राज्यपाल हरिभाऊ बागडे ने अहमदाबाद में सुघड़, गांधीनगर में नर्मदा मुख्य नहर के पास स्थित "एनवायरमेंटल सेनिटेशन इंस्टीट्यूट" का अवलोकन किया। इस दौरान उन्होंने वहां पर पर्यावरण स्वच्छता के अंतर्गत कम लागत वाली स्वच्छता प्रौद्योगिकी के बारे में भी जानकारी ली। उन्होंने हानिकारक प्रदूषण से मुक्त प्रौद्योगिकी के साथ संस्थान द्वारा स्वास्थ्य, स्वच्छता, पानी, और पर्यावरण से जुड़े मुद्दों के बारे में जागरूकता बढ़ाने के लिए किए जा रहे प्रयासों की सराहना की।
राज्यपाल हरिभाऊ बागडे ने अहमदाबाद में सुघड़, गांधीनगर में नर्मदा मुख्य नहर के पास स्थित "एनवायरमेंटल
राज्यपाल ने गांधीनगर स्थित "एनवायरमेंटल सेनिटेशन इंस्टीट्यूट" का अवलोकन किया

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रफीक खान ने कहा-क्या मेरा मुसलमान होना कोई गुनाह, आखिर क्यों छलका विधायक का दर्द...
आखिर विधानसभा में ऐसा क्या हुआ की मीडिया के सामने भावुक हो गए कांग्रेस के मुख्य सचेतक रफीक खान। विधायक रफीक खान का दर्द छलक उठा और वह भावुक हो गए। मीडिया से बात करते हुए रफीक खान का गला भर आया और उन्होंने कहा कि सदन में मेरा चरित्र हनन किया गया। क्या मेरा मुसलमान होना कोई गुनाह है। सदन में मुझे गालियां दी गई। मैं अपने आप को पीड़ित महसूस कर रहा हूं। रफीक खान ने कहा कि अगर मुसलमान होना गुनाह है तो भाजपा के लोगों से कह रहा हूं कि आप कोई कानून लेकर आ जाओ। और यह कह दो कि आगे से कोई मुसलमान विधायक चुनकर नहीं आएगा। रफीक खान भावुक होते हुए कहने लगे कि आज अगर मेरे पिता जिंदा होते तो यह शब्द सुन भी नहीं पाते। मेरे पिता हिंदी के कवि रहे और उन्होंने हमेशा हिंदी को बढ़ावा दिया है। दरअसल रफीक खान का यह दर्द इसलिए छलक क्योंकि विधानसभा में हंगामे के दौरान पाकिस्तानी-पाकिस्तानी के नारे लगाए गए थे। यह मामला लगातार तूल पकड़ता जा रहा है। इसे लेकर कांग्रेस में रोष व्याप्त है और कांग्रेस लगातार इसकी निंदा कर रही हैं।
पाकिस्तानी कहने पर छलका विधायक रफीक खान का दर्द
रफीक खान ने कहा कि मैं विधानसभा अध्यक्ष से मिला तो उन्होंने कहा कि संसदीय कार्य मंत्री से बात करो। मैं संसदीय कार्य मंत्री से मिला तो उन्होंने कहा कि हम चर्चा नहीं करेंगे। शब्द डिलीट कर देंगे, लेकिन यह शब्द पूरे मीडिया में है। यूट्यूब पर हैं तो क्या वहां से यह शब्द डिलीट हो जाएंगे। रफीक खान ने कहा कि विधायक गोपाल शर्मा ने जिस तरह से मेरे चरित्र का चीर हरण किया वह बर्दाश्त के लायक नहीं है। रफीक खान ने कहा की विधानसभा में चर्चा कर रहे हो तो बातचीत से समाधान होना चाहिए था। आपने चर्चा के दौरान न केवल शब्दों की मर्यादा तोड़ी, जिस तरह मेरे व्यक्तित्व का चीर हरण किया गया। इस तरह के शब्द मेरे लिए इस्तेमाल किए गए , मैं उम्मीद करता हूं यह बात पूरी सरकार सुनेगी और इस बात पर चर्चा करेगी ।
राजस्थान विधानसभा में लगे थे पाकिस्तानी-पाकीस्तानी के नारे
