बलात्कारियों की गर्दन पर लटकी तलवार, नया कानून लाने की तैयारी में ममता बनर्जी
Thursday, 29 Aug 2024 00:00 am

Golden Hind News

कोलकाता के ट्रैनी डॉक्टर मर्डर और रेप केस के बाद देशभर में ममता सरकार के प्रति बढ़े आक्रोश को खत्म करने की आस में अब बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने भी अपराधियों को तीखे तेवर दिखाए हैं। ममता सरकार ने विधानसभा में एक नया प्रस्ताव पेश करने की बात कही है। 

कोलकाता : कोलकाता के ट्रैनी डॉक्टर मर्डर और रेप केस के बाद से ही सियासी हलचल तेज हो गई थी। बीजेपी और टीएमसी एक दूसरे पर लगातार निशाना साध रहे हैं। इसी बीच बंगाल की ममता सरकार ने बलात्कारियों को कैपिटल पनिशमेंट देने के लिए एक नया बिल पेश करने का निर्णय लिया है। दीदी का कहना है कि अगर राज्यपाल संशोधित विधेयक को पारित करने में देरी करेंगे तो वो राजभवन के बाहर धरने पर बैठेंगी। 
28 अगस्त को तृणमूल कांग्रेस पार्टी की छात्र शाखा तृणमूल छात्र कांग्रेस के 27वें स्थापना दिवस पर ममता बनर्जी ने रेप के दोषियों को फंसी देने की बात कही। उन्होंने कहा कि अगले हफ्ते विधानसभा सत्र बुलाया जाएगा। सत्र में बलात्कारियों के लिए मृत्युदंड सुनिश्चित करने का विधेयक पेश किया जाएगा। विधेयक पेश करने के 10 दिन के अंतराल में इसे पारित किया जाएगा। इस मौके पर ममता बनर्जी ने कहा कि,"बलात्कारियों के लिए मृत्युदंड सुनिश्चित करने वाले विधेयक को राज्यपाल के पास भेजा जाएगा। विधेयक पारित करने में देरी होने की स्थिति में हम राजभवन के बाहर धरने पर बैठेंगे। यह विधेयक पारित होना ही चाहिए और इस बार जवाबदेही से नहीं बचा जा सकता।"

क्या कहता है ममता सरकार का विधेयक 

जनता के आक्रोश को देखते हुए अब ममता सरकार ने भी दोषियों को सजा दिलाने के लिए अपनी कमर कस ली है। ममता बनर्जी ने साफ किया है कि ऐसे अपराधियों के लिए केवल एक ही सजा है और वो है फांसी। बलात्कारियों के लिए कैपिटल पनिश्मेंट का प्रावधान करने के लिए अगले हफ्ते कानूनी संशोधन पेश किया जाएगा। पारित होने के बाद ये विधेयक सात दिनों के भीतर बलात्कारियों के लिए मृत्युदंड सुनिश्चित करेगा। इसके अलावा ममता बनर्जी ने आरोपियों के लिए मृत्युदंड की मांग करते हुए आगामी शनिवार और रविवार (31 अगस्त और 1 सितंबर) को धरण देने का ऐलान किया है। उन्होंने मृत्युदंड की मांग करते हुए सभी ब्लॉकों से प्रदर्शन करने का आह्वाहन किया है। 

भाजपा के बंगाल बंद का किया विरोध 

कल बुधवार को भाजपा सरकार द्वारा बुलाए गए बंगाल बंद का ममता सरकार ने विरोध किया है। उन्होंने कहा है कि हम लड़की के लिए न्याय की मांग करते हुए आज का दिन आर जी कर की डॉक्टर को समर्पित करते हैं। लेकिन भाजपा ने बंगाल बंद का आह्वाहन किया है। वे न्याय की आड़ में बंगाल को बदनाम करने की कोशिश कर रहे हैं। वे सिर्फ बड़ी-बड़ी बातें करते हैं। लेकिन असल में आपने राजभवन में काम कर एक लड़की के साथ बदसलूकी की और हमें उसे दूसरी जगह नौकरी देनी पड़ी। ममता बनर्जी ने स्थिति पर कुशल तरीके से नियंत्रण पाने के लिए पुलिस की सरहना करते हुए उन्हें सलाम किया। 

क्या है  कैपिटल पनिशमेंट?

 कैपिटल पनिशमेंट किसी भी सजा के लिए दी जाने वाली सबसे गंभीर सजा है। इसमें दोषी को मौत की सजा देने का प्रावधान है। आमतौर पर हत्या, बलात्कार, देशद्रोह और आपराधिक षड्यंत्र से जुड़े अपराधियों को कैपिटल पनिशमेंट के तहत सजा दी जाती है। अदालत की ओर से दी जाने वाली यह सजा किसी भी अपराध के लिए दी जाने वाली सबसे कठोर दंड माना जाता है। हालांकि समय-समय पर मानवाधिकार एवं नैतिकता के उल्लंघन का तर्क देते हुए इस सजा का विरोध भी किया गया है। 

बन सकता है नजीर मगर झूठ तो क्या?

दुष्कर्म के आरोपियों को कैपिटल पनिशमेंट के तहत मृत्युदंड की सजा देने का यह ममता प्रस्ताव अपराधियों के लिए नजीर बन सकता है। माना जा रहा है कि इसके लागू होने के बाद डर के कारण इस तरह के अपराधों की संख्या में कमी आएगी। वैसे भी देश में समय-समय पर इस तरह के अपराधों के लिए कठोर सजा के प्रावधान की मांग उठती रही है। इस प्रस्ताव के पारित होने से जनता की ये मांग भी पूरी हो जाएगी। मगर इसी के साथ सरकार को इस पर भी विचार करना होगा कि कहीं इस सजा की कठोरता का दंश किसी झूठी शिकायत के सताये को ना झेलना पड़े।