राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने भाजपा को संकीर्ण सोच वाली पार्टी बताया है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस की सोच बड़ी है। कभी कांग्रेस में रहे उन नेताओं की भी पार्टी के दिल्ली मुख्यालय में फोटो लगाई गई है, जो आज नेहरू-गांधी परिवार और राहुल गांधी को भी अपशब्द कहते हैं। वहीं, भाजपा कांग्रेस के नेताओं के नाम पर बने संस्थानों के नाम बदल रही है। देश के लिए कुर्बानी दे चुके नेताओं को अपशब्द बोलना ही भाजपा का काम रह गया है। पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत में सोशल मीडिया पर एक बयान जारी कर रहा है। जिसमें अशोक गहलोत ने कहा यह भाजपा और कांग्रेस की विचारधारा का बुनियादी अंतर है। भाजपा संकीर्ण विचारधारा रखकर कांग्रेस नेताओं के नाम से बने संस्थानों का नाम बदलना, देश के लिए कुर्बानी तक दे चुके कांग्रेस नेताओं को अपशब्द बोलना रह गया है जबकि कांग्रेस बड़ा दिल रखने वाली पार्टी है। कांग्रेस की विचारधारा भारतवर्ष की विचारधारा है जो सहअस्तित्व में विश्वास करती है।
अशोक गहलोत ने कांग्रेस को बताया बड़े दिल वाली पार्टी
पूर्व सीएम अशोक गहलोत ने कहा की कांग्रेस सभी जाति, धर्म, वर्ग और समुदायों को तो साथ लेकर चलती ही है साथ ही जो लोग कांग्रेस की यात्रा में कभी न कभी साथ रहे और योगदान दिया उनको पार्टी छोड़ने या विचारधारा बदलने के बाद भी सम्मान देती है। इसी लिए कांग्रेस के नए कार्यालय में उन लोगों की भी तस्वीरें लगी हैं जो आज कांग्रेस में नहीं हैं और इन्होंने निजी हित के लिए कांग्रेस के साथ विश्वासघात किया। भारत देश के लोगों ने तो हमारी मान्यताओं से असहमति रखने वाले चार्वाक को भी महर्षि चार्वाक कहा। हमारे ग्रन्थों में दैत्यों के गुरू शुक्राचार्य को भी की उपाधि दी गई और महर्षि शुक्राचार्य कहकर संबोधित किया। ऐसी ही विचारधारा कांग्रेस की है।
गहलोत ने कहा नेताओं को अपशब्द बोलना ही भाजपा का काम
अशोक गहलोत ने आगे कहा की इन तस्वीरों वाले कुछ नेताओं ने तो गांधी-नेहरू परिवार और स्वयं राहुल गांधी तक को अपशब्द बोलने में कसर नहीं छोड़ी। पर यह नेहरू-गांधी परिवार है जिसने राजीव गांधी की हत्या करने वालों तक को उनके बच्चों के भविष्य की खातिर माफी दे दी। इन्दिरा गांधी और राजीव गांधी की हत्या का गहरा जख्म हर कांग्रेसी के दिल में है। पर यह गांधी-नेहरू परिवार कभी किसी से भी द्वेष नहीं रखता है। यही राहुल गांधी की मोहब्बत की दुकान की विचारधारा है। दूसरी राजनीतिक पार्टियों को ये विचारधारा सीखनी चाहिए।
राजस्थान में बढ़ रहे महिला अपराध पर पूर्व सीएम ने भाजपा पर साधा निशाना
वहीं पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने भरतपुर में कथित तौर पर दुष्कर्म का शिकार एक महिला द्वारा आत्महत्या किए जाने की घटना को लेकर राज्य सरकार पर निशाना साधा। अशोक गहलोत ने एक्स पर ट्वीट करते हुए लिखा की भरतपुर में एक दुष्कर्म पीड़िता ने पुलिस द्वारा सुनवाई नहीं किए जाने से प्रताड़ित होकर आत्महत्या कर ली। पीड़िता के परिजनों का आरोप है कि पुलिस ने आरोपियों को गिरफ्तार नहीं किया और वो पीड़िता को परेशान करते थे जिससे तंग आकर पीड़िता जान देने को मजबूर हो गई। मुख्यमंत्री के गृह जिले में ऐसी घटना होना बेहद शर्मनाक स्थिति है। इस सरकार में महिलाओं के खिलाफ अपराध बढ़ते जा रहे हैं और पुलिस सुनवाई नहीं कर रही है। ऐसे तमाम वीडियो सामने आए हैं जिनमें मुख्यमंत्री की जनसुनवाई तक में फरियादियों ने आकर पुलिस द्वारा सुनवाई ना करने की शिकायतें दी हैं परन्तु ऐसा लग रहा है कि पुलिस परवाह नहीं कर रही है। इसके कारण पीड़ित ऐसे खौफनाक कदम तक उठाने को मजबूर हो रहे हैं।
पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के इस ट्वीट का जवाब देते हुए भरतपुर पुलिस ने अपनी एक्स पोस्ट में लिखा, 'भरतपुर पुलिस ने पीड़िता के परिजनों की रिपोर्ट पर केस फाइल करते हुए तुरंत कार्रवाई शुरू कर दी थी और जल्द ही एक आरोपी को गिरफ्तार कर लिया था। वह आरोपी इस वक्त न्यायिक हिरासत में है।