कांग्रेस ने एक बार फिर से किसानों के मुद्दे पर भाजपा सरकार पर निशाना साधा है। कांग्रेस ने एमएसपी का मुद्दा उठाते हुए भाजपा पर राजस्थान के किसानों के खिलाफ बदले की भावना से काम करने का आरोप लगाया है। किसान पिछले कई वर्षों से परेशान हैं, लेकिन उनकी बात कोई नहीं करता। पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने किसानों के मुद्दे को लेकर भाजपा सरकार को जमकर घेरा। अशोक गहलोत ने भजनलाल सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि आज किसान खुद को ठगा सा महसूस कर रहा है। वहीं गोविंद सिंह डोटासरा ने कहा सवा साल से राजस्थान के किसानों की आत्मा कराह रही है, सत्ता के नशे में चूर भाजपा सरकार किसानों को रौंदने में लगी है। राजस्थान में न्यूनतम समर्थन मूल्य पर गेहूं खरीद को लेकर पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने सरकार पर सवाल खड़े किए हैं। साथ ही भाजपा सरकार पर किसानों की उपेक्षा का आरोप लगाया है।
गहलोत ने लिया किसानों के मुद्दे पर भाजपा सरकार को आड़े हाथ
गहलोत ने भाजपा सरकार पर निशाना साधते हुए कहा की भाजपा सरकार के कार्यकाल में किसानों को परेशान करने में कोई कसर नहीं रखी जा रही है। सरसों की उपज बाजार में आ चुकी है परन्तु अभी तक MSP पर सरकारी खरीद की प्रक्रिया शुरू तक नहीं हुई है। जबकि गेहूं की अभी कटाई भी नहीं हुई परन्तु गेहूं की MSP पर खरीद का पंजीयन शुरू कर दिया है। हालांकि भाजपा ने गेहूं की MSP 2700 रुपये करने की बात अपने घोषणा पत्र में की थी जो अभी तक पूरी नहीं की है। पहले मूंगफली की सरकारी खरीद में भी भ्रष्टाचार की शिकायतें आई थीं। गहलोत ने कहा ये सरकार किसानों को ना बिजली दे पा रही है, ना पानी दे पा रही और ना ही उपज का सही दाम दे पा रही है। ऐसा लगता है राजस्थान के किसानों को भाजपा सरकार ने केन्द्र सरकार की ही भांति अपने हाल पर ही छोड़ दिया है। राजस्थान के किसान अपने को उपेक्षित एवं ठगा हुआ महसूस कर रहे हैं। राज्य सरकार को अविलंब इस ओर ध्यान देना चाहिए।इससे पहले भी गहलोत ने यह मुद्दा उठाया था। गहलोत ने कहा था की भाजपा सरकार की किसानों के प्रति उदासीनता अन्नदाता पर भारी पड़ रही है। हजारों किसान मूंगफली की सरकारी खरीद की बाट जोह रहे हैं, रातों को जाग रहे हैं, कई दिनों से अपने घरों को नहीं गए हैं लेकिन भाजपा सरकार की उदासीनता का आलम यह है कि खरीद प्रकिया बाधित है। भाजपा सरकार की विफलता के कारण मूंगफली किसानों को 4000 करोड़ रुपए का नुकसान हुआ है।
डोटासरा ने कहा- सत्ता के नशे में चूर भाजपा सरकार किसानों को रौंदने में लगी
गोविंद सिंह डोटासरा ने भाजपा सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि सवा साल से राजस्थान के किसानों की आत्मा कराह रही है, सत्ता के नशे में चूर भाजपा सरकार किसानों को रौंदने में लगी है। डोटासरा ने कहा न मेहनत का मोल, न लागत की कीमत, न मुआवजे का मरहम, न क्लेम का पैसा, न पर्याप्त पानी और न ही MSP पर खरीद। फिर किसान कहां जाएगा? सरसों की नई पैदावार बाज़ार में आ चुकी है लेकिन सरकार MSP पर खरीदने को तैयार नहीं है। सरसों का MSP 5950 रुपए प्रति क्विंटल है लेकिन किसान को मज़बूरी में अपनी उपज MSP से नीचे घाटे में 5 हजार के आस-पास बेचनी पड़ रही है। डोटासरा ने कहा की भाजपा सरकार सिर्फ नाच-गाने और प्रचार के ढोल बजाने में लगी है, किसानों के प्रति भाजपा सरकार का रवैया वाकई शर्मनाक है। इससे पहले भी डोटासरा किसानों के मुद्दे को लेकर भाजपा सरकार पर तंज कस चुके हैं जहां उन्होंने कहा था की किसान MSP की कानूनी गारंटी मांग रहा है। भाजपा सरकार अडानी को ज़मीन दे रही है। किसान ओलावृष्टि से खराबे का मुआवजा मांग रहा है भाजपा सरकार अडानी को सोलर का व्यापार दे रही है। किसान सिंचाई का पानी और 6 घंटे बिजली मांग रहा है, भाजपा सरकार अडानी को बिजली में लूट की छूट दे रही है।