जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी मंत्री कन्हैया लाल चौधरी ने बुधवार को विधानसभा में आश्वस्त किया कि राज्य सरकार द्वारा जल्द ही सभी गाँवों एवं ढाणियों में जलापूर्ति सुनिश्चित की जाएगी। उन्होंने बताया कि खण्डार विधानसभा क्षेत्र के कुल 252 गाँवों में से 195 गाँवों में ओटीएमपी योजना के तहत कार्य स्वीकृत किये गए हैं। शेष रहे 57 गांवों में से 17 गाँवों को ईसरदा दौसा पेयजल परियोजना से जोड़ा जा रहा है तथा 40 गाँवों के लिए चम्बल सवाईमाधोपुर नादौती पेयजल परियोजना की स्वीकृति जारी कर निविदा प्रक्रियाधीन है। जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी मंत्री प्रश्नकाल के दौरान सदस्य द्वारा इस सम्बन्ध में पूछे गए पूरक प्रश्नों का जवाब दे रहे थे। उन्होंने कहा कि पाइपलाइन की गुणवत्ता, लीकेज एवं अन्य जलापूर्ति सम्बन्धी शिकायतों के निराकरण के लिए राज्य सरकार द्वारा उच्च स्तरीय समिति का गठन कर आवश्यक जाँच की जाएगी। जाँच में दोषी पाए जाने वाले अधिकारियों के विरुद्ध नियमानुसार कार्यवाही की जाएगी। उन्होंने कहा कि संवेदकों द्वारा यदि गलत भुगतान लिया गया है तो राशि की रिकवरी कर ब्लैकलिस्ट किया जाएगा।
जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी मंत्री ने बताया कि राज्य सरकार की इस वर्ष की बजट घोषणा के क्रम में प्रदेश में 1 हजार हैंडपंप
जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी मंत्री ने बताया कि राज्य सरकार की इस वर्ष की बजट घोषणा के क्रम में प्रदेश में 1 हजार हैंडपंप एवं 1500 ट्यूबवैल स्थापित किये जाएंगे। इसके साथ ही पुराने क्षतिग्रस्त हैंडपंप एवं ट्यूबवैल के मरम्मत का कार्य भी किया जाएगा। उन्होंने कहा कि ट्यूबवैल लगाने में अनियमितता बरतने वाले संवेदकों की जाँच की जाएगी। आवश्यकता पड़ने पर विभाग द्वारा दुबारा नई पाइपलाइन डालने की कार्यवाही की जाएगी। इससे पहले विधायक जितेन्द्र कुमार गोठवाल के मूल प्रश्न के लिखित जवाब में जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी मंत्री ने बताया कि विधानसभा क्षेत्र खण्डार के सभी 252 आबाद ग्रामों को जल जीवन मिशन अंतर्गत लाभान्वित किये जाने हेतु वृहद परियोजनाओं/लघु योजनाओं की स्वीकृतियां राज्य स्तरीय योजना स्वीकृति समिति की विभिन्न बैठकों द्वारा जारी की जा चुकी है। जिसका विवरण उन्होंने सदन के पटल पर रखा। उन्होंने बताया कि जल जीवन मिशन के तहत विधानसभा क्षेत्र खण्डार में 75, 90, 110, 125, 140, 160, 180, 200 एम.एम. तक की विभिन्न साइज की पाइप लाइन विभागीय मापदण्डानुसार भू-तल से सामान्यतः 90 सेन्टीमीटर मृदा कवर रखते हुए डाली गई है। स्वीकृत 182 लघु योजनाओं में से 88 लघु योजनाओं के कार्य पूर्ण कर 91 ग्रामों में पेयजल आपूर्ति प्रारंभ की जा चुकी है। ग्रामों की सूची उन्होंने सदन के पटल पर रखी।