकिन अब तक कोई कार्रवाई नहीं हुई। हनुमान बेनीवाल ने कहा की सांसद होने के नाते उन्हें विशेषाधिकारों के तहत लाइसेंसी हथियार और रेड पासपोर्ट मिलना चाहिए, लेकिन सरकार ने इस दिशा में कोई पहल नहीं की। आपको बता दें कि 2024 में भी पुलिस इंटेलिजेंस को इनपुट मिला था कि हनुमान बेनीवाल की जान को खतरा है और उन पर हमला हो सकता है। और अब एक बार फिर पुलिस को हनुमान बेनीवाल की जान को खतरा होने के इनपुट मिले हैं। ऐसे में हनुमान बेनीवाल के साथ की क्विक रिस्पांस टीम तैनात की गई थी। हालांकि हनुमान बेनीवाल ने नाराजगी जताते हुए सुरक्षा वापस लौटा दी। दरअसल यह टीम केवल नागौर में हनुमान बेनीवाल के प्रवास के दौरान ही सुरक्षा प्रदान करती है।  जयपुर जैसे अन्य स्थानों पर कोई सुरक्षा नहीं दी गई, जिससे नाराज होकर सांसद ने अपने दोनों पीएसओ को को लौटा दिया।

बेनीवाल बोले मेरे लाइसेंसी हथियार 11 साल से थाने में है जमा
हनुमान बेनीवाल ने साल 2013 में लाइसेंस के रिन्युअल के लिए आवेदन किया था, लेकिन 2014 में भाजपा सरकार के समय एक मामला दर्ज हुआ था। इसमें बताया गया था कि हनुमान बेनीवाल ने हथियार लाइसेंस रिन्युअल के लिए आवेदन करते समय एक मुकदमे का तथ्य छुपाया है। हनुमान बेनीवाल को छात्र संघ के समय एक मामले में पूर्व मंत्री डॉ राजकुमार शर्मा के साथ सजा सुनाई गई थी। जिसके तहत हनुमान बेनीवाल पर तथ्य छुपाने को लेकर मामला दश करवाया गया। और उसके बाद में हनुमान बेनीवाल के हथियारों की रिन्युअल प्रक्रिया को रोक दिया गया था। 2014 में जैसे ही मामला दर्ज हुआ उसके बाद हथियार थाने में जमा करवा दिए गए। हनुमान बेनीवाल लगातार लाइसेंस को लेकर संभागीय आयुक्त के फैसले का इंतजार करते रहे।  अब पिछले 6 महीने से लाइसेंस बहाली के निर्देश के बाद भी कोई प्रक्रिया नहीं हुई है। हनुमान बेनीवाल ने कहा की जिला कलेक्टर ने जब इस संबंध में एसपी को पत्र लिखा तो जवाब मिला कि कोई खतरा नहीं है। हनुमान बेनीवाल ने कहा कि मेरे घर में हथियार का कोई लाइसेंस नहीं है।बेनीवाल ने कहा कि अभी 4 दिन पहले खतरे का इनपुट आने के बावजूद सुरक्षाकर्मी नहीं भेजे गए, अगर 4 दिन में कोई हमला हो जाता तो जिम्मेदार कौन था?