REET पेपर लीक मामले में आया नया मोड़ हाई कोर्ट ने किया जांच सीबीआई को सौंपने से इंकार, डोटासरा ने सा सरकार ने लिया REET पेपर लीक मामले में यू-टर्न, डोटासरा बोले- मगरमच्छ' पकड़ने से मुख्यमंत्री का हाथ कौन पकड़ रहा है?
Saturday, 29 Mar 2025 00:00 am

Golden Hind News

रीट भर्ती परीक्षा में पेपर लीक को लेकर राज्य सरकार सीबीआई जांच करने के पक्ष में नहीं है। और यही वजह रही हाईकोर्ट ने भी इस मामले को CBI को सौंपने से इंकार कर दिया है। राजस्थान में गहलोत सरकार के दौरान भर्ती परीक्षा में पेपर लीक का मामला सामने आया था। राज्य सरकार का पक्ष जानने के बाद हाईकोर्ट ने सीबीआई जांच के लिए दायर की गई अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद और अन्य की ओर से दायर की गई जनहित याचिकाओं को खारिज कर दिया है। राजस्थान REET पेपल लीक मामले की जांच CBI को सौंपे जाने की बात हो रही थी। लेकिन अब राजस्थान हाईकोर्ट ने याचिका को खारिज कर दिया है। इसके बाद में कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने भजनलाल सरकार पर जमकर निशाना साधा है। डोटासरा ने कहा भाजपा दोगलापन का पर्याय बन चुकी है। डोटासरा ने भाजपा ने सत्ता हथियाना के लिए सियासी स्वार्थ में षड्यंत्र रचा था और छवि धूमिल करने के लिए राजनीतिक दुर्भावना से दुष्प्रचार किया। कोर्ट में सरकार की ओर से कहा गया कि पेपर रद्द होने के बाद परीक्षा आयोजित भी हो चुकी है। जबकि इस मामले में SOG जांच भी कर रही है। कोर्ट ने सरकार की इन बातों को सुनते ही याचिका को खारिज करने का फैसला सुनाया।

REET पेपर लीक मामले में हाई कोर्ट में CBI को जांच सौंपने से किया इनकार

राजस्थान में REET पेपर लीक मामले को लेकर सियासी घमासान जारी है।गोविंद सिंह डोटासरा ने भाजपा पर जमकर हमला बोला है। डोटासरा ने कहा सच में दोगलापन का पर्याय बन चुकी है भाजपा। रीट पेपर लीक मामले में विपक्ष रहते भाजपा ने गला फाड़-फाड़कर CBI जांच की मांग की, धरने-प्रदर्शन किए और अपने छात्रसंघ संगठन ABVP से हाईकोर्ट में याचिका दायर करवाई। लेकिन भाजपा का दोहरा चरित्र देखिए.. आज ये लोग जब सत्ता में हैं, तो भाजपा सरकार हाईकोर्ट में कहती है कि "रीट पेपर लीक मामले में CBI जांच की जरूरत नहीं है।" और कोर्ट सीबीआई की जांच की मांग को ख़ारिज कर देता है। डोटासरा ने कहा आज भाजपा की डबल इंजन की सरकार है, प्रदेश में डेढ साल से ये लोग सत्ता में हैं.. फिर 'मगरमच्छ' पकड़ने से मुख्यमंत्री का हाथ कौन पकड़ रहा है? वास्तविकता ये है कि भाजपा का उद्देश्य कभी भी युवाओं को न्याय दिलाने का था ही नहीं, बल्कि सिर्फ और सिर्फ राजनीतिक था।

डोटासरा बोले- भाजपा का उद्देश्य कभी भी युवाओं को न्याय दिलाने का था ही नहीं

डोटासरा ने कहा भाजपा के नेताओं ने सत्ता हथियाने के लिए सियासी स्वार्थ में षड्यंत्र रचा और छवि धूमिल करने के लिए राजनीतिक दुर्भावना से दुष्प्रचार किया। जबकि कांग्रेस सरकार ने युवाओं के भविष्य को ध्यान में रखते हुए इस मामले में गंभीरता और संवेदनशीलता के साथ निर्णय किया। लेवल-2 की परीक्षा रद्द की, SOG से जांच कराई, सख्त कार्रवाई करते हुए नकल गिरोह को पकड़कर जेल में डाला और कड़े कानून बनाए। डोटासरा ने कहा लेकिन हैरानी इस बात की है कि विपक्ष में रहते जो लोग SOG की जांच पर सवाल उठा रहे थे, आज वो SOG की जांच से संतुष्ट हैं। भाजपा के दोहरे चरित्र वाले नेताओं को अब CBI जांच की दरकार नहीं है। भाजपा की कथनी और करनी में अंतर एवं इनका दोहरा चरित्र सबके सामने हैं।