Edited by : Kritika
राजस्थान प्रदेश में इन दिनों सब-इंस्पेक्टर (एसआई) भर्ती परीक्षा चर्चा का मुख्य विषय बनी हुई है। यह मुद्दा मुख्यमंत्री भजन लाल की सरकार के लिए भी गले की फांस बन चुका है। इस विवाद को लेकर राजस्थान की स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप (एसओजी) लगातार खुलासे कर रही है। एसओजी ने 2021 के एसआई भर्ती परीक्षा में पेपर लीक मामले में दो प्रशिक्षु एसआई, दिनेश बिश्नोई और प्रियंका बिश्नोई, को गिरफ्तार किया है। दोनों प्रशिक्षु राजस्थान पुलिस अकादमी में प्रशिक्षण प्राप्त कर रहे थे और जालौर जिले के बासड़ा धनजी गाँव के निवासी हैं।
प्रदेश भर में इस परीक्षा को रद्द करने की मांग जोर पकड़ रही है। सोमवार को राजस्थान विश्वविद्यालय के मुख्य गेट पर सैकड़ों छात्रों ने प्रदर्शन किया। राजस्थान सरकार ने इस मुद्दे की जांच के लिए छह मंत्रियों की समिति गठित की है, जिनकी पहली समीक्षा बैठक आज हो रही है। उम्मीद की जा रही है कि जल्द ही परीक्षा रद्द करने का निर्णय आ सकता है।
एसओजी की रिपोर्ट के अनुसार, अब तक 66 लोग पेपर लीक मामले में गिरफ्तार हो चुके हैं, जिसमें राजस्थान लोक सेवा आयोग के दो पूर्व सदस्य भी शामिल हैं। आयोग पर आरोप है कि वह रिश्वत लेकर पेपर लीक कर रहा था। इसके मास्टरमाइंड बाबूलाल कटारा और एक अन्य पूर्व सदस्य रामूराम राईका को भी गिरफ्तार किया जा चुका है।
इस घोटाले में अब तक 700 से अधिक संदिग्धों की संलिप्तता का अनुमान है। जांच में खुलासा हुआ है कि पेपर लीक माफियाओं ने दर्जनों उम्मीदवारों से लाखों रुपये वसूल किए। इसके अलावा, फर्जी (डमी) उम्मीदवार बैठाकर भी परीक्षा में गड़बड़ियां की गईं।
इस परीक्षा घोटाले ने राज्य में बेरोजगार युवाओं की उम्मीदों पर पानी फेर दिया है। राज्य सरकार ने इस पर सख्त कार्रवाई का आश्वासन दिया है।