Edited by: Kritika
दिल्ली : मुख्यमंत्री आवास को लेकर एक नया विवाद खड़ा हो गया है। अरविंद केजरीवाल के इस्तीफा देने के बाद यह आवास खाली कर दिया गया था, और अब आतिशी के मुख्यमंत्री बनने के बाद उन्होंने यहां रहने की योजना बनाई थी। लेकिन, हैंडओवर को लेकर उठे विवाद के बाद पीडब्लूडी (PWD) ने यह आवास सील कर दिया है और डबल लॉक लगा दिया है।
इस घटनाक्रम पर प्रतिक्रिया देते हुए आम आदमी पार्टी ने आरोप लगाया कि उपराज्यपाल के आदेश पर मुख्यमंत्री आतिशी का सारा सामान इस आवास से बाहर निकाल दिया गया है। इसके पहले पार्टी ने दावा किया था कि बीजेपी के दबाव के चलते आतिशी को 6, फ्लैगस्टाफ रोड स्थित यह बंगला आवंटित नहीं किया जा रहा है, जबकि अरविंद केजरीवाल ने इसे खाली कर दिया था।
इस मामले में विपक्ष के नेता विजेंद्र गुप्ता ने आरोप लगाया कि मुख्यमंत्री आवास का हैंडओवर सही ढंग से नहीं किया गया और इसे तुरंत सील करने की मांग की थी। पीडब्ल्यूडी ने कार्रवाई करते हुए विजिलेंस विभाग में अपने दो सेक्शन ऑफिसर और केजरीवाल के पूर्व स्पेशल सेक्रेटरी को कारण बताओ नोटिस भी जारी किया है।
बुधवार को राज्यसभा सांसद संजय सिंह ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में दावा किया कि बीजेपी ने इस बंगले को हड़पने की कोशिश की है और इस प्रक्रिया में प्रोटोकॉल का उल्लंघन किया गया है। उन्होंने दस्तावेज दिखाते हुए कहा कि मुख्यमंत्री के कैंप कार्यालय को भी बंगले के परिसर से खाली करा दिया गया है।
इस बीच, बीजेपी नेता विजेंद्र गुप्ता ने आम आदमी पार्टी के दावों का खंडन किया और सवाल किया कि क्यों केजरीवाल ने बंगले की चाबियां पीडब्ल्यूडी को सौंपने के बजाय आतिशी को दीं। उन्होंने पीडब्ल्यूडी से अनुरोध किया कि इस बंगले को सील किया जाए।
मुख्यमंत्री आवास को लेकर इस विवाद ने दिल्ली की राजनीति में हलचल मचा दी है और अब सभी की नजरें इस मामले के आगे बढ़ने पर हैं।