पूर्व सीएम वसुंधरा राजे के बेटे सांसद दुष्यंत सिंह ने मारी क्रिकेट में एंट्री
प्रदेश की सत्ता में राजस्थान क्रिकेट एसोसिएशन शुरू से ही केंद्र रहा है। शुरू से ही सियासतदारों के बेटे क्रिकेट की पिच पर बैटिंग करते हुए नजर आए हैं। अब इस लिस्ट में एक और नया नाम जुड़ने वाला है। पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे के बेटे और झालावाड़ बारां के सांसद दुष्यंत सिंह की क्रिकेट की सियासत में एंट्री हो चुकी है। सांसद दुष्यंत सिंह को भारत क्रिकेट क्लब का अध्यक्ष चुना गया है। झालावाड़ जिले में आठ क्रिकेट क्लब संचालित है। उन्ही में से एक भारत क्रिकेट क्लब भी शामिल है।
सांसद दुष्यंत सिंह की एंट्री में क्रिकेट के मुकाबले को किया टफ
ऐसे में अब कयास लगाए जा रहे हैं की डीसीए चुनाव में दुष्यंत सिंह को निर्विरोध अध्यक्ष चुना जा सकता है। पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे और उनके बेटे सांसद दुष्यंत सिंह से मामला जुड़ा होने की वजह से कोई भी अधिकारी इस मामले को लेकर कोई बयान बाजी नहीं कर रहा। दुष्यंत सिंह के डीसीए में अध्यक्ष बनने के बाद आरसीए में दुष्यंत सिंह की एंट्री तय मानी जा रही है।
RCA से जुड़ी एडहॉक कमेटी के कन्वीनर जयदीप बयानी ने इस मामले को लेकर कहा की कमेटी को प्रदेश सरकार की ओर से 3 महीने का एक्सटेंशन मिला है। ऐसे में अभी आरसीए में चुनाव होने की कोई संभावना नहीं है। प्रदेश के सभी रजिस्ट्रारों को डीसीए चुनाव करवाने को कहा गया है. प्रदेश सरकार के निर्देश पर आरसीए के चुनाव कराए जाएंगे. झालावाड़ जिला क्रिकेट संघ में चुनाव की सूचना उनके पास नहीं है और न ही कोई ऑब्जर्वर लगाया गया है।
आरसीए में हो सकती है दिग्गजों के लालों की भिड़ंत
आपको बता दें कि प्रदेश में जबसे भाजपा की सरकार बनी है तब से आरसीए राजनीति का अखाड़ा बनता जा रहा है। आरसीए में प्रदेश के कई मंत्रियों और विधायकों के बेटे डीसीए में पद लेकर आरसीए में बड़े पद का ख्वाब देख रहे हैं। इतना ही नहीं बल्कि राजनीतिक दिग्गजों के बेटे इसके जरिए प्रदेश की राजनीति में एंट्री करने की भी फिराक में है। ऐसे में प्रदेश में आगामी दिनों में होने वाले आरसीए के चुनाव में दिग्गजों के बीच सियासी छिड़ सकती है। दिग्गजों के बीच छिड़ने वाली इस सियासी जंग की संभावनाओं से इनकार नहीं किया जा सकता।
पूर्व सीएम वसुंधरा राजे के बेटे भी उतरे मैदान में
आरसीए में पद पाने की चाहत के चलते कई राजनीतिक दिग्गज पहले ही डीसीए में एंट्री ले कर चुके हैं। नागौर जिला क्रिकेट एसोसिएशन से चिकित्सा मंत्री गजेंद्र सिंह खींवसर के बेटे धनंजय सिंह खींवसर अध्यक्ष बनकर आरसीए में एंट्री को तैयार बैठे हैं। वहीं अगर बात करें चूरू से पूर्व नेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ की तो राठौड़ के बेटे पराक्रम सिंह डीसीए का अध्यक्ष बनकर RCA के लिए ताल ठोके हुए हैं। इनके अलावा मंत्री मदन दिलावर के बेटे पवन दिलावर ने भी क्रिकेट में एंट्री कर ली है और उन्हें बारां क्रिकेट एसोसिएशन ने निर्विरोध कोषाध्यक्ष चुना गया है। जबकि मोती डूंगरी मंदिर के महंत के बेटे अभिषेक शर्मा भी डूंगरपुर से कोषाध्यक्ष चुने गए हैं।
राजस्थान क्रिकेट संघ के चुनाव में सियासी दिग्गज अध्यक्ष सचिव और कोषाध्यक्ष पद पर अपने भाग्य को आजमाएंगे। इन पदों पर होने वाले चुनाव में दिग्गज नेताओं के बेटों के बीच घमासान देखने को मिलने वाला है।
पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के बेटे वैभव गहलोत और पूर्व विधानसभा अध्यक्ष डॉक्टर सीपी जोशी जैसे बड़े राजनेता भी आरसीए के अध्यक्ष रह चुके हैं। दोनों नेताओं ने दो-दो बार आरसीए के अध्यक्ष पद की जिम्मेदारी संभाली है। जिला क्रिकेट संगोष में पहले भी कई राजनेता पदाधिकारी बने हैं। ऐसे में अब राजनेताओं के बेटे एक फिर से क्रिकेट की पिच पर बैटिंग करने के लिए तैयार है।