यह मामला तब शुरू हुआ जब राजस्थान विधानसभा में नगरीय विकास और स्वायत्त शासन की अनुदान मांगों पर चर्चा के दौरान सदन का माहौल अचानक गरमा गया। कांग्रेस के सचेतक रफीक खान जब अपनी बात रख रहे थे,रफीक खान ने भजनलाल सरकार के एक वर्ष के कार्यकाल को नाकाम बताया। साथ ही उन्होंने एक शेर पढ़ा ‘जो रईस हैं खानदानी मिजाज रखते हैं, नरम अपना, तुम्हारा लहजा बता रहा है, तुम्हारी दौलत नई नई है‘। तभी भाजपा विधायक गोपाल शर्मा ने उन पर पाकिस्तानी -पाकिस्तानी का नारा लगाया। गोपाल शर्मा के इस बयान पर कांग्रेस विधायकों ने कड़ा ऐतराज जताया, जिससे सदन में तकरीबन दो मिनट तक नोकझोंक होती रही। इस मामले को लेकर नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली ने भी रोष जताया था।
खान ने कहा- मुस्लिम विधायक होना गुनाह तो पास करवा दो कानून
टीकाराम जूली ने इस मामले को लेकर कहा था की सिविल लाइंस विधायक गोपाल शर्मा द्वारा कांग्रेस विधायक दल के मुख्य सचेतक रफीक खान पर की गई टिप्पणी बेहूदा एवं स्तरहीन है। भाजपा नेताओं में बयानबाजी का स्तर दिनोंदिन गिराने की होड़ लग गई है। इन्हें विधानसभा में बोलने और सड़क पर दिए जाने वाले भाषणों में कोई अन्तर नहीं लगता है। ये भूल जाते हैं कि रफीक खान उस शेखावटी की भूमि से आते हैं जहां सभी धर्मों के लोग सेना में जाकर इस देश के लिए फक्र से अपनी जान देते हैं। विधानसभा अध्यक्ष वासुदेव देवनानी एवं सदन के नेता भजनलाल शर्मा को इस पर संज्ञान लेकर विधायक पर कार्रवाई करनी चाहिए। ऐसी टिप्पणियां असहनीय एवं निंदनीय हैं। मुख्यमंत्री को स्पष्ट करना चाहिए कि क्या ऐसे बयानों में क्या उनकी स्वीकारोक्ति है
राजस्थान के उपचुनावों में पार्टीयों के बीच गठबंधन को लेकर पशोपेश ।
जयपुर : उपचुनावों की घोषणा के साथ ही राजस्थान में भी चुनावी रण छिड गया है। सभी 7 सीटो पर नामांकन भरने की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है। 13 नवंबर को वोटिंग व 23 नवंबर को उपचुनाव का परिणाम आयेगा। चुनावी घोषणा के साथ ही, राज्य की सभी पार्टियां अपनी अपनी रणनितियो मे जूट गई है। गठबंधन पर भी बैठको का दौर शुरू हो गया है। हालंकि गठबंधन पर सभी पार्टियों के अपने -अपने मत है। राजस्थान में होने वाले 7 सीटो पर उपचुनाव में 4 प्रमुख पार्टिया सामने निकलकर आ रही है - भाजपा, कांग्रेस, BAP और RLP और चारो ही पार्टिया असमजम में दिख रही है।
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष मदन राठौड का कहना है - कि वो उपचुनाव मे किसी से गठबंधन के लिए आग्रह नही करेगे , लेकिन अगर आगे से कोई निवेदन आता है - तो उसे मना भी नहीं करेंगें। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष ने उप-चुनावो को काग्रेस के लिए लिए सभी चुनौती माना , जबकि भाजपा के सभी 7 सीटो पर आश्वस्त दिखे।वहीं काग्रेस ने गठबंधन पर फैसला दिल्ली आलाकमान पर छोड़ा है। आपको बता दे ,लोकसभा चुनाव में राष्टीय पार्टी काग्रेस ने क्षेत्रीय पार्टी BAP से गठबंधन किया था।आदिवासी बेल्ट चौरासी विधानसभा सीट पर BAP जीत सुनिश्चत मान रही है| ऐसे में माना जा रहा था- यदि चौरासी सीट पर दोनो पार्टीयो का गठबंधन हो जाता है, तो यह बीजेपी की साख पर सवाल बन जायेगी। लेकिन कल भारत आदिवासी पार्टी ने स्वतंत्र रूप से चुनाव लड़ने का ऐलान करके सभी प्रकार की सुगबुगाहट पर पुरण विराम लगा दिया है। BAP के मोहनलाल रोत का कहना है कि हम किसी प्रकार का समझौता नहीं करेगें। चौरासी व सलूबर सीट से पार्टी अपने प्रत्याशी मैदान में उतारेगी। देवली -उनियार सीट पर अभी विचार जारी है। हालंकि मोहनलाल रोत का यह भी कहना है कि- वो गठबंधन नही करेंगे, हाँ यदि काग्रेस समर्थन देती है, तो स्वागत है।
