अमेरिका से हाल ही में मिला एक एफ-16 लड़ाकू विमान रूस के हवाई हमलों का सामना करते हुए क्रैश हो गया है। हादसे में विमान पायलट के शहीद होने की बात सामने आई है। इस क्रैश के बाद से यूक्रेन की दिक्कतें बढ़ने के कयास लगाए जा रहे हैं। वहीं अमेरिका के लिए भी यह विमान चिंता का सबब बनते हुए दिख रहा है।
यूक्रेन : रूस और यूक्रेन की जंग में यूक्रेन को एक बड़ा झटका लगा है। कुछ हफ्तों पहले ही यूक्रेन के हवाई बेड़े में शामिल हुआ अमेरिका का एफ-16 लड़ाकू विमान रूस के हवाई हमले का जवाब देते हुए क्रैश हो गया है। यूक्रेनी सेना के जनरल स्टाफ द्वारा जारी किये गए बयान के अनुसार अपने टारगेट पर पहुंचते समय एफ-16 विमान से संपर्क टूट गया। प्लेन क्रैश हो गया है और पायलट की मौत हो चुकी है। क्रैश में शहीद पायलट का नाम मूनफिश एलेक्सी बताया जा रहा है।
पूर्व में इसी महीने अमेरिका से एफ-16 लड़ाकू विमान पाने के बाद माना जा रहा था कि यूक्रेन की हवाई सैन्य शक्ति में बढ़त होगी। अब एफ-16 विमान के क्रैश होने से ढाई साल से चल रही इस जंग में यूक्रेन को बड़ा झटका लगा है। लड़ाकू विमान क्रैश के कारणों का पता लगाने के लिए जाँच शुरू कर दी गई है। मामले की तह तक जाने के लिए अंतरराष्ट्रीय विशेषज्ञों को भी जांच में शामिल किया जाएगा। कीव ने एफ-16 लड़ाकू विमान क्रैश की बात को स्वीकारा है। यह पहला मौका है जब यूक्रेन ने आधिकारिक रूप से जंग में लड़ाकू विमानों के उपयोग को स्वीकारा है। यूक्रेनी अधिकारियों का कहना है कि क्रैश होने से पहले एफ-16 ने तीन क्रूज मिसाइल और एक ड्रोन हमले को नष्ट किया था। क्रैश में मारे जाने वाले शहीद फाइटर पायलट एलेक्सी को मरणोपरांत कर्नल रैंक से सम्मानित किया गया है। वहीं इस क्रैश के बाद अमेरिका भी सकपका गया है। सुपरपावर अमेरिका हमेशा से ही एफ-16 को अपने सबसे विध्वंसक लड़ाकू विमानों में से एक बताते आया है। लेकिन इस हादसे के बाद इस जेट की शक्ति एक बार फिर कठघरे में आ खड़ी हुई है।
माना जाता है कि एफ-16 लड़ाकू विमान उड़ाने के पूर्ण प्रशिक्षण में लगभग एक साल का समय लगता है। मगर युद्ध के हालातों के कारण यूक्रेनी फाइटर पायलटों ने मात्र छह महीने में ही अपनी ट्रैनिंग खत्म कर ली थी। यूक्रेन को एफ-16 सौंपते समय अमेरिकी डिप्लोमैट ने कहा था कि इन गर्मियों में ये जेट रूसी आक्रामक हमलों के खिलाफ यूक्रेन की सुरक्षा के लिए आसमान में उड़ान भरेंगे। इसके अलावा अमेरिकी राष्ट्रपति ने युद्ध में यूक्रेन के साथ अपना पूर्ण सहयोग होने की बात कही थी। वहीं नाटो के बाकी सदस्यों ने भी कहा था कि इस जंग में वे हर तरह से यूक्रेन के साथ खड़े रहेंगे।
लड़ाकू विमान क्रैश होने में पायलट की नहीं है कोई खामी
क्रैश में मारे गए एलेक्सी को यूक्रेन का एक टॉप पायलट माना जाता है। क्रैश के बाद अपने शुरुआती बयानों में यूक्रेनी सरकार ने साफ किया है कि क्रैश होने में पायलट की कोई गलती नहीं थी। उन्होंने क्रैश से पहले ड्रोन और मिसाइल हमलों को नाकाम करने की बात भी सामने रखी है। वहीं इस मामले में अमेरिकी रक्षा अधिकारी का कहना है कि विमान क्रैश होने का कारण रूसी गोलीबारी नहीं है। उन्होंने क्रैश के पीछे पायलट की गलती या किसी यांत्रिकी खामी के होने की बात कही है।
रूस के सामने कमजोर है यूक्रेनी सेना
अमेरिका से एफ-16 विमानों की पहली खेप पाने के बाद भी यूक्रेनी सेना रूसी सैन्य शक्ति के इर्द गिर्द नजर नहीं आती है। यूक्रेनी राष्ट्रपति वोलोडिमिर ज़ेलेंस्की पहले ही 100 से अधिक एफ-16 विमानों की जरूरत होने की बात कह चुके हैं। वर्तमान में यूक्रेन के विमानी बेड़े में लगभग 100 लड़ाकू विमान शामिल है जो कि रूस के 1000 विमानों के सामने बहुत कम है। इसी कारण से अमेरिका से मिलने वाले एफ-16 विमानों से यूक्रेन को बहुत उम्मीद हैं। ज़ेलेंस्की ने भी एफ-16 विमानों को जंग में मील का पत्थर माना था।
क्यों है एफ-16 इतना खास?
अमेरिका ने हमेशा ही अपने लड़ाकू विमान एफ-16 की ब्रांडिंग एक विध्वंसक और शक्तिशाली लड़ाकू विमान के रूप में की है। इसे अमेरिका की कंपनी जनरल डाइनैमिक्स ने अमेरिकी सेना के लिए बनाया था। यह एक मल्टी रोल लड़ाकू विमान है। जो कि हवा से हवा और हवा से सतह पर वार करने में सक्षम है। इसे अमेरिका द्वारा बनाए गए कम लागत और अधिक ताकत वाले लड़ाकू विमानों की सूची में गिना जाता है।