सर्कस बंद कर युवाओं को रोजगार दे सरकार - गोविंद सिंह डोटासरा
राजस्थान में 7 विधानसभा सीटों पर उपचुनाव के ऐलान के साथ ही प्रदेश में सियासी पारा चढ़ने लगा है। कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा लगातार सरकार और बीजेपी नेताओं के खिलाफ बयान दे रहे हैं। डोटासरा का दावा है कि कांग्रेस सभी 7 सीटों पर जीत हासिल करेगी। क्योंकि जनता वर्तमान यू-टर्न सरकार को जवाब देने वाली है। जनता का उनसे मोह भंग हो चुका है। सरकार अभी तक एक भी वादा पूरा नहीं कर पाई हैं।
प्रदेश अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने भाजपा सरकार पर एस आई भर्ती परीक्षा, नाबालिग बच्चियों से दुष्कर्म जैसी घटनाओं को लेकर निशाना साधा। डोटासरा ने कहा बच्चियों के साथ दुष्कर्म हो रहा है। सरकार में बैठे 2 मंत्री कहते हैं एस आई भर्ती परीक्षा रद्द होगी। तो वहीं तीसरा कहता है भर्ती परीक्षा रद्द नहीं होगी। यह सर्कस नहीं तो क्या है। सरकार सर्कस दिखाना बंद करें और एस आई भर्ती परीक्षा पर जो निर्णय लेना है ले। नई भर्तियां निकली जाए ताकि बेरोजगार युवाओं को रोजगार मिल सके। सरकार को बने 10 महीने बीत चुके हैं लेकिन सरकार अभी तक कांग्रेस को ही कोस रही है। पेपर लेकर घटनाएं पूरे देश में हुई है। कांग्रेस सरकार के समय रीट परीक्षा का पेपर लीक हुआ सरकार ने उसे निरस्त कर दोबारा परीक्षा करवाई थी।
प्रदेश में होने वाले उपचुनाव को लेकर डोटासरा ने कहा की भाजपा को एक भी सीट नहीं मिलेगी। क्योंकि जनता को जो उम्मीद सरकार से थी उस उम्मीद पर सरकार खरी नहीं उतरी है। जो वादे सरकार ने किए वह एक ही वादे पूरे नहीं किए। पर्ची की सरकार घुमने में लगी हुई हैं। या फिर सरकार भाषण देने में व्यस्त हैं।
डोटासरा ने कहा मंत्री ने इस्तीफा दे दिया था। भाजपा मुख्यालय में एक कैबिनेट मंत्री हाथ जोड़कर मुख्यमंत्री से कहता है इस्तीफा स्वीकार कर लो, लेकिन आज तक इस्तीफे पर कोई फैसला नहीं लिया गया है। एक दिन मंत्री के लेटरपैड पर दस्तखत करते हैं। दूसरे दिन विधायक के लैटरपैड पर। कभी मंत्रिमंडल की बैठक में शामिल होते हैं तो जनता यह मानती है कि वे मंत्री हैं। इसलिए लोगों की जुबान पर आ गया कि यह सर्कस है।
प्रदेश की भजनलाल सरकार की गफलतें खत्म होने का नाम ही नहीं ले रही हैं। सरकार प्रिंसिपल के तबादलों की सूची जारी करती है और कुछ मिनट बाद ही उसे निरस्त कर दिया जाता है। भजनलाल सरकार एक के बाद एक लगातार यू टर्न ले रही है।
दौसा से बड़ी संख्या में प्रिंसिपल के ट्रांसफर बॉर्डर वाले जिले बांसवाड़ा और बाड़मेर में कर दिए जाते हैं। लेकिन भाजपा नेता डॉ. किरोड़ीलाल मीना ने इन तबादलों का विरोध करते हुए एक चिट्ठी लिखी और इसके बाद तबादलों के आदेश तुरंत ही निरस्त कर दिए जाते हैं। तो इसे सर्कस नहीं तो क्या कहोगे।
गोविंद सिंह डोटासरा ने कहा की सरकार से जनता का मोह भंग हो चुका है। बरसात में आमजन को खासा परेशान होना पड़ा था। सरकार आम जनता के लिए ना हीं पीने की पानी की व्यवस्था कर पाई और ना ही जनता को बिजली दे पाई। एक दिन भाजपा कार्यालय में जनसुनवाई होती है और दूसरे दिन कमरे पर ताला लग जाता है। विधानसभा चुनाव को लेकर डोटासरा ने कहा विधानसभा उपचुनाव में समझौता होगा या नहीं होगा और किस दल के साथ समझौता होगा यह सब बातें पार्टी आलाकमान तय करेगा। आलाकमान गठबंधन पर कोई फैसला लेगा तो हम उस फैसले के साथ जाएंगे। अन्यथा हमारी तैयारी है। हम चुनाव लड़ेंगे।