मस्जिदों में लाउडस्पीकर को लेकर विवाद नया नहीं है इससे पहले भी कई बार इसे लेकर विवाद हो चुका है। इस विवाद की शुरुआत महाराष्ट्र से हुई थी। महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना के प्रमुख राज ठाकरे ने इस पर आपत्ती जताई थी। महाराष्ट्र से उठी ये आग धीरे-धीरे बाकी राज्यों में भी पहुंच गई। मस्जिद में अजान के लिए लगे लाउडस्पीकर की आवाज को लेकर अब राजस्थान में भी सियासत गरमाने लगी है। यह मामला लगातार तूल पकड़ता जा रहा है। इस मामले में अब संसदीय मंत्री जोगाराम पटेल की भी एंट्री हो गई है। जोगाराम पटेल ने कहा कि कानून और नियम बने हुए हैं उनकी पालन होनी चाहिए। अपने-अपने धर्म के अनुसार पूजा पद्धति करने का अधिकार है, लेकिन यह सुनिश्चित किया जाना चाहिए कि इससे किसी अन्य को परेशानी न हो। सरकार को मजबूर होकर सख्त कानून बनाना पड़ेगा, लेकिन हम इससे पहले समझाइश व भाईचारा से अनुशासन लाने का प्रयास करेंगे। जोगाराम पटेल ने कहा कि यूपी की तर्ज पर कानून लाने में संकोच नहीं किया जाएगा। वहीं कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने बालमुकुंदाचार्य पर जुबानी हमला बोलते हुए नमूना बताया है। डोटासरा है तो यहां तक कह दिया कि बालमुकुंदाचार्य आए दिन नौटंकी करते रहते हैं। कभी महिलाओं की आईडी चेक करते हैं तो कभी बच्चों के पीछे दौड़ पड़ते हैं। डोटासरा ने सरकार से बालमुकुंदाचार्य को सुरक्षा मुहैया कराने की बात तक कह दी।
गोविंद सिंह डोटासरा ने बालमुकुंदाचार्य पर हमला बोलते हुए कहा नमूना
गोविंद सिंह डोटासरा ने तीखा हमला बोलते हुए कहा की बालमुकुंदाचार्य आए दिन नौटंकी करते रहते हैं। कभी महिलाओं के आईडी कार्ड चेक करते हैं, तो कभी बच्चों के पीछे दौड़ पड़ते हैं। उनकी बयानबाजी और हरकतें चिंताजनक हैं। मैं ईश्वर से प्रार्थना करता हूं कि वे सुरक्षित रहें। सरकार और गृहमंत्री से मांग करता हूं कि उन्हें एस्कॉर्ट और भारी सुरक्षा मुहैया कराई जाए, क्योंकि पता नहीं कब किसका दिमाग फिर जाए और कोई बड़ा हादसा हो जाए। डोटासरा ने कहा की सरकार को उनके मानसिक स्वास्थ्य की जांच करानी चाहिए। बालमुकुंदाचार्य को जनता ने क्षेत्र की समस्याओं के समाधान के लिए चुना है, न कि हिंदू-मुसलमान करने के लिए। वे 200 विधानसभा सदस्यों में से एक हैं, उन्हें समाज के सभी वर्गों को साथ लेकर चलना चाहिए।
कैबिनेट मंत्री जोगाराम पटेल ने कहा कानून और नियमों की पालना होनी चाहिए
पूर्व मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास ने बालमुकुंदाचार्य पर निशाना साधते हुए कहा कि ये लोग ध्यान भटकाने के लिए जनता को स्पीकर में उलझाना चाहते है। भाजपा नेताओं का लाउडस्पीकर फेल हो गया है। इसलिए उनका मानसिक संतुलन बिगड़ गया है। प्रताप सिंह खाचरियावास ने कहा, भाजपा के कुछ विधायकों का और नेताओं का खुद का लाउडस्पीकर फेल हो गया है। इससे भाजपा के कुछ सिरफिरे विधायकों का मानसिक संतुलन बिगड़ गया। वो फालतू की बातें करते हैं। दरअसल ये मामला तब शुरू हुआ जब बालमुकुंद आचार्य ने लाउडस्पीकर के तेज आवाज पर सवाल उठाया है। ख़ास तौर पर दिन में 5 बार होने वाली अजान के लाउडस्पीकर पर। उनका एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है, जिसमें वे वकीलों से इस समस्या का समाधान ढूंढ़ने की बात कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि इससे स्कूली बच्चों, अस्पताल के मरीजों और आस-पास रहने वालों को बहुत परेशानी होती है। बालमुकुंद ने कहा कि इस समय हालात ऐसे हो गए हैं कि उन्हें लगातार शिकायतें मिल रही हैं। वह उन घरों के बारे में बात कर रहे थे जहां लोग बीमार हैं, अस्पताल या स्कूल के पास लाउडस्पीकर की तेज आवाज से परेशान हो रहे हैं। परीक्षा का समय होने की वजह से भी छात्रों को पढ़ाई में बाधा आ रही है। इस बयान के बाद से ही कांग्रेस नेता बालमुकुंद आचार्य पर जमकर निशाना साध रहे हैं।