हरियाणा विधानसभा चुनावों से ठीक पहले विनेश फोगाट की राजनीतिक एंट्री को लेकर सियासी बाजार एक बार फिर गर्मा गया है। काँग्रेसी सांसद राहुल गांधी से हालिया मुलाकात के बाद काँग्रेस से इन खिलाड़ियों के जुडने की अटकलें एक बार फिर तेज हो गई हैं।
हरियाणा : हरियाणा में विधानसभा चुनाव का बिगुल बज चुका है। चुनावों से पहले सभी राजनीतिक दल अपनी-अपनी तैयारियों में लगे हैं और जीत का पूर्वानुमान कर रहे हैं। पिछली अटकलों के बाद राहुल गांधी की विनेश फोगाट और बजरंग पुनिया से मुलाकत ने चुनावी मौसम को एक बार फिर गर्मा दिया है। इस मुलाकात के बाद अब कयास लगाए जा रहे हैं कि काँग्रेस आलाकमान जल्द ही दोनों को अपनी पार्टी से टिकट देने का ऐलान कर सकता है।
काँग्रेस इस बार चुनाव में अपनी जीत को सुनिश्चित करने की हरसंभव तैयारियां कर रही हैं। दोनों ही बड़े खिलाड़ियों की भाजपा से नाराजगी जगजाहिर है। काँग्रेस भी इस नाराजगी का पूरा फायदा उठाकर दोनों खिलाड़ियों को अपने पाले में लाने की तमान कोशिशें कर रही है। अटकलों का बाजार गर्म है और कयास लगाए जा रहे हैं कि विनेश को दादरी सीट से टिकट दिया जा सकता है। अभी तक आई खबरों के मुताबिक बजरंग पुनिया ने बादली सीट से टिकट मांगा है जहां अभी काँग्रेस के कुलदीप वत्स विधायक हैं। लेकिन काँग्रेस उन्हें किसी जाट बहुल सीट से टिकट देना चाहती है। विनेश को बारडा या जुलाना सीट से भी टिकट दिया जा सकता है। बारडा में विनेश का घर है और जुलाना में उनका ससुराल है।
पिछले साल भारतीय कुश्ती महासंघ के तत्कालीन अध्यक्ष भाजप सांसद बृजभूषण सिंह पर यौन उत्पीड़न का आरोप लगाते हुए खिलाड़ियों ने विरोध प्रदर्शन किया था। माना जा रहा है कि इस घटना के बाद खिलाड़ियों के मन में भाजपा के लिए उपजी नाराजगी अभी तक कायम है। इसी कारण से चुनावी टिकट दिए जाने पर ये खिलाड़ी भाजपा के लिए भी मुश्किलें खड़ी कर सकते हैं। हालांकि, अभी इस विषय में कोई औपचारिक घोषणा नहीं हुई है मगर आने वाले कुछ दिनों में स्थिति साफ हो सकती है।
दीपेन्द्र हूडा भी पहुंचे थे मुलाकात करने
पेरिस ओलंपिक 2024 में विनेश फोगाट 100 ग्राम वजन ज्यादा होने के कारण पदक जीतने से चूक गई थीं। इसके बाद पूरे देश में शोक की लहर थी। विनेश के भारत पहुँचने के बाद काँग्रेस नेता दीपेन्द्र सिंह हूडा उनसे मिलने दिल्ली एयरपोर्ट पहुंचे थे। इसके बाद उन्होंने विनेश के साथ उनके गाँव में रोड शो भी किया था। इसी मुलाकात के बाद विनेश फोगाट की राजनीतक एंट्री की अटकलों ने जन्म ले लिया था। इसी दौरान भूपेन्द्र सिंह हूडा ने विनेश को राज्यसभा में भेजने का प्रस्ताव सामने रखा था। मगर उम्र के कारण ये संभव नहीं हो सका। हालांकि, विनेश के चाचा महावीर फोगाट और उनकी चचेरी बहन बबीता फोगाट ने काँग्रेस की पहल की आलोचना की थी।
जब कोई नहीं साथ, किसानों ने थाम हाथ : विनेश फोगाट
बीते शनिवार किसान आंदोलन के 200 दिन पूरे होने के बाद विनेश फोगाट किसानों से मिलने जींद, रोहतक और शंभू बॉर्डर पर पहुंची थी। इस दौरान अपनी राजनीतिक एंट्री की अटकलों पर बात करते हुए उन्होंने कहा था कि अभी कुछ तय नहीं है और वो अपने परिवार से बात करने के बाद ही कोई निर्णय लेंगी। वो राजनीति नहीं समझती हैं। मगर हमेशा किसानों के साथ खड़ी रहेंगी। जब उनके साथ कोई नहीं था तब किसानों ने उनका समर्थन किया था। मुलाकात के समय किसान नेताओं ने विनेश को स्वर्ण पदक से सम्मानित किया था। अभी तक उन्होंने चुनाव लड़ने की अटकलों का कोई खंडन नहीं किया है।
केसी वेणुगोपाल से भी हुई मुलाकात
नेता प्रतिपक्ष और काँग्रेस सांसद राहुल गांधी से मुलाकत करने के बाद काँग्रेस पार्टी के जनरल सेक्रेटरी केसी वेणुगोपाल ने भी दोनों खिलाड़ियों से मुलाकात की। मंगलवार को हरियाणा काँग्रेस प्रभारी दीपक बाबरिया ने कहा था कि विनेश के राजनीतिक टिकट के बारे में जल्द ही स्थिति साफ होगी।
गौरतलब है कि विनेश और बजरंग दोनों के ही किसानों के साथ अच्छे संबंध हैं। इसी कारण से माना जा रहा है कि अगर ये दोनों खिलाड़ी राजनीति में कदम रखते हैं तो किसानों के भारी समर्थन से उन्हें जीत मिल सकती है। इसी के साथ इन खिलाड़ियों का काँग्रेस में शामिल होना भाजपा के लिए भी बड़ा सिरदर्द बन सकता है। राज्य में 5 अक्टूबर को मतदान और 8 तारीख को वोटों की गिनती होनी है।