महाराष्ट्र मंत्रिमंडल ने सुनील गावस्कर से 2000 वर्ग मीटर भूमि लेकर अजिंक्य रहाणे को आवंटित की है। अब यह जमीन अगले 30 वर्षों की लीज़ पर रहाणे को स्पोर्ट्स कॉमलेक्स बनाने के लिए दी जाएगी।
मुंबई : सोमवार को महाराष्ट्र मंत्रिमंडल ने मुंबई के पॉश इलाके में स्पोर्ट्स कॉबांद्रा म्प्लेक्स विकसित करने के लिए 2000 वर्ग मीटर भूमि अजिंक्य रहाणे को पट्टे पर देने के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी। मूल रूप से यह भूखंड 36 वर्षों पहले सुनील गावस्कर को दिया गया था।
महाराष्ट्र कैबिनेट ने अत्याधुनिक खेल सुविधा विकसित करने के लिए रहाणे को 30 साल के पट्टे पर यह जमीन सौंपी है। कैबिनेट ने सोमवार को राजस्व विभाग के इस प्रस्ताव को मंजूरी दी थी। म्हाडा (महाराष्ट्र हाउसिंग एंड एरिया डेवलपमेंट अथॉरिटी) ने रहाणे को पट्टे पर प्लॉट सौंपने का प्रस्ताव पारित किया था जिसे अब मंत्रीपरिषद ने मंजूरी दे दी है। सुनील गावस्कर क्रिकेट फाउंडेशन ट्रस्ट को आवंटित यह प्लॉट 2022 में सरकार ने पुनः प्राप्त कर लिया था।
1988 में गावस्कर को दी गई थी जमीन
रहाणे को मिलने से पहले यह जमीन 1988 में सुनील गावस्कर को आवंटित की गई थी। सरकार चाहती थी कि गावस्कर वहाँ इंडोर प्रशिक्षण अकादमी विकसित करें लेकिन लगभग चार दशक बाद भी जब वहाँ उचित विकास नहीं हुआ तो सरकार ने यह जमीन वापस प्राप्त कर ली। सरकार का कहना था कि भूखंड की स्थिति बहुत खराब हो गई है। आसपास के झुग्गीवासी इसका गलत इस्तेमाल कर रहे हैं।
रहाणे को 30 वर्षों की लीज़ पर मिली जमीन
महाराष्ट्र कैबिनेट ने राजस्व विभाग के अजिंक्य रहाणे को जमीन देने के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है। अब यह जमीन अगले 30 सालों के लिए रहाणे पर लीज़ पर दे दी गई है। रहाणे ने सरकार को धन्यवाद देते हुए कहा कि, "अकादमी युवा खिलाड़ियों को शीर्ष स्तर की सुविधाओं और मार्गदर्शन के साथ सशक्त बनाएगी। उस शहर में चैंपियंस की अगली पीढ़ी को बढ़ावा देगी जहां से मेरी अपनी क्रिकेट यात्रा शुरू हुई थी। महाराष्ट्र के उज्ज्वल भविष्य को प्रेरित करने वाले आपके प्रोत्साहन के लिए आभारी हूँ।"
2021 में हाउज़िंग मिनिस्टर ने किया था खुलासा
साल 2021 में महाराष्ट्र सरकार के हाउसिंग मिनिस्टर ने खुलासा किया था कि प्राइम लोकैशन पर जमीन होने के बावजूद सुनील गावस्कर ने एकेडमी के लिए कोई अच्छा काम नहीं किया है। वहाँ अभी तक कोई अच्छी क्रिकेट एकेडमी नहीं बनाई गई है। उस समय मिनिस्टर ने क्रिकेट के क्षेत्र में सुनील गावस्कर के योगदान को देखते हुए उनसे जमीन वापस नहीं ली थी जिसे बाद में सुनील गावस्कर क्रिकेट फाउंडेशन ट्रस्ट ने 2022 में सरकार को वापस कर दिया था।