दिल्ली के राजेन्द्र नगर में हुए दर्दनाक हादसे के बाद से ही लगातार एमसीडी और दिल्ली पुलिस इस मामले की पड़ताल जोरों शोरों से कर रही है। 27 जुलाई को ओल्ड राजेन्द्र नगर में स्थित राव कोचिंग संस्थान के बेसमेंट मे बारिश का पानी भरने से सेल्फ स्टडी कर रहे तीन छात्रों ने अपनी जान गँवा दी थी।
इस मामले मे दिल्ली पुलिस अभी तक 7 लोगों को गिरफ्तार कर चुकी है। हादसे के बाद अन्य कोचिंग संस्थानों पर भी पुलिस का डंडा चल रहा है। बताया जा रहा है की जिस बेसमेंट में हादसा हुआ उसे स्टोरेज आदि के कामों मे उपयोग करने की अनुमति मिली थी। जनता के सामने यह मामला पूरा साफ होते होते दिल्ली पुलिस ने उन सभी कोचिंग संस्थानों पर कार्यवाही करी जो इसी तरह नियमों का खंडन कर रहे थे। इस मामले में अभी तक दिल्ली की अलग अलग जगहों पर चल रहे लगभग 13 बेसमेंट कोचिंग सेंटरों को सील कर दिया गया है। इसी सूची में एक नाम जुड़ा देश के सबसे जाने माने आईएएस कोचिंग संस्थानों में से एक दृष्टि आईएएस का। पुलिस ने सोमवार दोपहर को नेहरू विहार स्थित दृष्टि आईएएस के बेसमेंट संस्थान को सील कर दिया था। इसी मामले में सभी छात्रों को इंतज़ार था दृष्टि आईएएस कोचिंग इंस्टीट्यूट के कोचिंग हेड पूर्व सिविल सेवक विकास दिव्ययकीर्ति के बयान का। लंबे समय तक जब उन्होंने इस मामले पर अपनी चुप्पी नहीं तोड़ी तो बच्चे उनके घर के सामने विरोध प्रदर्शन करने लगे। हादसे से परेशान बच्चों ने विकास दिव्ययकीर्ति पर मामले की जिम्मेदारी से भागने का कथित आरोप भी लगा दिया था। लेकिन अब सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर दृष्टि आईएएस ने एक बयान साझा किया है। बयान मे संस्थान ने इतनी देर से मामले पर अपना मत रखने क लिए सभी से माफी मांगी है।
संस्थान का कहना है की वी किसी भी प्रकार का जवाब देने से पहले मामले की हकीकत जानना चाहते थे। उन्होंने छात्रों के विरोध प्रदर्शन और गुस्से को वाजिब बताया और कहा की दुख की इस घड़ी में पूरा संस्थान तीनों छात्रों के साथ खड़ा है। इसी के अलावा उन्होंने तीनों छात्रों श्रेया यादव, तान्या सोनी और नेविन दलवीं के परिवार के लिए अपनी सांत्वना प्रकट करी। दिष्टि आईएएस ने सरक्कार पर आरोप लगते हुए कहा की शहर में एक कोचिंग संस्थान चालान आसान नहीं है। डीडीए, एमसीडी और दिल्ली अग्निशमन विभाग के नियमों में विसंगति होने का आरोप लगाया। संस्थान ने दिल्ली मास्टर प्लान 2021, नैशनल बिल्डिंग कोड, दिल्ली फायर सर्विस रुल्स जैसे नियमों में विरोधाभास होने का दावा करते हुए कहा की इनमें से किसी भी दस्तावेज़ मे कोचिंग संस्थानों के लिए कोचिंग संस्थानों के लिए कोई स्पष्ट प्रावधान नहीं है। संस्थान का मानना है की सरकार को दिल्ली के तीन से चार क्षेत्रों का चयन करते हु उन्हें कोचिंग संस्थानों के लिए नामित कर देना चाहिए। संस्थान ने इस मामले में अपनी प्रतिक्रिया में देरी के लिए सभी छात्रों से माफी मांगते हुए आश्वाशन दिया की आने वाले दिनों में वी जल्द ही इस विषय पर एक सम्पूर्ण विडिओ बनाएंगे। संस्थान ने बीते कुछ दिनों में एमसीडी और दिल्ली पुलिस के कामों को सराहा।