बेनीवाल ने कहा- भाजपा हमारी दुश्मन न०-1
वही दूसरी तरफ RLP सुप्रीमो हनुमान बेनीवाल का गुरुवार को एक बयान आया है.बेनीवाल ने बताया की BJP उनकी दुश्मन न०-1 है| भाजपा को सभी 7 सीटो पर मात के लिए वह काग्रेस से गठबंधन के लिए तैयार है। लेकिन देवली व खींवसर सीट पर वे अपने प्रत्याशी मैदान में उतारेंगे | बेनीवाल के अनुसार दो तीन दिन में यह साफ हो जायेगा कि दोनो पार्टियों में अलाइंस होता है कि नहीं। लेकिन अगर काग्रेस, RLP की शर्ते मान कर उनकी दो सीट की डिमांड पूरी कर देती है और सभवतः गठबंधन हो जाता है, तो बीजेपी की जीत की डगर कठिन हो सकती है, हाँ यदि मुकाबला त्रिकोणीय होता है भाजपा की जीत की संभावना अधिक हो जाती है |RLP प्रमुख ने यह भी स्पष्ट किया है कि यदि गठबंधन नहीं होता है ये देवली- उनियारा व खींवसर समेत रामगढ व झुंझुनूं यानि 4 सीटों पर चुनाव लडेंगें । इन सभी , चर्चाओ पर नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली ने कहा कि वे राज्य की सभी 7 सीटो पर चुनाव लड़ने केलिए पूर्णतय तैयार हैं। लेकिन गठबंधन पर निर्णय के लिए दिल्ली में कमेटी बनायी गयी है। आलाकमान जो तय करेगा हमें वह मान्य होगा।
आपको बता दे - दौसा विधानसभा सीट पर कांग्रेस सचिन पायलट के समर्थक को टिकट देने की संभावना बतायी जा रही| वही झुंझुनूं विधानसभा सीट पर भाजपा की तरफ से बबलू चौधरी की दावेदारी मानी जा रही है। रामगढ़ सीट पर दिवंगत विधायक जुबेर खान की पत्नी व बेटे को चुनावी मैदान में उतारकर कांग्रेस अपना इमोशल कार्ड खेल सकती है जबकि भाजपा अपने पुराने प्रत्यशी सुखवंत सिंह को टिकट दे सकती है। चौरासी विधानसभा सीट पर BAP का दबदबा है व देवली- उनियारा , खीवंसर सीट पर RLP का वर्चस्व बना हुआ है। ( रिपोर्ट: अनुश्री यादव )

विश्व पर्यावरण दिवस पर राष्ट्रव्यापी अभियान की शुरुआत,सीएम भजनलाल शर्मा ने किया पोस्टर विमोचन
जयपुर में लोक संवाद संस्थान और सस्टेनेबिलिटी कर्मा की पहल पर एक महत्वपूर्ण राष्ट्रव्यापी अभियान की शुरुआत हुई। मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने बुधवार को मुख्यमंत्री आवास में इस अभियान का शुभारंभ किया, अभियान का मुख्य उद्देश्य युवाओं को कहानी कहने के माध्यम से पर्यावरण संरक्षण की दिशा में प्रेरित करना है। इस मौके पर सीएम शर्मा ने कहा कि इस तरह के अभियानों से युवा शक्ति का सदुपयोग देश के विकास में किया जा सकेगा।
वायु की गुणवत्ता के लिए 54 स्थानीय निकायों को साढ़े 13 करोड़ की सौगात दी
मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने सौगात दी. वायु की गुणवत्ता के लिए 54 स्थानीय निकायों को साढ़े 13 करोड़ की सौगात दी. राजस्थान के 7 शहरों में 7 नगर वनों की सौगात दी. मुख्यमंत्री ने बीड़ पापड़ लेपर्ड सफारी का शुभारंभ किया. क्लाइमेट चेंज एडॉप्शन प्लान 2030 का MoU हुआ. विश्व पर्यावरण दिवस के मौके पर प्रथम विजेता नीरज गौतम को मुख्यमंत्री से पहला अवार्ड मिला. मुख्यमंत्री ने विश्व पर्यावरण दिवस के न्यूज लेटर का विमोचन किया.
