मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने कहा कि मंदिर सनातन संस्कृति की आत्मा हैं प्राचीन समय से ही भारत भव्य और दिव्य मंदिरों की भूमि रहा है और इन मंदिरों के जरिए हमारी आध्यात्मिक कीर्ति दुनियाभर में फैली है। उन्होंने कहा कि देश के यशस्वी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के नेतृत्व से देश में सनातन संस्कृति को एक नई ऊर्जा मिल रही है तथा उन्हीं के कर कमलों से पिछले साल अयोध्या के भव्य मंदिर में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा हुई और अयोध्या नगरी फिर से अध्यात्म और सनातन संस्कृति का एक प्रमुख केंद्र बन गई है। उन्होंने कहा कि प्रयागराज महाकुंभ में सनातन संस्कृति के भव्य संगम के माध्यम से हमारी आध्यात्मिक उन्नति का संदेश भी पूरी दुनिया में पहुंचा है। शर्मा रविवार को डूंगरपुर के खेरमाल में श्री जाम्बुखंड भैरवजी मंदिर जीर्णाेद्वार महोत्सव को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि डूंगरपुर की पूरी धरती भक्ति और अध्यात्म की पावन धरा है। वागड़ के प्रमुख तीर्थों में से एक स्वयंभू जाम्बुखंड भैरव जी मंदिर यहां के निवासियों के लिए सदियों से आस्था और श्रद्धा का केंद्र रहा है तथा आज का यह पावन अवसर भारत की सनातन संस्कृति के उत्थान का ही एक हिस्सा है।
प्रधानमंत्री के ‘विकास भी और विरासत भी‘ के मूलमंत्र को आगे बढ़ा रही सरकार
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में काशी में बाबा विश्वनाथ धाम व उज्जैन के महाकाल के महालोक का निर्माण के साथ ही सोमनाथ और केदार घाटी का पुनर्निर्माण हुआ है। उन्होंने कहा कि हमारी सरकार प्रधानमंत्री के ‘विकास भी और विरासत भी‘ के इसी मूलमंत्र को आत्मसात करते हुए आगे बढ़ा रही है तथा प्रदेश में हमारी सरकार भी आस्था धामों का कायाकल्प करने का काम कर रही है। इसी दिशा में राज्य सरकार ने बजट 2025-26 में जनजातीय आस्था के केंद्र त्रिपुरा सुंदरी, मानगढ़ धाम, बेणेश्वर धाम, सीतामाता अभयारण्य, ऋषभदेव, गौतमेश्वर मंदिर, मातृकुंडिया आदि को शामिल कर जनजातीय पर्यटन सर्किट विकसित करने घोषणा की है।
वरिष्ठजनों को हवाई मार्ग व एसी ट्रेन से तीर्थ यात्रा की मिलेगी सुविधा- शर्मा ने कहा कि राज्य सरकार वरिष्ठ नागरिक तीर्थ यात्रा योजना के तहत श्रद्धालुओं को अयोध्या, काठमांडू में पशुपतिनाथ और अन्य तीर्थस्थलों की यात्रा करवा रही है। वरिष्ठ नागरिकों के स्वास्थ्य और सहूलियत को ध्यान में रखते हुए इस वर्ष के बजट में इस योजना के अन्तर्गत आगामी वर्ष में 6 हजार वरिष्ठजनों को हवाई मार्ग से और 50 हजार वरिष्ठजनों को एसी ट्रेन से तीर्थ यात्रा करवाई जाएगी। इसी तरह बजट में राज्य और राज्य के बाहर के देवस्थान विभाग के मंदिरों के स्वरूप को निखारने के लिए 161 करोड़ रुपये का प्रावधान किया है। राज्य सरकार ने मंदिरों में भोग की राशि को बढ़ाकर 3 हजार रुपये और पुजारियों के मानदेय को बढ़ाकर 7 हजार 500 रुपये प्रतिमाह किया है। साथ ही, हमारी सरकार खाटूश्याम जी मंदिर को भव्यता प्रदान करने के लिए 100 करोड़ रुपये के कार्य करवा रही है। इसी तरह लगभग 600 मंदिरों में विभिन्न अवसरों पर विशेष साज-सज्जा और आरती कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं। हमारी सरकार गौतमेश्वर मंदिर, अरनोद प्रतापगढ़, करणी माताजी मंदिर एवं नीमच माताजी मंदिर उदयपुर जैसे बहुत से मंदिरों में विकास कार्य करवा रही है। पुष्कर (अजमेर) में ब्रह्मा मंदिर कॉरिडोर और सरोवर परिक्रमा मार्ग एवं रणछोड़राय खेड तीर्थ (पचपदरा) जैसे अनेक तीर्थों का कायाकल्प कर रही है।