बेंगलुरु में पुलिस की अनोखी याचिका,नोट जलाने की कोर्ट से मांगी इजाजत
Sunday, 06 Oct 2024 13:30 pm

Golden Hind News

Edited by : Kritika

बेंगलुरु: शहर में हाल ही में एक अनोखा मामला सामने आया, जब पुलिस ने कोर्ट में याचिका दाखिल कर 500 और 1000 रुपये के पुराने नोटों को जलाने की अनुमति मांगी। पुलिस का कहना है कि ये नोट अब किसी काम के नहीं हैं और इनकी वैधता नोटबंदी के बाद समाप्त हो चुकी है।

क्यों मांगी पुलिस ने नोट जलाने की इजाजत?

यह मामला उस समय सामने आया जब बेंगलुरु पुलिस ने एक मामले में 500 और 1000 रुपये के पुराने नोट जब्त किए थे। पुलिस ने इन नोटों को भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) को सौंपने की कोशिश की, लेकिन आरबीआई ने उन्हें स्वीकार करने से मना कर दिया। अब पुलिस के पास इन बेकार हो चुके नोटों को रखने का कोई औचित्य नहीं है। चूंकि नोटबंदी के बाद पुराने नोटों को बदलने की मियाद खत्म हो चुकी है, इसलिए पुलिस ने इन्हें नष्ट करने की अनुमति मांगी है।

पूरा मामला क्या है?

इस केस की शुरुआत तब हुई, जब बेंगलुरु में एक युवक से ऑनलाइन धोखाधड़ी कर 2.58 लाख रुपये ठगे गए। शिकायतकर्ता ए.बी. चरणकुमार ने आरोप लगाया कि उसे टेलीग्राम ऐप पर पार्टटाइम नौकरी का झांसा देकर एक अज्ञात व्यक्ति ने ठगा। प्रारंभिक बातचीत के बाद, चरणकुमार ने आरोपियों को पैसे भेजे, जिन्होंने उससे और पैसे जमा कराने का लालच दिया। कई किस्तों में पैसे जमा करने के बाद, आरोपी अचानक से गायब हो गए।

इस मामले में परप्पा अग्रहारा पुलिस स्टेशन में सूचना प्रौद्योगिकी अधिनियम और धोखाधड़ी के तहत केस दर्ज किया गया। पुलिस ने जांच के दौरान आरोपियों को गिरफ्तार कर उनसे ठगी की गई रकम बरामद की, जिसमें 500 और 1000 रुपये के पुराने नोट भी शामिल थे।

क्या होगा पुराने नोटों का?

अब चूंकि आरबीआई इन पुराने नोटों को स्वीकार नहीं कर रहा है, पुलिस ने उन्हें नष्ट करने का प्रस्ताव रखा है। अगर कोर्ट इस याचिका को मंजूर करती है, तो पुलिस इन पुराने नोटों को जलाकर नष्ट कर देगी।

यह मामला नोटबंदी के प्रभाव और उससे जुड़े जटिलताओं की एक मिसाल है। अब कोर्ट का फैसला पुलिस की इस याचिका पर निर्भर करेगा कि इन बेकार नोटों का क्या किया जाए।

 

 

 

4o