कोटा हवाई सेवा को लगे पंख, ग्रीनफील्ड एयरपोर्ट को मिली मंजूरी |

कोटा ग्रीनफील्ड एयरपोर्ट को पर्यावरण मंत्रालय से मिली स्वीकृति

Blue Bold Travel Himalayas YouTube Thumbnail (6)
 

 

जयपुर : कोचिंग सिटी कोटा को एक बड़ी सौगात मिली है | कोटा के शंभूपुरा इलाके में प्रस्तावित ग्रीनफील्ड एयरपोर्ट के निर्माण के लिए पर्यावरण मंत्रालय से मंजूरी मिल गई है|  स्वीकृति मिलने के बाद लोकसभा स्पीकर ओम बिरला ने बुधवार को एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया  ( airport authority of india ) के अध्यक्ष विपिन कुमार और अन्य अधिकारियों के साथ बैठक की , इस बैठक में यह दावा किया गया है कि मई 2025 में कोटा एयरपोर्ट का निर्माण शुरू हो जाएगा साथ ही दिसंबर 2027 तक निर्माण की डेडलाइन ( deadline ) भी तय की गई है| हाइब्रिड मोड मे अयोजित की गई इस बैठक में एयरपोर्ट को चालू करने की डेडलाइन दिसंबर 2027 रखी गई |        एयरपोर्ट को नेशनल हाईवे 52 से जोड़ा जाएगा                                                                                                                                                                                                                                  राजस्थान के वन विभाग ( forest department) के हेड ऑफ फॉरेस्ट अरीजीत बनर्जी ने बताया कि कोटा ग्रीनफील्ड हवाई अड्डे के निर्माण के लिए भारत सरकार के पर्यावरण मंत्रालय से भूमि हस्तांतरण की अनुमति प्राप्त हो गई है. राजस्थान सरकार के वन विभाग ने भी इस परियोजना को स्वीकृति दे दी है. साथ ही कोटा विकास प्राधिकरण 10,000 पौधे भी लगाएगा| कोटा का ये एयरपोर्ट शहर से 25 किलोमीटर दूर 1005 एकड़ में बनेगा जिसका रनवे (runway) 3200 मीटर लंबा और 45 मीटर चौड़ा होगा|  एयरपोर्ट ( Airport ) पर कुल 7 विमान की पार्किंग एरिया भी बनाया जाएगा  हवाई अड्डे से सलाना तकरीबन 20 लाख यात्री सफर कर पाएंगे। कोटा हवाई अड्डे को राष्ट्रीय राजमार्ग 52 से भी जोड़ा जाएगा, साथ ही अंतरराष्ट्रीय सुविधाओं के साथ फ्लाइंग क्लब  ( flying club)भी बनाया जाएगा। ओम बिड़ला ने बैठक में अंतरराष्ट्रीय सुविधाओं (international facilities) पर विशेष ध्यान देने को कहा है। गौरतलब है कि पिछले साल रक्षा मंत्रालय ने कोटा एयरपोर्ट के लिए एनओसी (NOC) जारी की थी। जिसपर जुलाई 2024 में राजस्थान सरकार और एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया   के बीच MOU साइन हुआ और इस माह डीपीआर का काम भी पूरा कर लिया जाएगा।                                                                                                                                                                                                                                     देश में कोटा कोचिंग हब है हर साल जनवरी से जुलाई तक 2 लाख छात्र यहां कोचिंग के लिए आते हैं। शहर की अधिकांश इकोनॉमी कोचिंग पर निर्भर है। एयरपोर्ट बनने से कोटा को एक नई पहचान मिलने के साथ-साथ देश  के अलग-अलग कोनो से आयें स्टूडेंट्स के लिए भी ये समय की बचत और  सुविधाजनक है |

 
[ रिपोर्ट : अनुश्री यादव ]