लोक संवाद संस्थान के सचिव कल्याण सिंह कोठारी ने बताया कि देश भर के कॉलेजों और विश्वविद्यालयों के करोड़ों युवाओं को पर्यावरण के प्रति जागरूक बनाया जाएगा। सस्टेनेबिलिटी कर्मा के संस्थापक राजीव टिकू ने बताया- पॉडकास्ट, वीडियो और डिजिटल सामग्री के जरिए युवाओं को पर्यावरण संरक्षण से जोड़ा जाएगा।
अभियान का मुख्य उद्देश्य युवाओं को कहानी कहने के माध्यम से पर्यावरण संरक्षण की दिशा में प्रेरित करना
अभियान का मुख्य उद्देश्य युवाओं को कहानी कहने के माध्यम से पर्यावरण संरक्षण की दिशा में प्रेरित करना है। इस मौके पर सीएम शर्मा ने कहा कि इस तरह के अभियानों से युवा शक्ति का सदुपयोग देश के विकास में किया जा सकेगा।
राजस्थान का मेनार और खींचन गांव रामसर साइट घोषित
विश्व पर्यावरण दिवस पर जहां दुनिया भर में भाषण, शपथ और कार्यक्रम होते हैं, वहीं उदयपुर से लगभग 40 किलोमीटर दूर बसे मेनार गांव ने अपने अनुशासन और प्रकृति प्रेम से एक मिसाल कायम की है. यह गांव अब “बर्ड विलेज” के नाम से जाना जाता है और हाल ही में इसे अंतरराष्ट्रीय महत्व की वेटलैंड सूची ‘रामसर साइट' में शामिल किया गया है. केंद्रीय वन, पर्यावरण एवं जलवायु परिवर्तन मंत्री भूपेंद्र यादव ने इस उपलब्धि की जानकारी सोशल मीडिया पर साझा की. साथ ही, राजस्थान के फलोदी स्थित खींचन को भी रामसर साइट का दर्जा मिला है.
हजारों किलोमीटर दूर से आते हैं मेहमान पक्षीमेनार गांव में ब्रह्म और ढढ नामक दो प्रमुख तालाब हैं. हर साल सर्दियों में हजारों किलोमीटर की दूरी तय कर देशी और विदेशी प्रवासी पक्षियों की दर्जनों प्रजातियां यहां पहुंचती हैं.जब यह पक्षी आसमान में चहचहाते हुए उड़ते हैं, तो दृश्य मन मोह लेता है. यहां पैरेग्रिन फाल्कन, ग्रेटर फ्लेमिंगो, कॉमन क्रेन, ब्लैक हेडेड बंटिंग, रेड हेडेड बंटिंग, टफ्टेड डक, नॉर्दन शोवलर, व्हाइट येलो वेग्टेल्स जैसे दुर्लभ पक्षी देखे जा सकते हैं, जो इस क्षेत्र की जैव विविधता को दर्शाते हैं.
मेनार गांव के लोगों ने तालाबों की सुरक्षा के लिए सख्त नियम बनाए
मेनार गांव के लोगों ने तालाबों की सुरक्षा के लिए सख्त नियम बनाए हैं. यहां अगर कोई व्यक्ति तालाब में गंदगी करता है तो उस पर 5 हज़ार रुपए तक का जुर्माना लगाया जाता है. ग्रामीण सिंचाई के लिए भी तालाब का पानी उपयोग नहीं करते और न ही किसी को इसकी अनुमति देते हैं. मछलियों के संरक्षण के लिए न मछली पकड़ी जाती है, न ही इसका ठेका दिया जाता है. गर्मियों में जब पानी सूखने लगता है, तो ग्रामीण स्वयं टैंकरों के जरिए तालाब में पानी भरते हैं ताकि पक्षियों और मछलियों को सुरक्षित रखा जा सके. यह अनुशासन और समर्पण ही मेनार को एक अंतरराष्ट्रीय उदाहरण बनाता है.
राजस्थान के 119 हॉस्पिटल और दवा दुकानें RGHS से बाहर
राजस्थान गवर्नमेंट हेल्थ स्कीम (आरजीएचएस) में अनियमितता और फर्जीवाड़े के कारण 119 से ज्यादा हॉस्पिटल और फार्मेसी पर कार्रवाई की गई है. इनमें जयपुर के कुल 10 हॉस्पिटल भी शामिल हैं। डॉक्टर और मेडिकल स्टोर के संचालकों के द्वारा फर्जी तरीके गबन करने का मामला सामने आया था. डॉक्टर और मेडिकल संचालकों के द्वारा एक ही मरीज के नाम पर कई बार रिपोर्ट अपलोड कर भुगतान उठाया. वहीं 275 के करीब मेडिकल स्टोर के लाइसेंस रद्द और RGHS स्किम से डिस्पेनल किए गए हैं.
AI के जरिए होगी अब जांचयोजना में अनियमितता और दुरुपयोग रोकने के लिए AI तकनीक और विशेषज्ञों की मदद से क्लेम्स का गहन विश्लेषण किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि आरजीएस योजना के क्रियान्वयन में खामियों और शिकायतों के चलते कई अस्पताल, डायग्नोस्टिक सेंटर तथा फार्मा स्टोर्स जांच के घेरे में हैं. जांच के दायरे से बाहर अस्पतालों, फॉर्मेसी स्टोर्स तथा कर्मचारियों, पेंशनरों को पूर्व की तरह आरजीएचएस के समस्त लाभ देय होंगे, इसमें किसी भी प्रकार की दिक्कत होने पर विभाग की हेल्पलाइन 181 अथवा पोर्टल पर शिकायत दर्ज की जा सकेगी.
RGHS में भी बायोमैट्रिक्स व्यवस्था होगी लागूआईपीडी तथा ओपीडी में फोटो की अनिवार्यता करने से पारदर्शिता आई है. अब राज्य सरकार द्वारा केंद्र सरकार से अनुमति प्राप्त होने के बाद शीघ्र ही RGHS योजना में आयुष्मान योजना की तरह बायोमेट्रिक्स व्यवस्था लागू की जायेगी.
फर्जी स्लिप पर दवा देने से बचें दवा विक्रेताआरजीएचएस में पंजीकृत फॉर्मासिस्ट तथा दुकानदार योजना के तहत दवाएं देने के संबंध में प्रस्तुत की गई ओपीडी स्लिप में लाभार्थी का नाम तथा आरजीएचएस कार्ड स्पष्ट रूप से चेक करें. साथ ही ओपीडी की पर्ची तैयार करने वाले चिकित्सक के नाम, हस्ताक्षर, आरएमसी नंबर स्पष्ट न होने पर जांच कर लें. इससे गलत प्रकार से फर्जी ओपीडी स्लिप पर दवा देने से बचा जा सकता है. इससे पूर्व वित्त विभाग द्वारा मार्च तथा अप्रैल माह में निजी अनुमोदित अस्पतालों तथा राजकीय स्वास्थ्य अधिकारियों एवं चिकित्सकों के साथ एक विस्तृत वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से, योजना के दुरूपयोग तथा इनसे बचने के उपायों पर विस्तृत चर्चा भी की जा चुकी है.